चीनी की चाशनी से पूरी तरह से चमकती कुरकुरी जलेबी को खाने का आनंद अतुलनीय है. ये मिठाई भारत में ऑल टाइम फेवरेट रही है और त्योहारों और अवसरों के दौरान इसे जरूर ट्राई किया जा सकता है. हलवाई की दुकानों पर मिलने वाली जलेबियों की क्वालिटी अविश्वसनीय रूप से संतोषजनक होती है. वे हर बार कुरकुरापन और मिठास के बीच सही संतुलन बनाने में कामयाब होते हैं. दूसरी ओर, जब हम घर पर जलेबी बनाने का प्रयास करते हैं, तो हमेशा कुछ न कुछ गलत होता नजर आता है. हो सकता है कि रंग इच्छा अनुरूप नारंगी न हो, या वे इच्छानुसार कुरकुरे न हों. अगर आप घर पर हलवाई-स्टाइल की जलेबी बनाने की कला में महारत हासिल करना चाहते हैं, तो हमने आपके लिए कुछ आसान टिप्स बताए हैं.
हलवाई स्टाइल जलेबी बनाने के लिए 5 टिप्स | 5 tips to make halwai style jalebi
1. हाई क्वालिटी वाले मैदे का इस्तेमाल करें
जलेबी में मैदा प्राइमरी कॉम्पोनेंट है, जो अच्छा स्ट्रक्चर और आकार देते करता है. इसलिए, बैटर तैयार करते समय हाई क्वालिटी वाले मैदे का उपयोग करना जरूरी है. अपनी पेंट्री में बहुत लंबे समय से रखे हुए मैदे का उपयोग करने से बचें.
2. घी का इस्तेमाल करें
बैटर तैयार करते समय घी डालने के महत्व को नजरअंदाज न करें. ये जलेबियों को अनोखा स्वाद देता है. हालांकि घी की मात्रा को अपनी पसंद के अनुसार एडजस्ट किया जा सकता है.
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3. स्वाद के लिए मिलाएं ये चीजें
हलवाई स्टाइल की जलेबियों की एक और पहचान उनका अलग स्वाद है. केसर का उपयोग आमतौर पर जलेबियों को सुगंध और सुंदर नारंगी रंग देने के लिए किया जाता है. इसके अलावा इलाइची या गुलाब जल का उपयोग भी इसी उद्देश्य के लिए किया जा सकता है.
4. बैटर को फर्मेंटेड होने दें
एक बार बैटर तैयार हो जाने के बाद इसे कुछ घंटों के लिए रात भर फर्मेंटेड होने देने की सलाह दी जाती है. ये प्रक्रिया बैटर को स्वाद को पूरी तरह से एब्जॉर्ब करने और उसे हवा देने में सक्षम बनाती है, जिसकी वजह से जलेबी की बनावट नरम हो जाती है.
5. शुगर सिरप को ठीक से बनाएं
जलेबियों का आकर्षण उनकी चाशनी होती है. सिरप के लिए सही स्टेबिलिटी होनी जरूरी है. जलेबियों में उनकी खास मिठास और स्वाद की कमी हो सकती है. हलवाई जैसे अनुभव के लिए एक शुगर चाशनी बनाएं जो पतली और गाढ़ी हो.
6. कम आंच पर पकाएं
जलेबी बनाने में कम आंच होनी चाहिए है. इन्हें तेज आंच पर पकाने से बाहरी परत तेजी से पक सकती है जबकि अंदरूनी हिस्सा अधपका रह जाता है. धीमी से मध्यम आंच बनाए रखने से खाना पकाने में आसानी होती है.
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)