Haldi water Benefits: हम सभी के किचन में पाई जाने वाली हल्दी अपने कई स्वास्थ्य लाभों के साथ आती है. इसका इस्तेमाल खाना बनाने के साथ कई उपचारों में भी किया जाता है. अगर आप एक गिलास हल्दी वाले पानी का सेवन हर रोज करते हैं तो इसके आपको कई स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं. आर्युवेदिक और यूनानी डॉक्टर सलीन जैदी ने बताया है कि हल्दी का पानी पीने से क्या-क्या फायदे होते हैं. किस मौसम में इसको पीना चाहिए और कैसे हल्दी का पानी बनाया जाता है और इसको ज्यादा पीने से क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं.
इंफ्लेमेशन
इंफ्लेमेशन यानि को सूजन आज के समय में बहुत ही कॉमन सी प्रॉब्लम बन गई है. ये सूजन आपके जोड़ों के अंदर हो सकती है जिससे कि अर्थराइटिस हो सकती है. नसों के अंदर हो सकती है जिससे कि इनमें ब्लॉकेज का खतरा बढ़ता है. हाई ब्लड प्रेशर हो सकता है और इवन कुछ टाइप्स के कैंसर्स भी पैदा हो सकते हैं. ऐसे में इन सभी प्रॉब्लम से बचने के लिए एक नेचुरल उपाय है वो है हल्दी का पानी. हल्दी का पानी आपको जॉइंट पेन में, इंजरी में सूजन में और दर्द को कम करने में तो फायदा करता ही है. साथ ही साथ हार्ट डिजीज और कुछ तरह के कैंसर्स के रिस्क को भी कम करता है. हल्दी के अंदर करक्यूमिन नाम का एक कंपाउंड पाया जाता है जो एक बहुत ही जबरदस्त पावर फुल एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज से भरपूर होता है. इसी वजह से यह इन सभी बीमारियों से प्रोटेक्शन देता है.
एंटीऑक्सीडेंट प्रॉपर्टीज
हल्दी में पाए जाने वाला करक्यूमिन एक पावरफुल एंटीऑक्सीडेंट भी है. एंटीऑक्सीडेंट वो कंपाउंड्स होते हैं जो कि हमारी बॉडी को फ्री रेडिकल से यानी जो हमारी बॉडी में नुकसान देने वाली चीजें होती हैं जो कि इंटरनल बॉडी में डैमेज पैदा करती हैं ऐसे तत्त्वों से बचाते हैं. करक्यूमिन एक ढाल की तरह काम करता है जो कि हमारी सेल्स को ऑक्सीडेटिव डैमेज से प्रोटेक्ट करता है. हमारी स्किन को हेल्दी रखता है और हमारी इम्युनिटी को भी बूस्ट करता है. खासतौर से ऐसे लोग जिनके स्किन का कलर जो है वो फीका हो गया है. उम्र बढ़ने के साथ-साथ चेहरे पर झुरियां नजर आने लगी हैं. बॉडी के अंदर कमजोरी आने लगी है और जो अपनी उम्र से पहले ही बूढ़े दिखाई देने लगे हैं. वक्त से पहले ही बड़ी-बड़ी बीमारियां पैदा होने लगी हैं ऐसे लोगों के लिए हल्दी का पानी इस्तेमाल करना बहुत ही फायदेमंद होता है. यहां तक कि ऐसे लोग अगर शुरू से ही हल्दी का पानी पीने की आदत डाल लें तो आगे चलकर बुढ़ापे में इस तरह की बीमारियां होने का रिस्क काफी ज्यादा कम होता है.
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इम्युनिटी
एक मजबूत इम्यून सिस्टम हमारी बॉडी के डिफेंस मैकेनिज्म की तरह काम करता है. जो कि हमें इंफेक्शन से वायरस से और डिजीज से प्रोटेक्ट करता है. लेकिन कभी-कभी क्या होता है कि ये जो इम्युनिटी है यह वीक हो जाती है, जिससे कि हम आसानी से बीमार पड़ते जाते हैं. जैसे कि अक्सर आपने देखा होगा बहुत सारे लोग बहुत कम बीमार पड़ते हैं और कुछ लोग ऐसे होते हैं जो बार-बार बीमार पड़ते रहते हैं. ऐसा दरअसल इन दोनों लोगों की इम्युनिटी के अंदर पाए जाने वाले डिफरेंस की वजह से होता है. हल्दी में मौजूद जो करक्यूमिन है ना सिर्फ एक एंटीऑक्सीडेंट है बल्कि एक एंटी इन्फ्लेमेटरी एजेंट भी है जो इम्यून सिस्टम को भी बूस्ट करने में मदद करता है. इनफैक्ट स्टडीज ने भी यह साबित किया है कि हल्दी का रेगुलर सेवन इम्यून सेल्स की एक्टिविटी को बढ़ा देता है जो कि इंफेक्शन और बीमारियों से लड़ने में आपकी मदद करती है.
स्किन
हल्दी का पानी आपकी स्किन के लिए एक नेचुरल टोनर की तरह काम करता है. इसमें मौजूद एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज एक्ने और दूसरे स्किन इनफेक्शंस को रोकने का काम करते हैं. हल्दी का पानी पीने से रंग भी निखरता है, स्किन में ग्लो आता है और दाग धब्बे भी दूर होते हैं. इसलिए रोजाना हल्दी का पानी इस्तेमाल करने से आपकी स्किन क्लीन क्लियर और रेडिएंट बन सकती है और वो भी बिना किसी केमिकल के.
हार्ट हेल्थ
हल्दी का पानी आपकी हार्ट हेल्थ को भी इंप्रूव करता है. हल्दी का पानी एंडोथेरेपी करने में आपकी मदद करता है. एंडोथेरेपी होती है जो कि हमारे ब्लड वेसल्स के अंदर से उसको कवर करती है और खून के दबाव को कंट्रोल करने में बहुत ही अहम भूमिका निभाती है .जिससे कि ब्लड वेसल्स रिलैक्स होते हैं. हल्दी में मौजूद करक्यूमिन कंपाउंड आपके ब्लड कोलेस्ट्रॉल लेवल्स को भी कंट्रोल में रखने में आप की हेल्प करता है तो अगर आप अपने हार्ट को नेचुरली हेल्दी रखना चाहते हैं तो आपके लिए हल्दी का पानी एक बहुत ही अच्छा ऑप्शन है.
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कब करें सेवन
दोस्तों हल्दी के पानी को आप साल भर हर मौसम में कंज्यूम कर सकते हैं इसको आप सुबह खाली पेट पी सकते हैं, या फिर रात को सोने से पहले भी पी सकते हैं. आप हल्दी को पानी की जगह दूध के साथ भी पी सकते हैं. लेकिन ऐसा करना उन लोगों के लिए ज्यादा फायदेमंद होता है जो कि जोड़ों के दर्द से परेशान है, जिनकी हड्डियां कमजोर हैं. अगर आपको लिवर प्रॉब्लम है या कोलेस्ट्रॉल बढ़ा हुआ है या दिल की कोई बीमारी है या फिर अगर आप वेट को मेंटेन करना चाहते हैं तो ऐसे में हल्दी का पानी लेना आपके लिए ज्यादा अच्छा ऑप्शन होता है.
कैसे करें तैयार
हल्दी के पानी को तैयार करने के लिए एक गिलास पानी को आप गर्म कीजिए और इसमें आधा से एक चम्मच टीस्पून हाई क्वालिटी हल्दी का पाउडर या एक छोटा सा टुकड़ा आप फ्रेश हल्दी को कूट कर डाल दीजिए और फिर इसको अच्छे से उबाल लीजिए. जब ये उबल जाए तो इसको आप छान कर एक गिलास में निकाल लीजिए और इसमें एक चुटकी काली मिर्च का पाउडर भी ऊपर से ऐड कर दीजिए ताकि जो करक्यूमिन है इसका अब्जॉर्प्शन बढ़ जाए. इस मिक्सचर को आप सुबह खाली पेट या फिर रात को सोने से पहले पी सकते हैं.
किसे नहीं पीनी चाहिए
वैसे हल्दी एक नेचुरल और सेव स्पाइस है जो कि नॉर्मली कोई नुकसान नहीं देती है. लेकिन कुछ केसेस में आपको हल्दी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. मसलन अगर आप प्रेग्नेंट हैं या ब्रेस्ट फेडिंग वुमेन है, या फिर अगर आपको पित्त की पथरी की शिकायत है या फिर अगर आपके पित्त में सूजन है. इसके अलावा अगर आप कोई ब्लड थिनिंग मेडिसिन ले रहे हैं या अगर आपको एसिड रिफ्लक्स की प्रॉब्लम है, किडनी स्टोंस की प्रॉब्लम है या अगर आप डायबिटिक पेशेंट हैं और आपकी कोई दवाइयां चल रही हैं या फिर अगर आपके अंदर आयरन डिफिशिएंसी है तो ऐसे में हल्दी का पानी लेने से आपको बचना चाहिए.
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