रात में पेट की गैस, भारीपन और अपच का देसी इलाज: अजवाइन और हल्दी का पानी

अनियमित दिनचर्या और गलत खानपान कई समस्याओं को दावत देने जैसा है. ऐसे में कई लोगों में देर रात पेट में भारीपन, अपच, बार-बार डकार आना, छाती में जलन की समस्याएं देखने को मिल रही है. इसका समाधान आयुर्वेद के पास है.

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नई दिल्ली:

How to Manage Acidity in Winter : आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी और गलत खान-पान ने हमारी सेहत बिगाड़ दी है. बहुत सारे लोगों को रात में पेट में दिक्कतें होने लगी हैं, जैसे पेट में भारीपन, अपच, बार-बार डकार आना, और छाती में जलन. अगर आप भी इन समस्याओं से परेशान हैं, तो आयुर्वेद के पास इसका बहुत ही आसान और असरदार समाधान है.

आयुर्वेद के एक्सपर्ट्स (विशेषज्ञों) का कहना है कि शाम के बाद हमारा पाचन तंत्र (डाइजेस्टिव फायर) थोड़ा धीमा हो जाता है. अगर हम देर से खाना खाते हैं, तला-भुना (ऑयली) खाते हैं, खाना खाकर तुरंत बैठ जाते हैं या देर रात तक मोबाइल देखते रहते हैं, तो ये सारी चीजें रात में पेट में गड़बड़ पैदा करती हैं. अच्छी बात यह है कि हमारे घर में ही ऐसी दो-तीन चीजें मौजूद हैं जिनसे हम इस परेशानी को दूर कर सकते हैं.

रात की पाचन समस्या (Indigestion) के लिए दो सबसे असरदार घरेलू नुस्खे:

1.  अजवाइन और नमक का गुनगुना पानी (Ajwain water for digestion)

यह नुस्खा सबसे तेज और तुरंत राहत देने वाला माना जाता है.
कैसे लें: रात का खाना खाने के लगभग 30 से 40 मिनट बाद, एक गिलास गुनगुने पानी में 1 चुटकी अजवाइन और 1 चुटकी सेंधा या काला नमक मिलाकर धीरे-धीरे पिएं.
फायदा क्या है: अजवाइन में 'थाइमॉल' नाम का तत्व होता है जो पेट की गैस को बाहर निकालता है और पेट की सूजन को कम करता है. इसे पीने से नींद भी गहरी और सुकून भरी आती है. यह एसिडिटी और गैस का तुरंत इलाज है.

2.  हल्दी-अदरक का गर्म पानी (Haldi Adrak Water)

यह एक प्राकृतिक सूजन कम करने वाला (एंटी-इन्फ्लेमेटरी) ड्रिंक है. यह उन लोगों के लिए खास है जिन्हें रात में सीने में जलन या एसिडिटी ज्यादा होती है.
कैसे लें: सोने से 40 या 50 मिनट पहले, 1 कप गरम पानी लें. उसमें आधा चम्मच हल्दी पाउडर, आधा चम्मच ताज़ा अदरक का रस (या थोड़ा-सा कद्दूकस किया हुआ अदरक), और स्वाद के लिए 1 चम्मच शहद मिलाकर धीरे-धीरे पिएं.
फायदा क्या है: हल्दी शरीर की सूजन को कम करती है. अदरक पाचन एंजाइम्स (पाचन रस) को तेज करता है, और गुनगुना पानी पेट की मांसपेशियों को आराम देता है.

पेट की गड़बड़ी दूर करने के लिए दिनचर्या में बदलाव जरूरी

सिर्फ नुस्खे अपनाने से बात नहीं बनेगी. अगर आपकी अनियमित दिनचर्या है, तो ये दिक्कतें बार-बार आएंगी. आयुर्वेद इन चीजों पर ध्यान देने को कहता है:

खाना जल्दी खाएं: रात का खाना हल्का लें और शाम 7-8 बजे तक खा लें.
ठंडी चीजें न खाएं: देर रात को दही, छाछ या फ्रिज का ठंडा खाना बिल्कुल न खाएं.
मोबाइल बंद करें: सोने से कम से कम 1 घंटा पहले मोबाइल बंद कर दें, ताकि दिमाग शांत हो सके.
टहलना जरूरी: खाने के तुरंत बाद लेटें नहीं. दिन में कम से कम 20-30 मिनट टहलना बहुत जरूरी है.
पानी: दिनभर थोड़ा-थोड़ा गुनगुना पानी पीते रहें.

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आयुर्वेद कहता है कि वात दोष बढ़ने और पाचन अग्नि कमजोर होने से ये समस्याएं होती हैं. अजवाइन, हल्दी और अदरक जैसे घरेलू मसाले वात दोष को शांत करके पाचन तंत्र को ठीक करते हैं.

ये दोनों नुस्खे पूरी तरह से सुरक्षित हैं, लेकिन अगर आपको कोई पुरानी बीमारी है, तो इन्हें अपनाने से पहले एक बार आयुर्वेदिक डॉक्टर से सलाह जरूर ले लें.
 

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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