Breast Cancer Symptoms and Signs: एक्सपर्ट ने बताया ब्रेस्ट कैंसर का एक-एक शुरुआती लक्षण, समय पर इलाज मिलना होगा आसान...

Breast Cancer Symptoms and Signs: पीड़ित जितनी जल्दी इसके लक्षणों (Symptoms) को समझेंगी, उसका इलाज उतना ही ज्यादा आसान होगा. BLK-MAX हॉस्पिटल की मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. अदिति विदुषी से समझिए क्या होते हैं ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण.

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ब्रेस्ट कैंसर को कैसे पहचानें? यहां मिलेगा जवाब

Breast Cancer Symptoms and Signs: ब्रेस्ट कैंसर कितना घातक है इसका अंदाजा इसी बात से लगाइए कि ये दुनियाभर में महिलाओं को सबसे ज्यादा होने वाला कैंसर है. अधिकांश महिलाएं ये मानती हैं कि ब्रेस्ट कैंसर चालीस साल की उम्र के बाद या मेनोपॉज के आसपास ही ज्यादातर होता है. जबकि ये सच नहीं है. प्यूबर्टी की उम्र के बाद ब्रेस्ट कैंसर (Breast Cancer) कभी भी हो सकता है. इसलिए समय-समय पर अपने ब्रेस्ट को चेक करते रहना बहुत ज्यादा जरूरी है. पीड़ित जितनी जल्दी इसके लक्षणों (Symptoms) को समझेंगी, उसका इलाज उतना ही ज्यादा आसान होगा. BLK-MAX हॉस्पिटल की मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. अदिति विदुषी  (Dr. Aditya Vidushi (Medical Oncology) से समझिए क्या होते हैं ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण.

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ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण | Breast Cancer Symptoms and Signs

सवाल- ब्रेस्ट कैंसर के शुरुआती लक्षण क्या है?

जवाब- ब्रेस्ट कैंसर की शुरुआत गांठ के रूप में हो सकती है. अगर महिलाओं को या युवतियों को छाती में गांठ नजर आती है या महसूस होती है तो उसे नजरअंदाज न करें. खासतौर से तब जब इन गांठों में बिलकुल दर्द न हो. पेनलेस लंप हों तो उन्हें और ज्यादा गंभीरता से लें. ब्रेस्ट के शेप में कोई बदलाव लगे या निपल्स से कोई अबनॉर्मल डिस्चार्ज नजर आए तो उसे भी गंभीरता से लें. इसके अलावा बगल यानी कि आर्मपिट में भी गांठ का अहसास हो सकता है.

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सवाल- ब्रेस्ट में वैसे भी गांठें (ग्लैंड्स) होती ही हैं. इन गांठों में अंतर कैसे किया जा सकता है.

जवाब- इस कैंसर को समझने के लिए हर युवती और महिला में सेल्फ ब्रेस्ट अवेयरनेस होना बहुत जरूरी है. बच्चियों यंग एज से ही इसके लिए एनकरेज करते रहें कि वो अपने ब्रेस्ट को रेगुलर चेक करती रहें. ब्रेस्ट का शेप फील करना जरूरी है. ताकि कोई चेंज आने पर तुरंत उसका अहसास हो सके. हर महीने ब्रेस्ट को चेक भी करते रहना चाहिए. ब्रेस्ट के शेप में कोई चेंज दिखे. कोई लंप या गांठ का अहसास हो या फिर निप्पल के लेवल में बदलाव आया हो, स्किन पर लालपन दिख रहा हो या ब्रेस्ट पहले से सख्त हों. तो, सिर्फ शक करके उसे छोड़ नहीं देना चाहिए. बल्कि डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना चाहिए ताकि, सही समय पर सही इलाज जांच और इलाज मिलना शुरू हो सके.

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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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