नई दिल्ली: कैसा लगता है जब चाकू से टमाटर तक नहीं कट पाता? बाज़ार से डिस्काउंट पर लाया चाकू भी एक दो-बार के काम से खराब हो जाता है? घर में फिर वह सिर्फ एक खाने के कांटे की तरह ही काम करता है। वीकेंड पर भी किसी के पास इतना समय नहीं होता कि वह बाज़ार जाकर उसको तेज़ करा लाए।