Sugar Craving: शुगर क्रेविंग काफी आम है. अगर आप मीठा खाने के शौकीन हैं, तो आप हमेशा शक्कर से भरे व्यंजनों का आनंद लेने के लिए लगातार इच्छाओं का अनुभव कर सकते हैं. हालांकि मिठाई आपकी पसंदीदा हो सकती है, लेकिन यह न भूलें कि केवल एक बार परोसने से आप बहुत अधिक कैलोरी का सेवन कर लेते हैं. ज्यादातर मीठे व्यंजनों में पर्याप्त पोषक तत्व नहीं होते हैं. इसके अलावा, वजन बढ़ने के साथ-साथ बहुत अधिक चीनी का सेवन कई अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से भी जुड़ा हुआ है, लेकिन क्या स्वादिष्ट ब्लूबेरी चीजकेक या लड्डू के एक टुकड़े को नजरअंदाज करना मुश्किल नहीं है? न्यूट्रिशनिस्ट लवनीत बत्रा ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरीज पर शुगर क्रेविंग को रोकने के लिए एक टिप शेयर की है. उन्होंने लिखा, "मीठे खाने की इच्छा को कम करने के लिए एक आसान सा काम करें बाहर तेज वॉक के लिए जाएं."
शुगर क्रेविंग से निपटने के आसान तरीका | Simple Way To Deal With Sugar Cravings
पोषण विशेषज्ञ दो प्रमुख कारणों के बारे बताया जो तेज गति से चलना चीनी की क्रेविंग से छुटकारा पाने का एक प्रभावी तरीका है.
जानिए नॉर्मल डिलीवरी के फायदे, बच्चे को नेचुरल तरीके से देना चाहती हैं जन्म तो फॉलो करें ये टिप्स
1) आउट ऑफ साइट, आउट ऑफ माइंड
लवनीत बत्रा के मुताबिक, वॉक पर जाने से आप उस खाने से खुद को दूर कर रहे होते हैं, जिसकी आपको तीव्र इच्छा होती है. ताजी हवा में टहलना भी ध्यान भटकाने का काम करेगा.
2) एंडोर्फिन रिलीज करता है
चलना भी एक शारीरिक व्यायाम है, इसलिए मस्तिष्क एंडोर्फिन या "फील गुड" रसायन छोड़ता है, जो लालसा को बंद करने में मदद कर सकता है.
शुगर क्रेविंग से लड़ने के कुछ अन्य तरीके हैं:
1) एक गिलास पानी पिएं. यह तुरंत आपका पेट भर देगा और आपकी डाइट में कोई अतिरिक्त कैलोरी नहीं जोड़ेगा.
2) कुछ हेल्दी खाएं.
दूध के साथ इन चीजों का सेवन हो सकता है घातक, कहीं अनजाने में आप तो नहीं कर रहे ये गलती, जानिए
3) जब भी आप तनाव में होते हैं तो आपके कुछ मीठा खाने की संभावना बढ़ जाती है. क्या यह सच नहीं है? इसलिए तनाव को मैनेज करने के लिए ध्यान या योग का अभ्यास करें.
4) कभी-कभी आपका बस कुछ मीठा खाने का मन करता है, ऐसे में मिठाई खाने के बजाय एक फल लें. ये न केवल मीठे होते हैं बल्कि पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.