दादी-नानी के नुस्खे: पुराने समय में जब घर के बच्चों की सेहत बिगड़ती थी, तो दादी-नानी घर पर ही देसी नुस्खों की मदद लेती थी. उस समय में हर समय डॉक्टर्स भी नहीं मिलते थे. ऐसे में दादी और नानी अपने किचन में जाकर के वहां रखी पोटली खोलती थीं. बता दें कि तब के समय में भी और आज के समय में भी उनके ये घरेलू नुस्खे उतने ही कारगर और सुरक्षित माने जाते हैं. बता दें कि छोटे बच्चों में पेट के कीड़े होना एक बहुत ही आम सी समस्या है. बता दें कि जब बच्चे के पेट में कीड़े होते हैं तो उनका पेट में दर्द रहने के साथ ही बच्चा चिड़चिड़ा भी हो जाता है, इसके साथ ही उनके पेट में दर्द भी रहता है और वो खाना भी ठीक से भी नहीं खा पाता है. अगर आपके भी बच्चे के पेट में कीड़े रहते हैं तो आपके बच्चे के लिए दादी-नानी के खजाने से आए ये दो नुस्खे बेहद काम आ सकते हैं.
1. प्याज के रस का जादू
प्याज ना केवल खाने का स्वाद बढ़ाता है, बल्कि इसमें पाए जाने वाले औषधीय गुण पेट के कीड़ों को भी जड़ से खत्म करने में मदद करते हैं.
इसको बनाने के लिए सबसे पहले एक ताजी प्याज को लेकर उसका रस निकाल लें. इब इस रस को हल्का सा गुनगुना कर लें. अब अपने बच्चे को सुबह और शाम लगभग 10-12 ग्राम इस रस को पिलाएं.
रोजाना इसका सेवन करने से पेट के कीड़े मरकर मल के रास्ते बाहर निकल जाते हैं. ये उपाय बच्चों के लिए काफी सुरक्षित और आजमाया हुआ है.
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2. 'चुन्ने' के लिए धतूरे का इस्तेमाल
अक्सर छोटे बच्चों को 'चुन्ने' यानी छोटे सफेद कीड़ों की समस्या हो जाती है. बता दें कि ये समस्या उन्हें गुदा मार्ग पर होती है जिससे उन्हें उस जगह पर खुजली और बेचैनी महसूस होती है. ऐसे में धतूरे के पत्तों का इस्तेमाल फायदेमंद साबित हो सकता है.
इसके लिए धतूरे के कुछ ताजे पत्ते लें और उनका रस निकाल लें. अब इस रस को हल्का सा गर्म कर लें और. इसके ठंडा होने या गुनगुना होने पर इसको बच्चे के गुदा मार्ग पर लगाएं. ये लेप लगाने से चुन्ने की समस्या से राहत मिलती है.
नोट- अगर आप अपने बच्चे की समस्याओं को दूर करने के लिए घरेलू नुस्खों की मदद लेते हैं तो आप स्वच्छता का ध्यान जरूर रखें. क्योंकि हर बच्चे की स्किन और हेल्थ अलग होता है, इसलिए बहुत छोटे बच्चों या सेंसटिव स्किन वाले बच्चों पर धतूरे जैसे बाहरी लेप का प्रयोग करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)














