रोटियों ने देश भर में डाइनिंग टेबल पर मेन स्टेपल के रूप में अपना स्थान सुरक्षित कर लिया है. खैर, रोटियों की सादगी उनके निर्माण में शामिल टाइम इंटेसिव प्रोसेस के विपरीत है. क्या आपने कभी सोचा है कि फैक्टरी में बड़े पैमाने पर रोटियां कैसे प्रोड्यूस करते हैं, यह देखते हुए कि उन्हें बनाने में कितना समय लगता है? आइए देखें कि कैसे एक संगठन प्रोड्यूस प्रोसेस को सुव्यवस्थित करने के लिए हेल्दी और ऑटोमेटिक तरीकों का उपयोग करके स्कूली छात्रों के लिए कुशलतापूर्वक रोटियां बनाता है.
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एक वायरल वीडियो में, हम एक फैक्टरी में ऑटोमेटिक रोटी बनाने के प्रोसेस को देखते हैं. शुरूआत में एक कर्मचारी को आटा गूंथने वाली मशीन की सावधानीपूर्वक निगरानी करते हुए दिखाया गया है. सटीकता के साथ, वह पानी के पाइप और कंटेनर के माध्यम से आटे में पानी एड करता है, जिससे सही स्थिरता सुनिश्चित होती है. जैसे-जैसे आटा गूंधता जाता है, वह मिश्रण में तेल मिलाता है. फिर आटे को एक कंटेनर में स्थानांतरित किया जाता है और एक बड़े रोलिंग पिन का उपयोग करके कुशलतापूर्वक पतली शीट में चपटा किया जाता है.
फिर पतली सीट गोलाकार टीलों से सजी एक अन्य बेलन से होकर गुजरती हैं, जिससे उन्हें पूरी तरह गोल रोटियों का आकार मिलता है. गोलाकार रोटियों को एक्स्ट्रा शीट से अलग करने के बाद, वे एक सुपर हॉट चेंबर से गुज़रती हैं, जहां वे पूरी तरह से पक जाती हैं. एकदम गोल, पूरी तरह से पकी हुई रोटियां, खाने के लिए तैयार!
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यहां देखें वीडियो- Watch the video here:
हालांकि, इंटरनेट इंप्रेस नहीं रहता है. कुछ लोगों ने पर्सनली टच पर जोर देते हुए तर्क दिया कि हैंडमेड इज द बेस्ट है, जबकि अन्य ने हेल्थ रिलेटेड चिंता व्यक्त की, यह तर्क देते हुए कि मशीन से बनी रोटियां खाना उतनी सेफ नहीं हो सकती हैं.
एक यूजर ने लिखा, "लेकिन मां के हाथों का स्वाद नहीं इसमें [लेकिन इसका स्वाद मां की रोटियों जैसा नहीं है]."
एक अन्य यूजर ने कहा, "रोटी तो है, पर मां का प्यार तुम्हारा जज्बा नहीं है इसमें [ये वास्तव में रोटियां हैं, लेकिन इसमें मां का प्यार और भावना नहीं है]."
किसी ने कमेंट किया कि उन्होंने अपने हॉस्टल में रहने के दौरान मशीन से बनी रोटियां खाई थीं, लेकिन उन्हें वे "रबड़ जैसी" लगीं.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)