बदलती लाइफस्टाइल और बिजी शेड्यूल के बीच अब लोग हेल्थ को लेकर काफी सतर्कता बरत रहे हैं. ज्यादातर लोग अब हेल्दी फूड्स को ही डाइट में शामिल कर रहे हैं और पुरानी परंपराओं को अपनी डेली रूटीन में शामिल करने लगे हैं. पुराने नुस्खे काम के होते थे इस बात में कोई शक नहीं है. यही वजह है कि आज के समय में लोग दादी-नानी के बताए नुस्खों को आजमा रहे हैं. लेकिन ज्यादातर लोग अपने खाने में फैट (Fats) की चीजों को शामिल करने से परहेज करते हैं, क्योंकि इससे वजन (Weight) बढ़ता है. लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि कुछ फैट्स ऐसे हैं, जो सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं और उन्हें अपनी डाइट में शामिल करने की सलाह देते हैं. सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर (Rujuta Diwekar) ने भी हाल ही में हेल्दी फैट्स को लेकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें उन्होंने बताया कि फायदेमंद फैट्स को डाइट का हिस्सा बनाना क्यों जरूरी है. उनके इस वीडियो पर यूजर्स ने तरह-तरह के सवाल भी पूछे, जिनका उन्होंने जवाब दिया..
यहां देखें वीडियो:
सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर के टिप्स
न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर का यह वीडियो 2023 के उनके '12 हफ्ते के फिटनेस प्रोजेक्ट' सीरीज का एक पार्ट है. इस वीडियो में उन्होंने बताया कि सभी तरह के फैट्स सेहत को नुकसान नहीं पहुंचाते. कुछ ऐसे भी फैट होते हैं, जो सेहत के लिए रामबाण की तरह काम करते हैं. कुछ ऐसे तरीके हैं, जिनकी मदद से इन्हें अपनी डाइट का हिस्सा बनाया जा सकता है. उन्होंने बताया कि हमारी बॉडी फैट्स को कई तरह से इस्तेमाल करती है. यही वजह से कि इस तरह के भोजन को अनदेखा नहीं किया जा सकता है. अगर आपके मील में हेल्दी फैट शामिल हैं तो इससे आपकी हड्डियां मजबूत होंगी, दिल की सेहत में सुधार होगा, मूड बेहतर बनेगा और कई तरह की बीमारियां आपसे दूर रहेंगी. आइए जानते हैं रुजुता दिवेकर से पूछे गए कुछ ऐसे ही सवाल और उनका जवाब..
सवाल- 1. कच्ची घानी तेल खाने से क्या कोलेस्ट्रॉल लेवल पर कोई असर पड़ता है, दिल की सेहत के लिए यह कैसा है?
जवाब - न्यूट्रिशनिस्ट ने इस सवाल का जवाब देते हुए बताया कि कच्ची घानी ऑयल्स में तड़का लगाकर इसे खिचड़ी, पुलाव, दाल या अन्य कई तरह की चीजों में इस्तेमाल कर सकते हैं. चूंकि ये एक पारंपरिक तेल है और इस तरह के तेल कम टेंपरेचर पर निकाले जाते हैं. इस वजह से इनमें फैटी एसिड, विटामिन और अन्य पोषक तत्व बरकरार रहते हैं. उत्तर और पूर्वी भारत में सरसों का तेल, मध्य और पश्चिमी भारत में मूंगफली या तिल और दक्षिण भारत के लिए नारियल का तेल का इस्तेमाल पारंपरिक तौर पर किया जाता है. रुजुता दिवेकर ने सुझाव देते हुए बताया कि रिफाइंड सब्जी, चावल की भूसी या इसी तरह के तेलों के इस्तेमाल से दिल की सेहत दुरुस्त रहती है.
सवाल- 2. सब्जी या दाल को फ्राई करने के लिए कौन सा तेल इस्तेमाल करना चाहिए?
जवाब - नारियल सबसे बेहतरीन हेल्दी फैट में से एक है. इससे सेहत को कई तरह से फायदा होता है. यह एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-वायरल होता है. यह आंत को स्वस्थ रखता है. सेल्स को भी हेल्दी रखता है. उन्होंने सुझाव दिया कि, खाने को इसी नारियल तेल से ही फ्राई या गार्निश करना चाहिए. नारियल का यूज लड्डू और बर्फी बनाने में कर सकते हैं. इसकी चटनी बनाकर भी खाई जा सकती है. सूखे नारियल को गुड़ या सिर्फ मूंगफली के साथ खाना सेहत को कई तरह से फायदे पहुंचाचा है.
जानें काजू कैसे है फायदेमंद
रुजुता दिवेकर के अनुसार, मिड-मील स्नैक के लिए काजू भले ही अच्छा नहीं बताया जाता लेकिन यह हेल्दी फैट का एक अच्छा सोर्स है. अखरोट भी सेहत का खजाना होता है. यह खनिज, विटामिन और अमीनो एसिड से भरपूर होता है, जो सेरोटोनिन के प्रोडक्शन में मदद करता है. इससे रात में अच्छी नींद आती हैं. उन्होंने बताया कि अखरोट एमिनो एसिड और विटामिन बी का कॉम्बिनेशन है, यह काजू को एक प्राकृतिक एंटी-डिप्रेसेंट बनाने में मदद करता है, गर्मियों में ये दोनों ड्राई फ्रूट्स का सेवन किया जा सकता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.