Nabhi Me Konsa Tel Dale | Nabhi Me Tel Ke Fayde : हमारा किचन किसी एक्सपर्ट से कम नहीं है, वहां रखे मसाले और तेल कई रोगों का इलाज करने में कारगर हैं. यह कई आयुर्वेदिक नुस्खों में काम आते हैं. हम सभी की रसोई में कई तरह के तेल होते हैं, जिनमें से हर तेल की अपनी खासियत है. हमारी नाभि (Navel) यानी बेली बटन (Belly Button) शरीर का एक ऐसा हिस्सा है जिसे अक्सर हम नज़रअंदाज़ (ignore) कर देते हैं. लेकिन आयुर्वेद (Ayurveda) और हमारी दादी-नानी के नुस्खों (grandmother's remedies) में नाभि को शरीर का केंद्र (center) माना गया है, जहां तेल लगाने से कई तरह की सेहत और सुंदरता से जुड़ी समस्याओं का समाधान हो सकता है.
तेल लगाने की इस प्रक्रिया को नाभि थेरेपी (Navel Therapy) या नाभि पूरण (Nabhi Pooran) भी कहा जाता है. ख़ासकर सरसों का तेल (Mustard Oil) नाभि में लगाना सबसे ज़्यादा फ़ायदेमंद माना जाता है.
आइए, जानते हैं कि नाभि में सरसों का तेल लगाने के क्या-क्या अद्भुत (amazing) फ़ायदे हैं और नाभि में कौन सा तेल लगाना सबसे बेहतर है.
नाभि में सरसों का तेल क्यों लगाते हैं? | Nabhi Me Tel Lagane Ke Fayde
सरसों का तेल, जिसे आम भाषा में 'कच्ची घानी तेल' भी कहते हैं, हमारी भारतीय रसोई का एक अहम हिस्सा है. इसकी तासीर गरम होती है और यह विटामिन ई (Vitamin E), ओमेगा-3 (Omega-3) और ओमेगा-6 (Omega-6) फैटी एसिड से भरपूर होता है.
माना जाता है कि नाभि में कई नसें (nerves) आपस में जुड़ी होती हैं, और तेल इन नसों के ज़रिए शरीर के अलग-अलग हिस्सों तक पहुँचकर उन्हें पोषण (nourishment) देता है.
नाभि में सरसों का तेल लगाने के 10 बड़े फायदे | Nabhi Me Sarso Tel Lagane Ke Fayde
- फटे होंठों के लिए वरदान (Relief from Chapped Lips): सर्दियों में होंठ फटने की समस्या बहुत आम है. रात को सोने से पहले नाभि में सरसों का तेल लगाने से होंठों को नमी (moisture) मिलती है और वे नरम (soft) और गुलाबी (pink) बने रहते हैं. यह सबसे असरदार और आजमाया हुआ नुस्खा है.
- त्वचा में निखार और चमक (Skin Glow and Brightness): सरसों का तेल त्वचा को अंदर से नमी देता है और रूखेपन (dryness) को दूर करता है. अगर आपकी त्वचा बेजान (dull) और सूखी लगती है, तो रोज़ाना तेल लगाने से त्वचा में प्राकृतिक चमक (natural glow) आती है.
- जोड़ों के दर्द में राहत (Relief in Joint Pain): सरसों के तेल की तासीर गरम होती है. नाभि में तेल लगाने से यह शरीर को अंदर से गर्माहट देता है, जिससे ख़ासकर घुटनों और जोड़ों के दर्द (joint pain) में आराम मिलता है. ठंड के मौसम में यह फ़ायदा बहुत असरदार होता है.
- पाचन तंत्र को ठीक करे (Improves Digestion): नाभि पेट का केंद्र है. रात को नाभि में तेल लगाने से पाचन क्रिया (digestive process) में सुधार होता है. यह पेट की गैस (gas), कब्ज (constipation) और पेट फूलने (bloating) जैसी समस्याओं को कम करने में मदद करता है.
- आँखों की रोशनी बढ़ाए (Boosts Eyesight): यह सुनकर आपको अजीब लग सकता है, लेकिन माना जाता है कि नाभि से जुड़ी नसें आँखों तक जाती हैं. नियमित रूप से सरसों का तेल लगाने से आँखों की थकान कम होती है और रोशनी (eyesight) बेहतर हो सकती है.
- पेट दर्द में तुरंत आराम (Quick Relief from Stomach Ache): पेट दर्द होने पर नाभि के चारों ओर हल्का गरम सरसों का तेल लगाकर मालिश (massage) करने से दर्द में बहुत जल्दी राहत मिलती है.
- इंफेक्शन से बचाव (Protection from Infections): नाभि में अक्सर गंदगी और बैक्टीरिया (bacteria) जमा हो जाते हैं. सरसों के तेल में एंटी-बैक्टीरियल (anti-bacterial) गुण होते हैं जो नाभि को साफ रखते हैं और किसी भी तरह के छोटे-मोटे इंफेक्शन को दूर करते हैं.
- मासिक धर्म (Periods) के दर्द में आराम: जिन महिलाओं को पीरियड्स के दौरान ज़्यादा पेट दर्द होता है, उन्हें नाभि में सरसों या तिल का तेल लगाने से पेट की ऐंठन (cramps) और दर्द में कुछ हद तक आराम मिल सकता है.
- नाभि को साफ़ और बदबू रहित रखना: नाभि की ठीक से सफ़ाई न होने पर बदबू (smell) आ सकती है. तेल लगाकर रूई (cotton) से साफ करने पर यह समस्या दूर हो जाती है.
- दिमाग को शांत करे (Calms the Mind): रात को नाभि में तेल लगाने से शरीर को आराम मिलता है, जिससे तनाव (stress) कम होता है और नींद अच्छी (good sleep) आती है.
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नाभि में कौन सा तेल लगाना चाहिए? (Which oil should be applied in the navel?)
सरसों का तेल सबसे ज़्यादा इस्तेमाल होता है, लेकिन आपकी समस्या के अनुसार आप दूसरे तेलों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं:
| समस्या (Problem) | तेल (Oil) | क्यों (Why) |
| फटे होंठ, त्वचा की नमी | सरसों का तेल | तासीर गरम और फैटी एसिड्स |
| मुंहासे और पिंपल्स (Acne & Pimples) | नीम का तेल | एंटी-बैक्टीरियल और साफ करने वाला |
| चमकदार त्वचा (Glowing Skin) | बादाम का तेल | विटामिन ई और एंटीऑक्सीडेंट्स |
| जोड़ों और घुटनों का दर्द | अरंडी का तेल (Castor Oil) | सूजन कम करने वाला (Anti-inflammatory) |
| अच्छी नींद और आराम | नारियल तेल या जैतून तेल | ठंडा और आरामदायक |
नाभि में तेल लगाने का सही तरीका | Nabhi Me Tel Kaise Dale/Lagaye
नाभि में तेल लगाना बहुत ही आसान है, लेकिन सही तरीका अपनाना जरूरी है:
- तेल गरम करें: तेल को हल्का गुनगुना (lukewarm) कर लें.
- कितना तेल: रात को सोने से पहले 2 से 3 बूंद तेल नाभि में डालें.
- मालिश: नाभि के चारों ओर एक से दो इंच के एरिया (area) में हल्के हाथों से 5 मिनट तक गोल-गोल (circular motion) मालिश करें.
- आराम: मालिश के बाद 10-15 मिनट तक सीधे लेटकर आराम करें ताकि तेल अच्छे से अंदर जा सके.
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ज़रूरी बात (Important Note):
- नाभि बहुत संवेदनशील (sensitive) होती है. इसलिए ध्यान रखें कि:
- तेल हमेशा साफ होना चाहिए.
- नाभि में कोई गंदगी नहीं होनी चाहिए.
- अगर तेल लगाने के बाद खुजली (itching) या जलन हो, तो तुरंत तेल लगाना बंद कर दें.
निष्कर्ष (Conclusion):
नाभि में तेल लगाना हमारे पुराने और असरदार आयुर्वेदिक नुस्खों में से एक है. खासकर सरसों का तेल लगाने से न सिर्फ फटे होंठ और रूखी त्वचा जैसी आम समस्याएं दूर होती हैं, बल्कि यह पाचन और शरीर के दर्द में भी राहत देता है. अपनी रोजमर्रा की दिनचर्या (routine) में रात को सिर्फ 5 मिनट नाभि को दें और इसके बेहतरीन फ़ायदे महसूस करें.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)














