Ashwagandha Ki Chai Pine Ke Fayde : सर्दियों के मौसम में सर्दी-जुकाम, खांसी समेत अन्य संक्रमणों का खतरा भी बढ़ जाता है. कमजोर इम्यूनिटी इन बीमारियों की बड़ी वजह बनती है, इसलिए इस मौसम में रोग प्रतिरोधक क्षमता का खास ख्याल रखना जरूरी है. ऐसे में अश्वगंधा की चाय का सेवन बेहद फायदेमंद है. भारत सरकार का आयुष मंत्रालय अश्वगंधा के साथ ही इसकी चाय से मिलने वाले फायदों के बारे में विस्तार से जानकारी देता है.
आयुर्वेद के अनुसार, सदियों से इस्तेमाल हो रही यह जड़ी-बूटी इम्यूनिटी बढ़ाने के साथ-साथ तनाव कम करने और जोड़ों के दर्द में राहत देने के लिए जानी जाती है. अश्वगंधा की चाय सर्दियों में बेहद फायदेमंद है. यह न सिर्फ इम्यूनिटी बढ़ाती है बल्कि जोड़ों के दर्द, गठिया और तनाव में भी राहत देती है.
अश्वगंधा चाय के फायदे | Ashwagandha Ki Chai Pine Ke Fayde
आइए जानते हैं कि क्यों इस ठंड में आपको 'अश्वगंधा की चाय' को अपना सबसे अच्छा दोस्त बना लेना चाहिए.
1. बीमारियों से लड़ने की मिलेगी सुपरपावर
सर्दियों में हमारी इम्यूनिटी (रोग प्रतिरोधक क्षमता) अक्सर सुस्त पड़ जाती है . अश्वगंधा में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट्स शरीर को भीतर से मजबूत बनाते हैं, जिससे सर्दी-जुकाम और इन्फेक्शन आपके पास फटकने से भी डरते हैं .
2. जोड़ों के दर्द और सूजन से छुट्टी
जैसे-जैसे पारा गिरता है, घुटनों और कमर का दर्द बढ़ने लगता है . आयुर्वेद कहता है कि ठंड में 'वात' दोष बढ़ जाता है, जो जोड़ों में समस्या पैदा करता है . अश्वगंधा इसे बैलेंस करता है और अपने एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों की वजह से गठिया के दर्द में किसी रामबाण से कम नहीं है .
3. स्ट्रेस आउट, सुकून इन
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव (Stress) एक साइलेंट किलर है . अश्वगंधा दिमाग में 'कोर्टिसॉल' (तनाव बढ़ाने वाला हॉर्मोन) को कंट्रोल करता है . रात को इसकी चाय पीने से दिमागी थकान दूर होती है और नींद भी गहरी आती है.
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कैसे बनाएं यह जादुई चाय?
अश्वगंधा की चाय बनाना उतना ही आसान है जितना कि नॉर्मल चाय बनाना:
- एक कप पानी गर्म करें .
- इसमें आधा चम्मच अश्वगंधा पाउडर डालें .
- इसे 5 से 10 मिनट तक अच्छी तरह उबालें .
- छानकर इसमें थोड़ा शहद या नींबू मिला लें (चीनी से बचें) .
अश्वगंधा चाय के नुकसान | Ashwagandha Ki Chai Pine Ke Nuksan
अश्वगंधा वैसे तो सुरक्षित है, लेकिन इसका ज्यादा सेवन पेट खराब या सुस्ती का कारण बन सकता है . इसके अलावा:
- प्रेग्नेंट महिलाएं या स्तनपान कराने वाली माताएं इसे न लें .
- अगर आपको थायराइड या कोई ऑटोइम्यून बीमारी है, तो डॉक्टर से पूछे बिना इसका सेवन शुरू न करें .
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)














