Natural Stamina Booster Drink: दिनभर काम के बावजूद अगर आपकी बॉडी थकी-थकी रहती है, सुबह उठते ही पैरों में दर्द, दिमाग भारी और एनर्जी लो रहती है, तो ये समस्या सिर्फ आपकी नहीं है. आज की तेज रफ्तार जिंदगी में थकान का आना आम बात हो गई है. इसका कारण कुछ और नहीं बल्कि शरीर की नेचुरल एनर्जी कम होना है. ज्यादातर लोग इसके लिए बाजार की मल्टीविटामिन गोलियों में ढूंढते हैं, लेकिन सच यह है कि गोलियां ऊपर से एनर्जी का एहसास देंगी, अंदर से ताकत नहीं बनाती हैं. आज हम आपको बताएंगे एक ऐसा काढ़ा (ड्रिंक), जो सिर्फ तीन नेचुरल चीजों से बनता है और हफ्ते में 1 बार पीने पर भी शरीर में शानदार एनर्जी भर देता है.
सिर्फ सप्लीमेंट नहीं, शरीर को अंदर से पोषण चाहिए-
होलिस्टिक हेल्थ स्पेशलिस्ट डॉ. सलीम ने यूट्यूब चैनल Healthy Hamesha पर बताया, आजकल ज्यादातर लोग थकान दूर करने के लिए मल्टीविटामिन, एनर्जी ड्रिंक्स, कैफीन और दवाइयों पर निर्भर हो चुके हैं. शुरुआत में इनका असर दिखता है, लेकिन कुछ ही दिनों में फिर वही सुस्ती और कमजोरी वापस आ जाती है. वजह ये है कि यह चीजें शरीर को अंदर से मजबूत नहीं बनातीं. यह सिर्फ कुछ घंटों की कृत्रिम ऊर्जा देती हैं. अगर ऊर्जा को लंबे समय तक बनाए रखना है, तो शरीर के खून, नसों और पाचन तीनों को मजबूत करना पड़ता है. प्राकृतिक चीजें, जड़ी-बूटियां और आयुर्वेद इसी मूल जड़ पर सीधे काम करता है.
हफ्ते में एक बार का काढ़ा-
डॉ. सलीम ने बताया, आयुर्वेद में एक ऐसा काढ़ा बताया गया है, जो रोज-रोज पीने के लिए नहीं है. इसे हफ्ते में सिर्फ एक बार लेना होता है. इसकी खासियत यह है कि यह शरीर को धीरे-धीरे मजबूती देता है. यह अंदर की थकान को जड़ से साफ करता है. यह काढ़ा तीन ऐसी सरल चीजों से बनता है, जो भारतीय रसोई और परंपरा में सालों से मौजूद हैं लेकिन धीरे-धीरे हमारी आदतों से गायब हो गई हैं.
काढ़ा किन तीन चीजों से बनता है-
1. सहजन (मोरिंगा)
इस काढ़े की पहली मुख्य सामग्री सहजन (मोरिंगा) है. इसे प्रकृति का तैयार मल्टीविटामिन कहा जाता है. इसमें विटामिन A, C, E, आयरन, कैल्शियम और प्रोटीन की मात्रा बहुत ज्यादा होती है. जब शरीर को सही पोषण मिलता है, तो मांसपेशियां मजबूत होती हैं, जोड़ों का दर्द कम होता है और शरीर पूरे दिन बिना थके काम कर सकता है. मोरिंगा उन लोगों के लिए वरदान है जो कमजोर महसूस करते हैं या जल्दी थक जाते हैं.
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2. अश्वगंधा-
दूसरी सामग्री अश्वगंधा है. इसे सदियों से प्राकृतिक ताकत और स्टैमिना बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. यह शरीर में तनाव हार्मोन को कम करता है, नसों को शांत करता है और शरीर में निरंतर ऊर्जा बनाए रखता है. कई लोग सोने के बाद भी थके हुए महसूस करते हैं, क्योंकि उनका मन और दिमाग थक जाता है. अश्वगंधा इस जड़ वाली समस्या पर असर करता है. यह स्टैमिना को गहराई से बनाता है.
3. दालचीनी-
काढ़े की तीसरी सामग्री दालचीनी है. यह सिर्फ एक मसाला नहीं बल्कि खून के बहाव को बेहतर बनाने वाली औषधि है. जब खून अच्छे से शरीर में घूमता है तो ऊर्जा भी हर हिस्से तक पहुंचती है. दालचीनी शरीर को गर्माहट, फुर्ती और एक्टिव बनाती है. यह काढ़े में स्वाद और गुण दोनों जोड़ती है.
इसे कैसे पीना है-
1. एक गिलास पानी में थोड़ा मोरिंगा पाउडर, थोड़ा अश्वगंधा और एक छोटी दालचीनी की छड़ी लें.
2. इन तीनों को मिलाकर पानी में 10 मिनट तक उबालें.
3. इसे छानकर हल्का गर्म पी लें.
4. इसका स्वाद थोड़ा तेज लग सकता है, लेकिन असर इसी प्रकृति में छुपा है.
5. इसे हफ्ते में एक या दो बार पीना काफी है. रोज पीने की जरूरत नहीं है.
असर कब से दिखेगा
यह कोई इंस्टैंट एनर्जी ड्रिंक नहीं है. यह शरीर को धीरे-धीरे मजबूत करता है. कुछ लोगों को एक-दो हफ्तों में फर्क दिखने लगता है, जैसे कि नींद बेहतर होना, थकान कम होना, शरीर हल्का लगना और दिनभर फुर्ती रहना है. गर्भवती महिलाएं, ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं और हाई बीपी या थायराइड वाले लोगों को बिना डॉक्टर से पूछे इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)














