Children Teething Age: घर में बच्चे के जन्म लेने की खुशियों के बारे में और नवजात को पालने में होने वाली चुनौतियों के बारे में लगभग हर कोई जानता है. इसके बावजूद बच्चे के दांत निकलते वक्त होने वाली दिक्कतों से कई अनुभवी लोग भी घबरा जाते हैं. जब दूध के दांत निकलते है तो कई बार बच्चे बीमार भी हो जाते है. इसलिए, लोगों को बच्चों के दांत निकलने की सही उम्र, उस दौरान बच्चों को होने वाली दिक्कतें और दर्द वगैरह के बारे में ठीक से जानना जरूरी है. साथ ही हमें यह भी पता होना चाहिए कि ऐसे मुश्किलों का कैसे सामना करना है यानी बच्चों की तकलीफ दूर करने के उपाय क्या हैं.
बच्चों में दूध के दांत निकलने और टूटने की उम्र क्या है? (What is the age of appearance and loss of teeth in children?)
दिल्ली के द्वारका में प्रक्टिस कर रहे इम्प्लांटोलॉजिस्ट और डेंटल सर्जन ( गोल्ड मेडेलिस्ट एमडीएस) डॉक्टर नरेंद्र सिंह से हमने की. उनके मुताबिक, बच्चों में दूध के दांत निकलने की शुरुआत तो छह महीने में ही हो जाती है. कुछ बच्चों के दांत तो चार महीने की उम्र में भी निकल आते हैं. इस तरह बच्चों के दूध के दांत आने की उम्र 8 से 12 महीने तक होती है. वहीं, 6 से 7 साल तक की उम्र में दूध के दांत टूट जाते हैं. इस दौरान वह तमाम तरह की छोटी-मोटी दिक्कतों का सामना करते हैं.
बच्चों में दांत निकलने के दौरान होने वाली दिक्कतें क्या हैं?
बच्चों में दूध के दांत निकलने के दौरान होने वाली दिक्कतों में मसूड़ों में सूजन का आना, लार का ज्यादा टपकना और दांत आने की वजह से कानों में दर्द होने की शिकायत आम है. इसके चलते बच्चे अपने कानों को खींचकर रोते हैं. वहीं, मसूड़ों में दर्द और सूजन के चलते बच्चे ज्यादा काटने और चबाने की कोशिश करते हैं. साथ ही मसूड़ों में दर्द से बच्चे खाना और दूध पीना भी कम कर देते हैं.
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बच्चों के दूध के दांतों की नियमित देखभाल कैसे करें?
अगर आपको अपने बच्चे में दूध के दांत निकलने के दौरान तकलीफ के ऐसे लक्षण दिखे तो देखभाल के लिए पहले घरेलू उपाय आजमाएं. मुलायम सूती कपड़े से बच्चे के मसूड़ों की सफाई करें. बच्चे के दूध पीने या कुछ लिक्विड खाने की कटोरी, प्लेट, चम्मच वगैरह को गर्म पानी से साफ करते रहें. बच्चों को विटामिन, मिनरल्स वगैरह दांतों को मजबूत करने वाली डाइट दें. वहीं, मीठी चीजों से परहेज करें.
20 दांत निकलने के बाद जरूर करवाएं रूटीन डेंटल चेकअप
बच्चे के 20 दांत निकलने के बाद एक बार रूटीन डेंटल चेकअप करवाएं. इसके बाद बच्चे को बोतल की जगह कप या ग्लास से दूध पिलाने की कोशिश करें. कोई भी मीठी चीज चाहे वह दवा ही क्यों न हो देने के बाद बच्चे को पानी का कुल्ला जरूर करवाएं. 18 महीने का होने के बाद बच्चे को बेबी टूथ ब्रश के जरिए दांत साफ करने की आदत लगवाएं.
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बच्चों के दांतों की तकलीफ दूर करने के घरेलू नुस्खे क्या हैं?
काटने और चबाने की कोशिश कर रहे बच्चों को रोके नहीं, बल्कि इसके लिए उन्हें नर्म और गीला सूती कपड़ा दें. खाने का ठंडा सामान दें. बच्चे के मसूड़े पर साफ उंगलियों से हल्की मालिश करें. बच्चे को कोई अच्छी क्वालिटी का टीथर भी लाकर दे सकते हैं. इन सब के बावजूद दिक्कत दूर न हो तो बच्चे को लेकर नजदीकी पीडियाट्रिक डेंटिस्ट के पास जाएं.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)