Viral Video: खाना चाहे कितने भी लैविश और अच्छे रेस्टोरेंट में खा लें, लेकिन स्ट्रीट फूड को लेकर जो सबके दिलों में प्यार है उसकी बराबरी और कोई नहीं कर सकता है, हम में से कई लोग ऐसे होंगे जिनको बड़ी दुकानों की जगह ठेली पर मिलने वाला स्ट्रीट फूड ज्यादा पसंद होता है. समोसा हो या कचौरी कागज की प्लेट पर गरमागरम कचौरी के साथ चटनी और उसका स्वाद अलग ही होती है. आप भी मानते हैं कि नहीं ये बात. अब एक बात जो शायद ही आपने ध्यान दिया हो कि जिन कागज की प्लेट पर आप खाते हो उन पर क्या लिखा है? पत्रिकाओं या न्यूज पेपर के कटआउट से बनीं ये प्लेटें हर जगह ही मिल जाती हैं. एक महिला के साथ ऐसा ही कुछ हुआ उसको कागज की प्लेट मिली जिसके बारे में उसने सोशल मीडिया पर शेयर किया और वो वायरल हो गया. दरअसल एक शख्स ने कोटा जंक्शन से कचौरियों की प्लेट की एक तस्वीर शेयर की. जिस पर सभी का ध्यान गया. कचौरी की प्लेट में ऐसा खास क्या है? सुनहरे भूरे रंग की कचौरी को पेपर प्लेट पर परोसा जाता है. यदि आप इस फोटो को ठीक से देखेंगे, तो कागज़ की प्लेट पर आपको केमिस्ट्री की कुछ रिएक्शन्स देखने को मिल रही हैं. कोटा से जुड़े आईआईटी-जी के एंगल पर हंसते हुए एक पंच जोड़ते हुए उन्होंने लिखा, “कोटा में कचौरी भी पढाई करते हुए खानी पड़ी है” ” जो नहीं जानते उनके लिए कोटा को भारत की कोचिंग राजधानी कहा जाता है. राजस्थान का शहर अपने आईआईटी-जी कोचिंग संस्थानों के लिए जाना जाता है. हर साल हजारों की संख्या में छात्र कोटा की कोचिंग में एडमीशन लेते हैं.
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यहां देखें पोस्ट:
भारत के फेमस इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रवेश पाने के लिए छात्रों कोटा में कोचिंग करने जाते हैं. ट्विटर पर यह पोस्ट देखते ही देखते वायरल हो गई. कुछ ने इसे "कोटा की बात" कहा.
किसी ने कहा, "कोटा में कचौरी वाले भैया को भी डिफरेंशियल इंटीग्रेशन आता है"
एक यूजर ने हंसते हुए इमोजी के साथ लिखा, "कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी जब आप एक दिन टिश्यू को चीट शीट के रूप में पाएंगे."
एक यूजर ने कमेंट कर के लिखा, “कोटा की कचौरी और पैटीज का मजा ही अलग था”
एक यूजर ने कमेंट किया, "ये तो कुछ भी नहीं, एक बार दुकान वाला कचौरी देते हुए जी मैं का पेपर सॉल्व कर रहा था."
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