सर्दी-खासी से लेकर एसिडिटी की समस्या के लिए रामबाण है ये सूखा मसाला, सर्दियों में जरूर करें सेवन

सोंठ भारतीय रसोई और आयुर्वेदिक चिकित्सा का एक अहम हिस्सा है. सोंठ का इस्तेमाल ना केवल मसालों के रूप में होता है बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी काफी फायदेमंद होता है. 

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
सर्दियों में सोंठ का सेवन बेहद लाभदायी होता है.

सर्दियों के मौसम में एसिडिटी हो या जुकाम यह आम सी बात होती है. ऐसे में सूखी अदरक या 'सोंठ' का इस्तेमाल जुकाम से एसिडिटी तक काफी फायदेमंद होता है. सोंठ भारतीय रसोई और आयुर्वेदिक चिकित्सा का एक अहम हिस्सा है. सोंठ का इस्तेमाल ना केवल मसालों के रूप में होता है बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी काफी फायदेमंद होता है. 

पंजाब स्थित बाबे के आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल के बीएएमएस, एमडी डॉक्टर प्रमोद आनंद तिवारी ने सोंठ के औषधीय खूबियां बताईं. उन्होंने कहा, “सोंठ अपने गर्म तासीर और औषधीय गुणों के लिए प्रसिद्ध है. आयुर्वेद में इसे पाचन सुधारने, खांसी और जुकाम को ठीक करने और शरीर से विषाक्त पदार्थ निकालने के लिए उपयोगी माना जाता है.

किसी औषधि से कम नहीं है सोंठ, सर्दियों में इसका सेवन देता है चमत्कारिक परिणाम

उन्होंने बताया, " सूखी अदरक में पाए जाने वाले एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण इसे कई बीमारियों से लड़ने में मददगार बनाते हैं. सर्दियों में सोंठ का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए. यह शरीर को ठंड जनित रोगों से दूर रखता है और शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत करता है. इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने के लिए आप सर्दियों में नियमित रूप से सोंठ को गर्म दूध में मिलाकर पी सकते हैं. इसे पीने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत होती है."

डॉक्टर प्रमोद आनंद तिवारी ने आगे बताया, "सर्दियों में अक्सर जोड़ों और हड्डियों के दर्द की समस्या बढ़ जाती है. ऐसे में आप इस दर्द से राहत पाने के लिए दूध में सोंठ मिलाकर उसे पीते हैं तो दर्द में राहत मिलता है. सोंठ वाला दूध शरीर में कैल्शियम और विटामिन-डी की कमी को दूर करने में भी मददगार होता है.

Advertisement

बता दें, सोंठ का उपयोग हर्बल चाय और आयुर्वेदिक दवाओं के निर्माण में बड़े पैमाने पर होता है. भारतीय मसाला बोर्ड के अनुसार भारत से सोंठ का निर्यात लगातार बढ़ रहा है, खासकर अमेरिका समेत यूरोप के देशों में इसका निर्यात बढ़ता जा रहा है.

Advertisement

History Of Laddu: मिठाई नहीं दवाई के तौर पर खाया जाता था लड्डू, जानिए लड्डू का इतिहास | Swaad Ka Safar

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

Advertisement
Featured Video Of The Day
Delhi Elections: AAP ने तो Congress से ब्रेकअप का एलान कर दिया, अब SP क्या करेगी ! | Party Politics