पैक्ड चीजों पर लगे लेवल को न पढ़ना सेहत के लिए खतरनाक, जानें कैसे समझें एक दिन में कितने चिप्स, कुरकुरे खाएं

डाइट में कितना फैट, कैलोरी, शुगर और सोडियम को लेना है ये बहुत कम लोगों को पता होता है. यहां समझिए पैकेट पर लिखे न्यूट्रिशन लेवल का पूरा गणित.

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How To Read Food Labels: हमारी हेल्थ का पूरा गणित न्यूट्रिशन लेवल पर ही टिका है.

अक्सर हम खाने को लेकर इतना आतुर होते हैं कि उसके न्यूट्रिशन लेवल पर ध्यान नहीं देते हैं, जो भी हमारे सामने होता है हम खा लेते हैं. खासकर ये पैक्ड चीजों के साथ ज्यादा होता है. पैक्ड चीजों पर छपी न्यूट्रिशन टेबल पर इतनी जानकारी होती है अगर हम उसे पढ़ लें तो शायद उसे खाने या न खाने का फैसला ले सकते हैं, लेकिन लोग उसे नजरअंदाज कर देते हैं. हमें अपनी डाइट में कितना फैट, कैलोरी, शुगर और सोडियम को एड करना है ये बहुत कम लोगों को पता होता है. जबकि हमारी हेल्थ का पूरा गणित न्यूट्रिशन लेवल पर ही टिका है, न्यूट्रिशन लेबल सेहत पर बड़ा असर डाल सकता है. तो चलिए आज आपको बताते हैं कि हमें कितनी मात्रा में किस न्यूट्रिएंट को लेना चाहिए और किन्हें खाने से बचना चाहिए.

पैक्ड चीजों के लेवल पर क्या पढ़ना चाहिए?

खाने पीने के किसी चीज के पैकेट पर न्यूट्रिशन से जुड़ी जरूरी जानकारियां लिखी होती है, जिनमें इंग्रेडिएंट्स, सर्विंग साइज और वैल्यूज शामिल हैं. अब हम इनमें से किस चीज पर ध्यान देना है ये जानना बेहद जरूरी है. किसी भी लेवल पर मोटामाटी 4 चीजें लिखी होती हैं: सर्विंग साइज, कैलोरीज, न्यूट्रिएंट्स की जानकारी, डेली वैल्यूज.

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सर्विस साइज की बात करें तो ये वह मात्रा है जो लोग एक बार में खाते हैं, लेकिन सर्विंग साइज की जानकारी तब तक अधूरी है जब तक आप इसके बाकी न्यूट्रिशन लेवल को ठीक से नहीं समझ लेते हैं.

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सर्विंग साइज के अलावा और क्या पढ़ें:

किसी भी पैकेट पर न्यूट्रिशन लेवल पर आमतौर पर कुल एनर्जी, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, शुगर, फैट और सोडियम की जानकारी होती है कि उस पैकेट को खाने पर आपको इनमें से कितनी मात्रा में ये न्यूट्रिएंट्स मिल सकते हैं.

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क्या आपको पैकेट पर लिखे सारे न्यूट्रिएंट्स उसी मात्रा में मिलते हैं?

जी नहीं! आपको उतना प्रोटीन या अन्य न्यूट्रिएंट्स नहीं मिलते हैं जितना कि पैकेट पर लिखा होगा, क्योंकि पैकेट पर इस न्यूट्रिशन लेवल के ऊपर सर्विस साइज भी लिखा होगा प्रति सर्विंग या प्रति 100 ग्राम, जिसके आधार पर ये पता चलता है कि कितने न्यूट्रिएंट ले पाएंगे. अगर पैकेट प्रति 100 ग्राम की सर्विंग के हिसाब से है तो आप कैलोरी, प्रोटीन, फैट और अन्य न्यूट्रिएंट जितनी मात्रा में लिखे हैं उतने नहीं बल्कि उससे आधी से कम मात्रा में ही मिलेंगे. वहीं अगर पैकेट पर प्रति सर्व लिखा हो तो इन न्यूट्रिएंट्स की वेल्यू ढ़ाई गुना तक बढ़ जाती है.

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...लेकिन आपको इन मात्रा को कैल्कुलेट करने की जरूरत नहीं है जरूरत है तो बस लेवल को ठीक से पढ़ने की क्योंकि इस न्यूट्रिशन लेवल पर आरडीए (रिकंमेंड डायटरी अलाउंस) भी लिखा होता है. ये नंबर बताते हैं कि किसी इंग्रेडिएंट्स की कितनी मात्रा आपके लिए हेल्दी है.

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इसके साथ ही कई पैकेट्स पर उन इंग्रेडिएंट्स की लिस्ट भी होती है जो एलर्जिक रिएक्शन वाले होते हैं, तो आपको इसे बड़े ध्यान से पढ़ने की जरूरत होती है.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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