पूरे 9 दिन नवरात्रि में मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूपों की विधि विधान से पूजा की जाती है. उसी कड़ी में नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा की पूजा होती है. कहते हैं कि इस दिन अगर पूरे विधि-विधान और सच्चे मन से मां की भक्ति की जाए तो मां चंद्रघंटा प्रसन्न होती हैं. नवरात्रि के तीसरे दिन मां चंद्रघंटा को दूध से बनी चीजों का भोग लगाया जाता है. इस दिन आप दूध से बनी मिठाई का मां चंद्रघंटा को भोग लगा सकते हैं. धार्मिक मान्यता है कि ऐसा करने से मानसिक, शारीरिक और आर्थिक कष्टों से मुक्ति मिलती है. तो चलिए जानते हैं कि मां चंद्रघंटा का प्रिय भोग क्या है, और नवरात्रि के तीसरे दिन माता रानी को खुश करने के लिए आप किन चीजों का भोग बना सकते हैं. यहां है रेसिपी.
मां चंद्रघंटा को लगाएं दूध से बनी इन चीजों का भोग-
1. दूध की बर्फी
सामग्री-
- दूध 2 लीटर
- मिल्क पाउडर 1 कप
- चीनी आधा कप
- एक चम्मच घी
- कटा हुआ पिस्ता बादाम 2 टेबलस्पून
बनाने का तरीका-
- इसे बनाने के लिए कढ़ाई में सबसे पहले दूध डालें. उसे उबाल कर गाढ़ा कर लें. एक बार दूध गाढ़ा हो जाए तो इसमें मिल्क पाउडर मिलाएं.
- अगले स्टेप में शक्कर डालकर अच्छी तरह से मिक्स होने दें.
- एक बड़ी सी प्लेट में थोड़ा सा घी लगाकर प्लेट को अच्छी तरह से ग्रीस कर लें और फिर इस गाढ़े दूध को अच्छी तरह डाल कर पूरी प्लेट या थाली में फैलाएं.
- 15 मिनट के लिए इससे ठंडा होने दें ताकि अच्छी तरह सेट हो जाए और फिर बर्फी के आकार में काट कर प्लेट से बाहर निकाल लें.
- बस आपकी स्वादिष्ट दूध बर्फी बनकर तैयार है. इस बर्फी का मां चंद्रघंटा को नवरात्रि के तीसरे दिन भोग लगाएं.
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2. मिल्क केक-
सामग्री-
- दूध 2 लीटर
- शक्कर दो कप
- नींबू
- घी 2 कप
- 2 टेबलस्पून पिसी हुई फिटकरी दो चुटकी
मिल्क केक बनाने की रेसिपी-
- मिल्क केक बनाने के लिए सबसे पहले एक कढ़ाई में दूध डालकर उसे अच्छी तरह से गर्म करने रख दें.
- दूध अच्छे से उबल जाए उसके बाद दो नींबू का रस डाल दें. ऐसा करने से दूध फट जाएगा और दानेदार हो जाएगा.
- दूध गाढ़ा होने तक उबालें. इसके बाद शक्कर डाल दें. अब चम्मच की मदद से इसे चलाते रहें, नहीं तो दूध नीचे से जलने लग जाएगा और जलने वाला टेस्ट आएगा.
- 10 मिनट तक पकाएं और उसके बाद इसमें एक चम्मच घी डाल दें..
- एक बार जब यह पक जाएगा तो रंग बदलने लगेगा. ऐसा होने पर गैस बंद कर दें.
- अब एक गहरी तले वाली थाली लें. मिश्रण को उसमें निकालकर आधे घंटे तक रख दें और ठंडा होने दें. एक बार जम जाए इसके बाद मनचाहे आकार में काट लें और इसका मां चंद्रघंटा को भोग लगाएं.
- इसके अलावा इस दिन आप सामक चावल या फिर साबूदाने की खीर भी बनाकर मां चंद्रघंटा को भोग लगा सकते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.