Signs of Low Self-Esteem: ये 5 बातें बार-बार बोलते हैं कम आत्मविश्वास वाले लड़के, जान लें आप कैसे पुरुष के साथ हैं

Self Confidence In Men: इस बात का ध्यान रखें यहां हम बहुत सी ऐसी बातें बता रहे हैं, जिनको अगर आपका साथी या कोई पुरुष एक सीमा में करता है, तो यह उसके आत्मविश्वास से भरपूर होने के संकेत हो सकते हैं. लेकिन वो कहते हैं न कि अति हर चीज की बुरी होती है. तो अगर आत्मविश्वास की कमी है, तो ज्यादातर लोग या तो बहुत ज्यादा कृतज्ञ महसूस करने लगेंगे या दबा हुआ या फिर बहुत ही ज्यादा सॉरी फील करेंगे. ये सभी चीजें बुरी नहीं, लेकिन एक हद के बाद अगर बहुत ज्यादा की जा रही हैं, तो बिलकुल सुधार की जरूरत है.

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Signs a man lacks confidence: कम आत्मसम्मान के लक्षण.

Signs a man lacks confidence: कॉन्फिडेंस से भरे लोग भला किन्हें पसंद नहीं आते. ऐसे लोगों की पर्सनालिटी ही दिल जीत लेती है. इनके बोलने, उठने-बैठने, चलने का तरीका बिल्कुल अलग होता है. ये जहां जाते हैं सबके फेवरेट बन जाते हैं. पर जब उनमें कॉन्फिडेंस की कमी (Confidence ki kami) होती है तो वे ऐसी बातें करने लगते हैं जो उनकी पर्सनेलिटी को सूट नहीं करतीं. कई बार तो बातों को रिपीट करते हैं. हड़बड़ा जाते हैं, समस्याओं का हल तलाशने में उन्हें दिक्कत होती है. जानें ऐसे ही लक्षणों के बारे में, जो कॉन्फिडेंस कम होने पर पुरुषों में नजर आते हैं. तो बिना देर करे जानते हैं कम आत्मसम्मान के लक्षण कौन कौन से हैं और आपको कैसे पता चलेगा कि कोई लड़का कॉन्फिडेंट नहीं है?

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कॉन्फिडेंस क्या है | What is Confidence

कॉन्फिडेंस वही है जो आप खुद के बारे में भीतर से महसूस करते हैं. उसी तरह आप खुद को पेश करते हैं, काम करते हैं, बोलचाल और हावभाव भी उसी पर निर्भर करता है.

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लो-कॉन्फिडेंस के लक्षण | पुरुषों में कम आत्मसम्मान के 5 लक्षण  | Signs a man lacks confidence

तो आखिर कैसे पता चले कि किसी व्यक्ति में लो-कॉन्फिडेंस है?  ये लक्षण या हावभाव, बातें अमूमन व्यक्ति तब करता है जब उसका आत्मविश्वास डगमगाया हुआ हो. इस बात का ध्यान रखें यहां हम बहुत सी ऐसी बातें बता रहे हैं, जिनको अगर आपका साथी या कोई पुरुष एक सीमा में करता है, तो यह उसके आत्मविश्वास से भरपूर होने के संकेत हो सकते हैं. लेकिन वो कहते हैं न कि अति हर चीज की बुरी होती है. तो अगर आत्मविश्वास की कमी है, तो ज्यादातर लोग या तो बहुत ज्यादा कृतज्ञ महसूस करने लगेंगे या दबा हुआ या फिर बहुत ही ज्यादा सॉरी फील करेंगे. ये सभी चीजें बुरी नहीं, लेकिन एक हद के बाद अगर बहुत ज्यादा की जा रही हैं, तो बिलकुल सुधार की जरूरत है.

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1- ‘देख लो, जो तुम्हारा मन को'

आपको डिनर डेट पर जाना है तो किस रेस्टोरेंट में जाएं, ‘जहां तुम्हारा मन करे', वहां ऑर्डर देने की बात पर आपको ये सुनने को मिले, ‘देख लो, जो तुम्हें चाहिए वही मंगा लो', ‘जैसा तुम्हें ठीक लगे' तो यह पुरुष में कम आत्मविश्वास को जाहिर कर सकता है. अगर वह कभी अपनी इच्छा, पसंद-नापसंद नहीं बताते. हमेशा जैसा आप कहें वैसा कर लेते हैं बिना किसी एडिशन के तो हो सकता है कि उनमें आत्मविश्वास की कमी हो और वे अपने लिए फैसले ही न ले पाते हों.

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2- ‘मेरा नाम मत लेना'

यह जरूरी नहीं कि हर किसी को हर बात पता हो. पर अगर कोई इस बात पर भी शर्म करे और ये कहे ‘मैं शायद गलत हूं', ‘मुझे ये पता ही नहीं है', 'मैं बता रहा हूं, लेकिन मेरा नाम मत लेना' तो ऐसी फीलिंग वाला व्यक्ति आत्मविश्वास में कमी होने पर ऐसा करता है. अपनी कही बात को अगर वो कभी भी बैक करने को तैयार नहीं तो मोहतरमा उनमें आत्मविश्वास में कमी ही नहीं, वे भरोसे के भी लायक नहीं हैं. सावधान रहें.   

3- ‘ये कोई बड़ी बात नहीं'

हो सकता है कि आप अपने साथी के साथ अपने डाउट्स शेयर करती हों, उनसे शिकायत करती हों, लेकिन अगर वह हर बात और हर शिकायत को सिरे से ही नकार देते हैं कि ऐसा नहीं है, तो यह उनमें कम आत्मविश्वास को दर्शाता है. उनमें इतना आत्मविश्वास नहीं है कि वे अपने बारे में कही जा रही सुधारात्मक बातों को स्वीकार करें. क्योंकि इसका मतलब उनके लिए यह हो सकता है कि आप उनमें कमियां निकालती हैं और आपके लिए वे कुछ भी कर लें आप खुश नहीं हो सकतीं. 

कोई अपने मन की बात करे और सामने वाला उसे टालने को ये कहे, ‘ये कोई बड़ी बात नहीं, चिंता मत करो' तो समझ लीजिए कि वो उस टॉपिक को सुनना ही नहीं चाहता. शायद ऐसा व्यक्ति उस समस्या का हल निकालने को ही तैयार नहीं है. उसे लगता ही नहीं कि वो ऐसा कर पाएगा.

4- ‘थैंक यू, थैंक यू सो मच'

कोई आपके लिए कुछ करे तो थैंक यू बोलना तो बनता है. पर इतना आभारी महसूस करना कि उसे ‘थैंक यू, थैंक यू सो मच' बार-बार कहना जरूरी नहीं है. अगर कोई ऐसा करता है तो उसमें आत्मविश्वास की कमी हो सकती है.

5- ‘आई एम सो सो सॉरी'

गलती करके सॉरी कहना आम बात है. पर उस गलती के लिए हद से ज्यादा पछतावा महसूस करना, छोटी सी बात पर सबको सॉरी कहते चलना यह दिखाता है कि आपमें आत्मविश्वास की कमी हो रही है. गलती होने पर अपनी गलती मानना और उसे सुधारने का प्रयास करने वाला व्यक्ति आत्मविश्वासी है. लेकिन उसे लेकर बस सॉरी की रट लगाकर उसी गलती को बार-बार दोहराने वाला शायद आत्मविश्वास की कमी से जूझ रहा है.

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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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