आजकल दिल्ली में रहते हुए अगर आपको बार-बार सिर भारी लग रहा है, बेचैनी हो रही है, नींद सही नहीं आ रही या पूरे दिन बिना वजह थकान महसूस हो रही है, तो आपको इसे हल्के में लेने की बिल्कुल जरूरत नहीं. कई लोग इसे सिर्फ तनाव, काम का प्रेशर या शरीर की कमजोरी मानकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन असल वजह कुछ और भी हो सकती है, दिल्ली की जहरीली हवा. सर्दियों की शुरुआत होते ही दिल्ली-एनसीआर में हवा की क्वालिटी तेजी से गिर जाती है.
धुंध, स्मॉग, वाहन प्रदूषण, पराली, इंडस्ट्रियल वेस्ट सब मिलकर हवा को इतना जहरीला बना देते हैं कि यह सीधे हमारे दिमाग, दिल और फेफड़ों पर असर डालना शुरू कर देती है. हवा में मौजूद छोटे-छोटे कण (PM 2.5 और PM 10) इतने महीन होते हैं कि ये सांस के जरिए सीधे खून में पहुंच जाते हैं. यही कण धीरे-धीरे हमारे शरीर में कई तरह की दिक्कतें पैदा करते हैं, जिनमें सिर भारी लगना, दिमाग सुस्त होना और बेचैनी महसूस होना सबसे आम लक्षण हैं.
क्या दिल्ली की हवा है बेचैनी और थकान की वजह? | Is Delhi's air the reason for restlessness and fatigue?
1. सिर भारी क्यों महसूस होता है?
जब हवा ज्यादा प्रदूषित होती है, तो शरीर में ऑक्सीजन लेवल थोड़ा कम होने लगता है. दिमाग तक ऑक्सीजन की सप्लाई प्रभावित होती है. इससे ब्रेन सेल्स ठीक से काम नहीं कर पाते. नतीजा, सिर भारी, चक्कर जैसा और धुंधला महसूस होना.
कई लोग बताते हैं कि प्रदूषण के दिनों में उन्हें ‘आलस भरा सिर' लगता है, जैसे दिमाग में कोई बोझ हो. यह बिल्कुल सामान्य है, लेकिन इसे अनदेखा करना ठीक नहीं.
ये भी पढ़ें: पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को जल्दी क्यों हो जाता है नशा? वही ड्रिंक, वही मात्रा… पर असर अलग! जानिए असली वजह
2. बेचैनी और मूड खराब क्यों होता है?
प्रदूषण सिर्फ शरीर नहीं, दिमाग के हार्मोन पर भी असर डालता है. हवा में मौजूद टॉक्सिक कण शरीर में सूजन पैदा करते हैं, जिससे मूड स्विंग, चिड़चिड़ापन, बेचैनी, दिमाग में भारीपन जैसी समस्याएं दिखाई देने लगती हैं.
कुछ अध्ययनों में यह भी देखा गया कि प्रदूषण से सेरोटोनिन लेवल प्रभावित होता है, जो खुश रहने का हार्मोन है. इसलिए उदासी और बेचैनी बढ़ जाती है.
3. लगातार थकान क्यों छायी रहती है?
अगर आपको सुबह उठते ही थकावट लगती है, शरीर बोझिल लगता है या काम करने में मन नहीं लगता, तो इसके पीछे भी प्रदूषण का बड़ा रोल हो सकता है. प्रदूषण फेफड़ों को कमजोर करता है. शरीर को ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है ऑक्सीजन पाने के लिए एनर्जी तेजी से खत्म होती है. यही वजह है कि लोग बिना ज्यादा काम किए भी थकान महसूस करते हैं.
4. नींद क्यों खराब होती है?
प्रदूषण के कारण नाक और गले की नलियाँ सूज जाती हैं. सांस सही से नहीं ले पाते, रात में बार-बार उठना, नींद का गहरा न होना. ये सब नींद की क्वालिटी को गिरा देते हैं और सुबह शरीर सुस्त रहता है.
ये भी पढ़ें: यहां है सफेद बालों को नेचुरल काला करने का घरेलू इलाज, मेहंदी और Hair Dye लगाना छोड़ देंगे आप
5. किन लोगों पर इसका असर ज्यादा?
- बच्चे
- बुजुर्ग
- गर्भवती महिलाएं
- अस्थमा, एलर्जी या हार्ट मरीज
- बाहर ज्यादा घूमने-फिरने वाले लोग
इन पर प्रदूषण का प्रभाव और भी तेज़ पड़ता है.
6. कैसे बचें? सरल घरेलू उपाय
- घर लौटते ही चेहरे और नाक को पानी से धोएं.
- तुलसी, अदरक, गुनगुना पानी, भाप—ये सभी फेफड़ों को राहत देते हैं.
- बाहर जाते समय मास्क जरूर पहनें.
- घर में पौधे जैसे स्नेक प्लांट, एलोवेरा रखें.
- रात में कमरे को वेंटिलेट कर लें.
अगर हाल ही में आप सिर भारी, बेचैनी, थकान या नींद खराब होने जैसी समस्याएं महसूस कर रहे हैं, तो यह सिर्फ आपके रूटीन की गड़बड़ी नहीं, बल्कि दिल्ली की जहरीली हवा का असर भी हो सकता है. प्रदूषण मौन दुश्मन है, धीरे-धीरे शरीर पर चढ़ता है और हमें पता भी नहीं चलता. इसलिए सावधानी बरतना और शरीर को अंदर से मजबूत रखना बेहद जरूरी है.
Watch Video: ब्रेन ट्यूमर के शुरुआती लक्षण, कारण और इलाज | Brain Tumor In Hindi
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)














