How Is Mawa Ki Kachori Traditionally Made: दिवाली खुशियों का त्योहार है. इस अवसर पर भारत में हर राज्य में अपना कुछ न कुछ स्पेशल बनाया जाता है. ऐसे में राजस्थान की बात करें, तो यह अपनी मिठाइयों के लिए बेहद फेमस है. जो न केवल स्वाद में लाजवाब होती हैं बल्कि उनमें परंपरा की खुशबू भी होती है और उन्हीं में से एक है मावा कचौरी. जो दिवाली के अवसर पर सबसे ज्यादा बनाई जाती है. यह बाहर से कुरकुरी और अंदर से नरम होती है. तो चलिए जानते हैं इसे बनाने की आसान रेसिपी क्या है?
कचोरी में क्या-क्या पाया जाता है?
सामग्री
- मैदा (2 कप)
- घी
- नमक (स्वादानुसार)
- पानी (आवश्यकतानुसार)
स्टफिंग के लिए:
- मावा (1 कप)
- चीनी (½ कप)
- कटे हुए बादाम, काजू, किशमिश
- इलायची पाउडर (½ चम्मच)
चाशनी के लिए:
- चीनी (1 कप)
- केसर
- पानी
- इलायची पाउडर
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बनाने की विधि:
मावा कचौरी बनाने के लिए सबसे पहले एक बड़ा बर्तन लें उसमें मैदा, नमक और घी डालकर एक मिश्रण बना लें और धीरे-धीरे पानी डालकर आटा गूंध लें. अब इसे 15 से 20 मिनट के लिए किसी कपड़े से ढककर रख दें. स्टफिंग तैयार करने के लिए एक कड़ाही लें उसमें मावा डालकर धीमी आंच पर सुनहरा होने तक भून लें, अब इसमें कटे हुए ड्राई फ्रूट्स, इलायची पाउडर और पिसी चीनी डालकर अच्छी तरह मिला लें. अब चाशनी बनाने के लिए एक पैन में चीनी और पानी डालकर तब तक उबालें जब तक पानी में गाढ़ापन न आ जाएं और फिर इसमें केसर और इलायची डालकर गैस बंद कर दें. अब कचौरी बनाने के लिए आटे की छोटी लोइयां बनाकर हल्का बेलें और बीच में एक चम्मच मावे का तैयार किया हुआ मिश्रण भर दें. किनारों को जोड़कर गोल कचौरी का आकार दें और फिर कड़ाही में हल्की आंच पर सुनहरा भूरा होने तक तल लें. ध्यान रखें तेज आंच पर तलने से कचौरी अंदर से कच्ची रह सकती है इसलिए हल्की आंच पर ही तलें. अब अंत में तली हुई गरम कचौरियों को चाशनी में 2 से 3 मिनट के लिए डुबो दें और फिर सर्व करें.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)