चिंता और तनाव के साथ ये मानसिक बीमारियां बिगाड़ देती हैं आपका पाचन, दोनों के बीच है बड़ा गहरा संबंध

Poor Mental Health: अपने मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल करना हमारे शारीरिक स्वास्थ्य की देखभाल के समान ही जरूरी है क्योंकि दोनों जुड़े हुए हैं और एक दूसरे के पूरक हैं.

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खराब मानसिक स्वास्थ्य के कारण पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं.

Gut Health: खराब मानसिक स्वास्थ्य का पाचन पर प्रभाव पड़ सकता है. हालांकि, मन-शरीर का संबंध गहरा है और हमारी भावनाएं और विचार हमारे शारीरिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं. उदाहरण के लिए डिप्रेशन या चिंता वाले लोग, कब्ज, दस्त और गैस जैसे कई पाचन लक्षणों का अनुभव कर सकते हैं. इस संबंध के कई कारण हैं. इस लेख में हम इस बात पर चर्चा करने जा रहे हैं कि कैसे खराब मानसिक स्वास्थ्य से पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं और इसे ठीक करने के लिए कुछ आसान रोकथाम के उपाय भी जानिए.

खराब मानसिक स्वास्थ्य और पाचन तंत्र के बीच लिंक:

जब आप तनाव या चिंता का अनुभव करते हैं, तो आपका शरीर फाइट या फाइट रिस्पॉन्स में जाता है. यह रिएक्शन आपके शरीर को एड्रेनालाईन और कोर्टिसोल जैसे स्ट्रेस हार्मोन रिलीज करने का कारण बनता है. ये हार्मोन आपके पाचन को अस्थायी रूप से बंद कर सकते हैं, क्योंकि आपका शरीर आपकी मांसपेशियों को लड़ने में मदद करने के लिए एनर्जी को रिडायरेक्टेड करता है. यही कारण है कि स्ट्रेस के समय पाचन संबंधी समस्याएं आम हैं.

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दूसरा तरीका खराब मानसिक स्वास्थ्य पाचन संबंधी समस्याओं को जन्म दे सकता है, वह गट ब्रेन कनेक्शन के जरिए से है. पाचन तंत्र और ब्रेन सेल्स के एक नेटवर्क के जरिए बारीकी से जुड़े हुए हैं. इस नेटवर्क को एंटरिक नर्वस सिस्टम कहा जाता है और यह आंत के कार्यों को कंट्रोल करता है, जैसे पाचन और पोषक तत्वों का एब्जॉर्ब्शन. जब आप तनावग्रस्त या चिंतित होते हैं, तो आपका ब्रेन आंत को संकेत भेजता है, जिससे पाचन तंत्र अत्यधिक सक्रिय हो सकता है, जिससे दस्त या अन्य लक्षण हो सकते हैं.

गट हेल्थ में सुधार के लिए रोकथाम उपाय | Preventive Measures to Improve Gut Health

1. अपनी डाइट में सुधार करें

फाइबर, फल और सब्जियों से भरपूर बैलेंस डाइट खाने से पाचन में सुधार और नियमित मल त्याग को बढ़ावा देने में मदद मिल सकती है. प्रोबायोटिक्स या फर्मेंटेड फूड्स का सेवन भी आपके आंत के माइक्रोबायोम को बैलेंस करने और आपके पाचन को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है.

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2. तनाव कम करता है

अपने स्ट्रेस लेवल को कम करने से पाचन संबंधी समस्याओं को रोकने में काफी मदद मिल सकती है. इसमें काम से ब्रेक लेना, माइंडफुलनेस का अभ्यास करना, डीप ब्रीदिंग या ध्यान लगाना, नियमित व्यायाम करना और पर्याप्त नींद लेना शामिल हो सकता है.

3. पर्याप्त नींद लें

नींद अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने के सबसे जरूरी पहलुओं में से एक है. अगर आप पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं, तो आपका शरीर ठीक से रिपेयर नहीं हो पाएगा या ठीक से काम नहीं कर पाएगा, जिससे खराब पाचन सहित कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं.

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4. हाइड्रेटेड रहें

हेल्दी डायजेशन पाचन के लिए पर्याप्त पानी पीना जरूरी है. आपका पाचन तंत्र भोजन को तोड़ने, पोषक तत्वों को तोड़ने और उन्हें आपके शरीर के अलग-अलह अंगों तक पहुंचाने में मदद करने के लिए पानी मदद करता है. अपने पाचन तंत्र को ठीक से काम करने के लिए आपको प्रतिदिन कम से कम 8-10 गिलास पानी पीने का टारगेट रखना चाहिए.

खराब मानसिक स्वास्थ्य से आपके पाचन तंत्र पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है, जिससे कई पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं.

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अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.

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