Majuphal Ayurvedic Health Benefits: माजूफल एक शक्तिशाली आयुर्वेदिक औषधि है. यह ओक के पेड़ों पर कीटों के कारण बनने वाली गॉल्स से बनता है और अपने कसैले, एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-फंगल और एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों के लिए जाना जाता है. माजूफल (Majuphal) आयुर्वेद में एक चमत्कारी औषधि के रूप में जाना जाता है, जो कई स्वास्थ्य समस्याओं के समाधान में सहायक होता है. यह एंटीऑक्सिडेंट, एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है, जिससे यह त्वचा, दांत, गले और पाचन तंत्र के लिए बेहद फायदेमंद साबित होता है. आयुर्वेद में इसे घाव भरने, संक्रमण रोकने और त्वचा को टाइट करने के लिए उपयोग किया जाता है. इसके अलावा, गले की खराश, मसूड़ों की सूजन और महिलाओं की स्वास्थ्य समस्याओं में भी इसका उपयोग किया जाता है. इस लेख में हम माजूफल के औषधीय गुणों, उपयोग के बारे में विस्तार से जानेंगे.
माजूफल के स्वास्थ्य लाभ (Health Benefits of Majuphal)
1. पेट के लिए फायदेमंद
माजूफल पेट की समस्याओं जैसे दस्त, पेचिश और आंतों के रोगों में राहत देता है. इसका कसैला गुण पेट को मजबूत करता है. माजूफल का पाउडर दालचीनी के साथ मिलाकर लेने से बार-बार शौच और चिपचिपे मल की समस्या कम होती है. रोजाना इसका काढ़ा पीने से पाचन तंत्र मजबूत रहता है.
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2. मुंह और दांतों के लिए लाभकारी
माजूफल का चूर्ण या काढ़ा मुंह के छाले, मसूड़ों की सूजन और दांतों से खून बहने में कारगर है. इसे फिटकरी या सुपारी के साथ मंजन की तरह इस्तेमाल करें तो मुंह की दुर्गंध और छाले ठीक होते हैं. यह दांतों के दर्द और पायरिया में भी राहत देता है.
3. झाइयों से राहत पाने में मददगार
माजूफल का लेप त्वचा के घाव, मुंहासे, खुजली और झाइयों को ठीक करता है. इसे सिरके के साथ मिलाकर चेहरे पर लगाने से निशान और झाइयां कम होती हैं. इसके एंटी-माइक्रोबियल गुण त्वचा को स्वस्थ और चमकदार बनाते हैं.
4. महिलाओं के लिए फायदेमंद
माजूफल महिलाओं की कई समस्याओं में फायदेमंद है. 100 ग्राम माजूफल, 50 ग्राम जैतून का सूखा फल और 20 ग्राम गुलाबी फिटकरी को पीसकर पाउडर बनाएं. दो-तीन ग्राम पाउडर को सुबह खाली पेट गुनगुने पानी और नींबू के साथ लें. यह ओवेरियन सिस्ट और बच्चेदानी की गांठों को खत्म करने में मदद करता है. ल्यूकोरिया (सफेद पानी) के लिए माजूफल, लोधरा छाल, चुनिया गोंद, मोचरस, नागकेसर, सूखा सिंघाड़ा और मिश्री को पीसकर पाउडर बनाएं. इसे एक चम्मच सुबह-शाम खाने के बाद लें. यह ल्यूकोरिया को जड़ से खत्म करता है.
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5. गले की खराश
माजूफल का काढ़ा गरारे करने से गले की खराश और टॉन्सिलाइटिस में आराम मिलता है. बवासीर के दर्द और सूजन में इसका काढ़ा मलद्वार धोने के लिए या लेप के रूप में उपयोग करें. यह जलन और दर्द को कम करता है.
6. ब्लड शुगर लेवल
माजूफल ब्लड शुगर को कंट्रोल करता है और डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद है. इसका चूर्ण या काढ़ा घावों को जल्दी भरता है और ब्लीडिंग रोकता है. यह मूत्र मार्ग संक्रमण और बालों के झड़ने में भी असरदार है.
7. गर्भवती महिलाएं इसका उपयोग न करें
माजूफल का एक-दो ग्राम चूर्ण शहद या पानी के साथ लें. इसका काढ़ा गरारे या योनि धावन के लिए उपयोग करें. गर्भवती महिलाएं इसका उपयोग न करें, क्योंकि यह गर्भपात का खतरा बढ़ा सकता है. ज्यादा मात्रा में सेवन से कब्ज हो सकता है.
माजूफल एक बहुमुखी आयुर्वेदिक औषधि है, जो पाचन, त्वचा, दांत, गले और महिला स्वास्थ्य के लिए वरदान है. सही मात्रा और डॉक्टर की सलाह के साथ इसका उपयोग करें.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)