आजकल भूलने की समस्या आम होती जा रही है. कभी बैठे-बैठे किसी काम को सोचना भी अगले पल उसका दिमाग में न आना अब कॉमन सा हो गया है. हालांकि पहले ये बीमारी ज्यादा उम्र के लोगों के साथ होती थी लेकिन आज की लाइफस्टाइल ऐसी हो गई है कि हर उम्र के साथ ही भूलने की बीमारी होने लगी है. हम यहां अल्जाइमर और पार्किंसन्स जैसी बीमारियों के अलावा उन एक्टिविटीज की बात कर रहे हैं, जो हमारी डेली लाइफ का हिस्सा हैं और हमें भुलक्कड़ बना रही हैं. अगर आप इस समस्या से छुटकारा पाना चाहते हैं तो आपको अपनी कुछ आदतों को बदलने की जरूरत है. आइए जानते हैं वो कौन-कौन सी आदतें हैं जो हमें भुलक्कड़ बना रहीं हैं.
1) खुद ही खुद का डॉक्टर बन जाना
आजकल यूथ खुद का डॉक्टर बना हुआ है. सर्दी-खांसी बुखार को वो काफी नॉर्मल समझता है और खुद ही मेडिकल स्टोर से दवाएं लेकर खाने लगता है. लेकिन ये गलत है, बिना डॉक्टर के सलाह के इस तरह दवाईयों का सेवन हमारे स्वास्थ्य (Health) पर बुरा प्रभाव छोड़ रही हैं. इसका सबसे बड़ा कारण है कि हमें डोज का अंदाजा ही नहीं होता कि किस बीमारी के लिए कितनी डोज की आवश्यकता है. एंटी-एंग्जाइटी, ऐंटीडिप्रेशन और एंटीथिस्टेमाइंस दवाईयां तो सीधे मेमोरी यानी याददाश्त पर ही असर डाल रही हैं. अगर इसके सही डोज का सेवन न किए जाए तो ये याददाश्त के लिए खतरनाक होती हैं. इसलिए बिना डॉक्टर के सलाह के दवाईयां लेना बंद कर देनी चाहिए.
2) इन आदतों को आज से ही छोड़ दें
सिर्फ मनमर्जी से दवाईयों का सेवन ही नहीं बल्कि हमारी कई और ऐसी आदतें हैं, जिनसे याददाश्त कम हो रहा है. कम उम्र में हम चीजों को भूलने लगे हैं. ऐसे में अगर आपकी भी आदतें इस तरह की हैं, तो इन्हें आज से ही बदल लें, वरना वे काफी नुकसानदायक हो सकती हैं. आइए जानते हैं ऐसी कौन-सी आदतें हैं, जो हमें भुलक्कड़ बना रही हैं..
- शराब पीना,
- गुटखा- तंबाकू खाना
- ड्रग्स या नशे के किसी सामान का इस्तेमाल
- दिनभर में कई-कई कप कॉफी या चाय पी जाना
- अच्छी नींद न लेना
- तनाव या डिप्रेशन में रहना
- जितनी क्षमता है, उससे ज्यादा का काम करना
3) कम उम्र में भुलक्कड़ बना रही ये बीमारियां
- एचआईवी (HIV)
- टीबी
- सिफलिस
- ओवर ऐक्टिव थॉयराइड
भूलने की आदत का इस तरह करें इलाज | Treat The Habit Of Forgetting Like This
युवास्था में लाइफस्टाइल को सही रखकर
नशे से दूरी बनाकर
ऊपर बताई गईं आदतों को छोड़कर
भरपूर नींद लेकर आप इस समस्या से छुटकारा पा सकते हैं
परेशानी ज्यादा है तो सायकाइट्रिस्ट या न्यूरोलजिस्ट से बात करें.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.