सर्दियों में क्या है पानी पीने का सही तरीका? जानिए कम पानी पीने नुकसान और लक्षण

Right way to Drink Water in Winter: सर्दियां आते ही ठंड में हम कम पानी पीने लगते हैं. लेकिन, क्या आप जानते हैं कि सर्दियों में कितना पानी पीना चाहिए और सही तरीका क्या है? आइए यहां समझिए.

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Right way to Drink Water in Winter: सर्दियों में पानी पीने की आदत बिगड़ जाती है.

Symptoms of Dehydration in Winter: सर्दियों का मौसम आते ही हमारा रूटीन बदल जाता है. ठंडी हवा, गर्म कपड़े और गरमागरम चाय-कॉफी के बीच हम एक चीज को अक्सर नजरअंदाज कर देते हैं, पानी पीना! गर्मियों में जहां बार-बार प्यास लगती है, वहीं सर्दियों में शरीर को पानी की जरूरत महसूस नहीं होती. यही वजह है कि लोग ठंड में पानी कम पीते हैं, जो धीरे-धीरे शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है. पानी सिर्फ प्यास बुझाने के लिए नहीं, बल्कि शरीर की हर क्रिया के लिए जरूरी है. डाइजेशन से लेकर स्किन ग्लो तक, हर चीज पानी पर निर्भर करती है. सर्दियों में पानी की कमी से कब्ज, थकान, स्किन ड्रायनेस और इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है. तो आइए जानते हैं कि सर्दियों में पानी पीने का सही तरीका क्या है और अगर आप कम पानी पीते हैं तो उसके नुकसान और लक्षण क्या हो सकते हैं.

सर्दियों में पानी पीने का सही तरीका | Right Way to Drink Water in Winter (Pani Pine Ka Sahi Tarika)

गुनगुना पानी पिएं: ठंडे पानी की जगह गुनगुना पानी पीना बेहतर होता है. यह शरीर को अंदर से गर्म रखता है और पाचन को भी सुधारता है.

रेगुलर इंटरवल पर पानी पिएं: प्यास लगे या न लगे, हर 1–2 घंटे में थोड़ा-थोड़ा पानी पीते रहें. इससे शरीर हाइड्रेट रहेगा.

सुबह उठते ही पानी पिएं: दिन की शुरुआत एक गिलास गुनगुने पानी से करें. चाहें तो उसमें नींबू या शहद मिला सकते हैं.

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खाने से पहले और बाद में पानी का ध्यान रखें: खाने से 30 मिनट पहले और 1 घंटे बाद पानी पीना पाचन के लिए फायदेमंद होता है.

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तांबे या मिट्टी के बर्तन में रखें पानी: आयुर्वेद के अनुसार, तांबे या मिट्टी के बर्तन में रखा पानी शरीर के लिए ज्यादा लाभकारी होता है.

Photo Credit: Freepik

कम पानी पीने के नुकसान | Side Effects of Drinking Less Water (Kam Pani Pine Ke Nuksan)

कब्ज और पाचन की समस्या: पानी की कमी से आंतों में सूखापन होता है, जिससे मल त्याग में परेशानी होती है.
स्किन ड्रायनेस और झुर्रियां: शरीर हाइड्रेट न हो तो त्वचा रूखी हो जाती है और उम्र से पहले झुर्रियां आने लगती हैं.
थकान और सिरदर्द: पानी की कमी से ब्लड फ्लो धीमा होता है, जिससे थकान, चक्कर और सिरदर्द हो सकता है.
इम्यून सिस्टम कमजोर होना: शरीर में टॉक्सिन्स जमा होने लगते हैं, जिससे बीमारियों से लड़ने की ताकत कम हो जाती है.
यूरीन का रंग गहरा होना: अगर यूरीन पीले या गहरे रंग का हो रहा है, तो यह शरीर में पानी की कमी का संकेत है.

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सर्दियों में पानी पीने की आदत को नजरअंदाज करना आपकी सेहत के लिए खतरनाक हो सकता है. चाहे प्यास लगे या न लगे, नियमित रूप से पानी पीना जरूरी है. गुनगुना पानी, सही समय पर सेवन और आयुर्वेदिक तरीके अपनाकर आप सर्दियों में भी खुद को पूरी तरह हाइड्रेट रख सकते हैं.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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