Poila Baisakh 2023: हर साल 14 अप्रैल को देश के अलग-अलग राज्यों में नए साल का त्योहार मनाया जाता है. पंजाब और हरियाणा में इसे बैसाखी, बंगाल में पोइला बैसाख, असम में बिहू, तमिलनाडु में पुथांडू, केरल में पूरन विशु और बिहार में सत्तू संक्रांति नाम से मनाया जाता है. बंगाल में पोइला बैसाख बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है, इस दिन बंगाल के हर घर में तरह-तरह के पकवान बनाए जाते हैं. बंगाल की परंपराओं और संस्कृति से जुड़े ये पकवान बेहद लजीज होते हैं, आइए पोइला बैसाख पर बनाई जाने वाली डिशेज के बारे में जानते हैं.
लुची (कचौड़ी)
इसे मैदे में घी का मोयन डालकर बनाया जाता है. खस्ता कचौड़ी को ही बंगाल में लुची कहा जाता है. गरम गरम लुची को आलू दम और चने की दाल यानी छोलार दाल के साथ परोसा जाता है.
आलुर दम (आलू दम)
पहला बैसाख पर बंगाल के हर घर में आलू दम जरूर बनाया जाता है. छोटे-छोटे आलुओं को प्याज, टमाटर की ग्रेवी के साथ बनाया जाता है. बंगाल के आलू दम की खास बात ये है कि इसमें मसालों के साथ थोड़ी शक्कर भी मिलाई जाती है और इसका स्वाद हल्का मीठा होता है.
छोलार दाल (चने की दाल)
बंगाल में अक्सर त्योहार और शादी-विवाह जैसे अनुष्ठानों में चने की दाल यानी छोलार दाल जरूर बनाई जाती है. मसालों के तड़का लगाकर इस दाल को तैयार किया जाता है और लुची के साथ परोसा जाता है.
कोशा मानशो
कोशा मानशो बंगाल की एक ट्रेडिशनल नॉनवेज रेसिपी है, जो हर बंगाली की फेवरेट होती है. पोइला बैसाख पर मटन से बनी इस ड्राई करी को चावल के साथ खाया जाता है.
बैगुन भाजा (बैंगन भाजा)
बैंगन में मसालों को लपेट कर शैलो फ्राई कर बैगुन भाजा तैयार किया जाता है. पोइला बैसाख पर लंच में इस डिश का होना कंपलसरी है. बैंगन में हल्दी, लाल मिर्च, सरसों और जीरा जैसे मसाले मिलाए जाते हैं.