Ayurvedic Remedies For Bad Breath: क्या आप सांसों की दुर्गंध के कारण बात करते समय अटपटा महसूस करते हैं? आमतौर पर हम जब किसी से बात कर रहे होते हैं तो हम इस बात का ख्याल रखते हैं कि हमारी मुंह की दुर्गंध (Halitosis) सामने वाले को इफेक्ट न करे. इसलिए कई लोग खुलकर हंसने से भी डरते हैं. सांसों की दुर्गंध या मुंह से दुर्गंध का कारण (Causes Of Bad Breath) एक नहीं कई हो सकते हैं. कई बार ये ब्रश न करने या दांतों के बीच खाना फंसने से भी होती है. वहीं कुछ मेडिकल कंडिशन में भी सांसों की दुर्गंध फैल सकती है.
आयुर्वेद के अनुसार, खराब मौखिक स्वच्छता और पाचन तंत्र को नियंत्रित करने वाले पित्त दोष का असंतुलन सांसों की दुर्गंध का मूल कारण है. अन्य कारणों में मुंह से सांस लेना, सुबह की सांस (Morning Breath), बदबूदार फूड्स (लहसुन, प्याज और दही), पेय पदार्थ (चाय, कॉफी, सोडा), कुछ दवाएं, साइनस संक्रमण या सर्दी, कैविटी, शराब का सेवन, धूम्रपान शामिल हो सकते हैं.
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सांसों की दुर्गंध हमारे शरीर को प्रभावित करने वाले कई कारकों और मुख्य रूप से जीवाणुओं के कारण हो सकती है. कुछ सरल उपायों और लाइफस्टाइल को फॉलो करके आप सांसों की दुर्गंध की समस्या से छुटकारा पा सकते हैं.
कैसे पाएं सांसों की दुर्गंध से छुटकारा | How To Get Rid Of Bad Breath
1) अपने पेट को हेल्दी रखें
अपने पेट को हेल्दी रखना बहुत जरूरी है. कई पहलू हमारे पाचन तंत्र में बैक्टीरिया को प्रभावित करते हैं और उनमें से एक है जिस प्रकार का भोजन हम खाते हैं. फल, सब्जियां और हाई फाइबर फूड्स खाने से आपकी आंत को पर्याप्त मात्रा में पोषण और हेल्दी माइक्रोबायोम प्राप्त करने में मदद मिल सकती है. प्रोबायोटिक्स खाने से हमारे पेट में फायदेमंद बैक्टीरिया बनने में मदद मिल सकती है. डीप-फ्राइड, सैचुरेटेड फैट, रेड मीट और अन्य प्रीजरवेटिव फूड्स खाने से बचने की सलाह दी जाती है क्योंकि ये आंत में बैक्टीरिया के लिए फायदेमंद नहीं होते हैं.
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2) अपने सिस्टम को सूजन से मुक्त रखें
एक मानव शरीर को पर्याप्त व्यायाम के साथ हेल्दी और पौष्टिक भोजन की जरूरत होती है और अगर ऐसा नहीं होता है, तो यह सूजन के साथ प्रतिक्रिया करता है. एक एंटी इंफ्लेमेटरी लाइफस्टाइल और डाइट होल्डिंग करके आप सूजन को उलट सकते हैं. बहुत सारे एंटी-इंफ्लेमेटरी फूड्स हैं जिनका सेवन सूजन न होने के लिए किया जा सकता है. ताजे फल और सब्जियां खाना और प्रोसेस्ड शुगर से परहेज करना इसका एक प्रकार का समाधान हो सकता है. अंगूर, अजवाइन, ब्लूबेरी, अदरक, हल्दी, और ऐसे कई प्रोडक्ट एंटी-इंफ्लेमेटरी डेरिवेटिव हो सकते हैं और आपके सिस्टम को सूजन मुक्त रख सकते हैं.
3) वात को नियंत्रण में रखें
आपके सिस्टम में मौजूद वात आपके पूरे शरीर को प्रभावित कर सकता है. अगर वात को कंट्रोल किया जाता है तो मानव शरीर स्फूर्तिदायक और स्वस्थ प्रतिक्रिया करता है लेकिन हमारे सिस्टम में असंतुलित वात कमजोरी, बेचैनी, सूजन, जल्दी बुढ़ापा और बहुत कुछ पैदा कर सकता है. इसलिए वात का संतुलन जरूरी है. छाछ, अदरक और हल्दी सबसे अच्छे वात संतुलन फूड्स में से एक हो सकते हैं.
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4) नियमित रूप से डिटॉक्स करें
अपशिष्ट शरीर के चैनलों को निष्क्रिय कर देता है जिससे पोषक तत्व हमारे सिस्टम में कोशिकाओं तक नहीं पहुंच पाते हैं, इस प्रकार हमारे शरीर से अपशिष्ट बाहर नहीं निकल पाते हैं. बासी और पैक फूड्स खाना बहुत अधिक ठंडे पेय और ठंडे फूड्स का सेवन बिल्कुल न करें. नियमित रूप से शरीर को डिटॉक्स कर भी मुंह की दुर्गंध से छुटकारा मिल सकता है.
5) मॉर्निंग एनर्जी ड्रिंक
आधा गिलास गाजर का रस, आधा अनार का छिलका, आधा गिलास चुकंदर का रस/एक लौकी का रस लें. उन सभी को मिलाएं. 10 बादाम, 5 अखरोट, 1 छिली हुई इलायची, आधा चम्मच सौंफ पाउडर, ताजी हल्दी दो इंच या 1 चम्मच हल्दी पाउडर, ताजा आमलकी 2 या आमलकी पाउडर एक चम्मच भिगोकर उसकी स्मूदी बना लें.
6) कुछ जड़ी बूटियों को चबाएं
सांसों की दुर्गंध से लड़ने के लिए जड़ी-बूटियों को चबाना एक असाधारण तरीका है. भोजन के बाद आप कुछ सौंफ खा सकते हैं या कुछ पुदीने के पत्ते अपने मुंह में डाल सकते हैं. इन जड़ी बूटियों में जीवाणुरोधी गुण होते हैं जो मुंह को ताजा रखते हैं.
7) हर महीने अपना टूथब्रश बदलें
हम उनका उपयोग तब तक करते हैं जब तक कि वे बहुत पुरानी न हो जाएं, लेकिन ये सांसों की दुर्गंध का कारण हो सकता है. आपको हर महीने अपना टूथब्रथ बदलने की सलाह दी जाती है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.