How to Check Jaggery is Pure or Not: सर्दी हो या गर्मी हर मौसम मे ही गुड़ का सेवन किया जाता है. गुड़ को चीनी से ज्यादा हेल्दी माना जाता है. इसके खाने के कई फायदे होते हैं लेकिन तभी जब आप सही गुड़ का सेवन कर रहे हैं तभी. आपको बता दें कि गुड़ को चीनी का हेल्दी ऑप्शन माना जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि जिस गुड़ को आप हेल्दी समझकर खा रहे हैं वो कितना हेल्दी है? अमूमन लोग गुड़ को हेल्दी मानकर डायबिटीज में भी खाने की सलाह देते हैं लेकिन डॉक्टर समीर भाटी की माने तों हर गुड़ हेल्दी नहीं होता है, खासकर वो गुड़ जो आप मार्केट से खरीदकर खाते हैं. दरअसल, बाजार में मिलने वाला ज्यादातर गुड़ में रंग और केमिकल मिलाया जाता है जो सेहत के लिए नुकसानदायक होता है.
गुड़ में इन चीजों की मिलावट की जाती है
डॉ. भाटी के अनुसार, कई दुकानदार गुड़ को ज्यादा चमकदार और सुंदर दिखाने के लिए उसमें कलर या एडिटिव्स मिला देते हैं. इनको मिलाने से इसका कलर ब्राइट येलो या गोल्डन हो जाता है. इसके साथ गुड़ को सॉफ्ट और जल्दी टूटने वाला बनाने के लिए प्रोसेसिंग या केमिकल से ट्रीट किया गया हो सकता है. वहीं, कई बार खुशबू बढ़ाने के लिए आर्टिफिशियल एसेंस भी मिलाया जाता है जो सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है.
असली और नकली गुड़ पहचानने के आसान तरीके (How To Identify Fake or Real Jaggery)
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ब्रेक टेस्ट (Break Test)
गुड़ असली है या नकली इसकी जांच करने के लिए गु़ को हल्के से तोड़ने की कोशिश करें. अगर वो बहुत आसानी से टूट जाता है तो समझ जाइए कि इसमें केमिकल प्रोसेसिंग की गई है. असली गुड़ को तोड़ने में थोड़ा ज्यादा मेहनत लगती है.
कलर टेस्ट (Colour Test)
असली गुड़ का जो नेचुरल रंग होता है वो हल्का भूरा या गाढ़ा ब्राउन होता है. अगर गुड़ का रंग बहुत चमकीला पीला या ऑरेंज दिखे, तो समझ जाइए कि उसमें मिलावट हो सकती है.
स्मेल टेस्ट (Smell Test)
असली गुड़ में नेचुरल गन्ने की खुशबू आती है. अगर खुशबू बहुत तेज या परफ्यूम जैसी लगे, तो उसमें एसेंस मिलाया गया है.
खाकर करें टेस्ट
असली गुड़ मीठा और मुलायम स्वाद वाला होता है. अगर स्वाद में कड़वाहट या तीखापन महसूस हो, तो इसे ना खाएं.
काला गुड़ या पीला गुड़ कौन सा बेहतर?कई लोग यह मान लेते हैं कि काला गुड़ पुराना या खराब होता है, जबकि डॉक्टर भाटी के अनुसार ऐसा जरूरी नहीं है. वास्तव में काला गुड़ अक्सर ज़्यादा नैचुरल और कम प्रोसेस्ड होता है. वहीं अगर गुड़ बहुत चमकीला और पीले रंग का होता है तो इस गुड़ को कई बार केमिकल प्रोसेस से गुजारा गया होता है. डॉक्टर भाटी बताते हैं कि जितना ज्यादा गुड़ प्रोसेस होता है, उसमें मिलावट की संभावना उतनी ही बढ़ जाती है. इसलिए हमेशा कोशिश करें कि गुड़ देसी तरीके से बना हो, गांव से मिले, या किसी भरोसेमंद स्रोत से खरीदा गया हो.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)














