Way to Give Cough Syrup to Children: मध्य प्रदेश और राजस्थान में हाल ही में संदिग्ध कफ सिरप के सेवन से बच्चों की मौतों ने पूरे देश में चिंता बढ़ा दी है. माता-पिता के मन में सवाल उठ रहे हैं कि क्या बच्चों को कफ सिरप देना सुरक्षित है? इस गंभीर विषय पर AIIMS दिल्ली के पीडियाट्रिक्स विभाग के प्रमुख डॉ. पंकज हरी ने जरूरी जानकारी साझा की है. उन्होंने बताया कि अगर कफ सिरप मिलावटी नहीं है और डॉक्टर की सलाह से दिया जाए, तो यह नुकसान नहीं करता. लेकिन छोटे बच्चों को बिना विशेषज्ञ की सलाह के सिरप देना खतरनाक हो सकता है. इस लेख में जानिए कफ सिरप से जुड़ी जरूरी सावधानियां, सही डोज और सुरक्षित विकल्प.
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डॉक्टर ने बताया बच्चों को कफ सिरप कब और कैसे दें
AIIMS दिल्ली के पीडियाट्रिक्स विभाग के प्रमुख डॉ. पंकज हरी के अनुसार, अगर कफ सिरप में कोई मिलावट नहीं है और उसे डॉक्टर की सलाह के अनुसार दिया जाए, तो वह नुकसान नहीं करता. Dextromethorphan Hydrobromide नामक दवा, जो ज्यादातर कफ सिरप में पाई जाती है, एक सामान्य और सुरक्षित तत्व है. यह दवा दिमाग में खांसी के रिफ्लेक्स को रोकती है और किडनी पर कोई बुरा असर नहीं डालती.
बच्चों को कब देना चाहिए कफ सिरप?
कफ सिरप दो प्रकार के होते हैं:
- Cough Suppressant - सूखी खांसी के लिए
- Decongestant - नाक बंद या बहती नाक के लिए
- छोटे बच्चों और शिशुओं को ये सिरप नहीं देने चाहिए.
अमेरिका में डॉक्टर 4 साल से छोटे बच्चों को ये सिरप नहीं देते. भारत में समस्या यह है कि ये दवाएं बिना डॉक्टर की सलाह के मेडिकल स्टोर से आसानी से मिल जाती हैं, जो गलत है. सिरप तभी खरीदें जब डॉक्टर ने स्पष्ट रूप से सलाह दी हो.
ओवरडोज के क्या नुकसान हैं?
अगर कफ सिरप ज्यादा मात्रा में दे दिया जाए तो:
- बच्चे को नींद आने लगेगी
- सुस्ती और चक्कर आ सकते हैं
- दिल की धड़कन तेज हो सकती है
- उल्टी और मतली हो सकती है
- किशोर उम्र के बच्चे इसे नशे के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं, जिससे लत लगने का खतरा होता है.
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बच्चों के लिए सही डोज क्या है?
बच्चों को सिरप उनकी बॉडी वेट के अनुसार (मिलीग्राम प्रति किलो) दी जाती है. आमतौर पर 0.5 से 1 मिलीग्राम प्रति किलो वजन की मात्रा दी जाती है, दिन में तीन बार से ज्यादा नहीं. सिरप देने के लिए वही डोजिंग स्पून इस्तेमाल करें जो बोतल के साथ आता है. चम्मच या टेबल स्पून से सिरप देने पर ओवरडोज हो सकता है. अगर बच्चा 4 साल से छोटा है और डॉक्टर सिरप देना जरूरी समझते हैं, तो उन्हें डोज़ साफ तौर से लिखनी चाहिए.
कफ सिरप खरीदते समय किन बातों का ध्यान रखें?
सिरप में Dextromethorphan, Phenylephrine और Pheniramine जैसे तत्व होते हैं. हमेशा ब्रांडेड और लेबल वाले सिरप ही खरीदें. सस्ते और बिना लेबल वाले सिरप से बचें, क्योंकि उनमें Diethylene Glycol नामक जहरीला सॉल्वेंट हो सकता है. यही तत्व किडनी को नुकसान पहुंचा सकता है, जबकि Dextromethorphan सुरक्षित है.
घरेलू उपाय क्या हैं?
छोटे बच्चों के लिए कोई दवा विकल्प नहीं है. FDA के अनुसार, 2 साल से छोटे बच्चों को ये दवाएं नहीं दी जानी चाहिए. ऐसे में घरेलू उपाय अपनाएं जैसे:
- शहद (1 साल से ऊपर के बच्चों के लिए)
- भाप लेना
- ह्यूमिडिफाइड हवा
- नाक बंद हो तो सलाइन ड्रॉप्स, जो दवा रहित होते हैं.
बच्चों को कफ सिरप देने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना बेहद जरूरी है. बिना जानकारी के सिरप देना खतरनाक हो सकता है. अगर बच्चा छोटा है, तो घरेलू उपाय ज्यादा सुरक्षित हैं. माता-पिता को सतर्क रहना चाहिए और दवा खरीदते समय क्वालिटी और ब्रांड का खास ध्यान रखना चाहिए.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)