2025 में GST सुधारों से टैक्स आसान हुआ और मिडिल क्लास की जेब को सीधी राहत मिली. डिजिटल वेरिफिकेशन से सरकारी दफ्तरों के चक्कर और अधिकारी पर निर्भरता खत्म हुई. ईज ऑफ डूइंग बिजनेस और मैन्युफैक्चरिंग पुश से रोजगार और निवेश बढ़ा.