How to Make Millet Roti: सर्दियों की रसोई में अगर किसी चीज की सबसे ज्यादा चर्चा होती है, तो वो है बाजरे की रोटी. यह न सिर्फ स्वाद में लाजवाब होती है, बल्कि सेहत के लिहाज़ से भी बेहद फायदेमंद मानी जाती है. बाजरा आयरन, फाइबर, प्रोटीन और मैग्नीशियम से भरपूर होता है और शरीर को ठंड से बचाने में मदद करता है. यही वजह है कि उत्तर भारत के कई हिस्सों में सर्दियों में बाजरे की रोटी, गुड़ और सफेद मक्खन के साथ खाना एक परंपरा बन चुकी है.
लेकिन, एक आम समस्या जो लगभग हर किसी को आती है. बाजरे की रोटी बेलते या सेंकते समय फट जाती है, टूट जाती है या सख्त बनती है. इसका कारण है बाजरे के आटे की प्रकृति, जिसमें ग्लूटेन नहीं होता. ग्लूटेन वह तत्व है जो गेहूं के आटे को लचीला बनाता है और रोटी को आकार देता है. बाजरे में इसकी कमी के कारण रोटी बेलना और सेंकना थोड़ा मुश्किल हो जाता है. यहां हम आपको बता रहे हैं बाजरे की रोटी को बिना फटे बनाने के आसान देसी तरीके.
बाजरे की रोटी बिना फटे कैसे बनाएं? | How to Make Millet Roti Without it Breaking?
1. आटे में सही मात्रा में गर्म पानी का इस्तेमाल करें
बाजरे का आटा थोड़ा रूखा होता है, इसलिए इसे गूंथते समय गर्म पानी का इस्तेमाल करें. ठंडे पानी से गूंथने पर आटा बिखरता है और रोटी फटती है. गर्म पानी से आटा नरम और लचीला बनता है.
- पानी उबालकर थोड़ा ठंडा करें और फिर धीरे-धीरे आटे में डालें.
- आटा गूंथते समय हाथों से अच्छी तरह मसलें ताकि आटा चिकना हो जाए.
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2. आटे में थोड़ा घी या तेल मिलाएं
एक और तरीका ये है कि थोड़ा सा देसी घी या सरसों का तेल आटे में मिलाने से उसकी नमी बनी रहती है और रोटी फटती नहीं है.
- 2 कप आटे में 1 चम्मच घी या तेल मिलाएं.
- इससे रोटी की सतह स्मूद बनेगी और सेंकने पर वह सख्त नहीं होगी.
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3. आटे को ढककर 15–20 मिनट तक रखें
बाजरे की रोटी फटे ना, इसके लिए गूंथने के बाद आटे को ढककर कुछ देर के लिए रख दें. इससे आटा सेट हो जाता है और रोटी बेलने में आसानी होती है.
- इससे आटे में नमी अच्छी तरह समा जाती है.
- रोटी बेलते समय दरारें नहीं पड़तीं.
4. बेलने की जगह हाथ से थपथपाकर बनाएं रोटी
बाजरे की रोटी बेलन से बेलना थोड़ा मुश्किल होता है क्योंकि आटा टूट सकता है. इसलिए इसे हाथ से थपथपाकर फैलाना बेहतर होता है.
- हथेलियों से धीरे-धीरे गोल आकार दें.
- चाहें तो दो प्लास्टिक शीट या केले के पत्ते के बीच रखकर भी बेल सकते हैं.
5. तवा मध्यम आंच पर पहले से गर्म होना चाहिए
अगर तवा बहुत ठंडा है तो रोटी चिपक सकती है और फट सकती है. बहुत गर्म तवा रोटी को जला सकता है. इसलिए इसकी आंच को मेंटेन रखना जरूरी है.
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- तवा मध्यम आंच पर पहले से गर्म करें.
- रोटी डालने से पहले थोड़ा पानी छिड़ककर देखें. अगर पानी तुरंत सूख जाए, तो तवा तैयार है.
6. रोटी को पलटने का सही तरीका अपनाएं
बाजरे की रोटी को बार-बार पलटने से वह टूट सकती है. इसलिए ध्यान रखें पहले एक तरफ से हल्का सेंकें, फिर पलटें. दूसरी तरफ से अच्छे से सेंकें और फिर वापस पलटें. रोटी को फुलाने के लिए आखिरी में सीधी आंच पर सेकें.
7. बचे हुए आटे को फ्रिज में न रखें
बाजरे का आटा जल्दी सूखता है और बासी हो जाता है. इसलिए जितना आटा चाहिए, उतना ही गूंथें. अगर बच भी जाए तो उसे गीले कपड़े में लपेटकर रखें और 4–5 घंटे में उपयोग कर लें.
बाजरे की रोटी के साथ क्या खाएं?
- गुड़ और घी: पारंपरिक और स्वादिष्ट कॉम्बिनेशन
- सरसों का साग: सर्दियों की सबसे हेल्दी थाली
- दही या छाछ: पाचन के लिए फायदेमंद.
- लहसुन की चटनी: स्वाद और गर्मी दोनों के लिए.
बाजरे की रोटी बनाना एक कला है, लेकिन थोड़ी सी समझदारी और देसी ट्रिक्स से यह काम बेहद आसान हो सकता है. सही पानी, सही तापमान और थोड़ा धैर्य. यही है मुलायम और गोल रोटी का राज.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)














