Daant ka Dard Kaise Door Kare: दांतों में दर्द कई बार बहुत ही असहनीय हो जाता है. इसकी वजह होती है कई बार इनकी सही से देखभाल ना कर पाना, जिसकी वजह से ये पीले पड़ जाते हैं और इनमें सड़न पैदा हो जाती है. दांतों पर जमा कैविटी कई बार इसके दर्द का कारण बन जाती हैं. इस दर्द से राहत पाने के लिए आप दवाइयों का सेवन कर सकते हैं. लेकिन कई ऐसे देसी नुस्खे हैं जो इस समस्या से आपको राहत दिला सकते हैं. आपके किचन में पाए जाने वाले कुछ मसाले भी दांतों में होने वाले दर्द की समस्या से राहत दिला सकते हैं. आइए जानते हैं इसे बनाने का तरीका.
दांतों के दर्द से राहत पाने का देसी उपाय ( Tooth Ache Home Remedies)
दांतों के दर्द से राहत पाने के लिए आप घर पर ही कुछ मसालों की मदद से एक पेस्ट बनाकर तैयार कर सकते हैं. जो आपको दर्द से राहत दिलाने में आपको मदद करेगा.
ये भी पढ़ें: काजू कतली से लेकर गुझिया तक अपनी फेवरेट मिठाइयों को दें ये स्पेशल टच, खाने में हेल्दी और स्वाद में लाजवाब
सामग्री
- काली मिर्च- एक चुटकी
- लौंग का पाउडर- एक चुटकी (या एक पिसी हुई लौंग)
- सरसों का तेल- कुछ बूंदें
कैसे करें तैयार
इस पेस्ट को बनाने के लिए एक कटोरी में काली मिर्च और लौंग पाउडर को अच्छे से मिला लें. अब इसमें 3-4 सरसों के तेल की बूंदे डालें. इन तीनों चीजों को मिलाकर पेस्ट तैयार कर लें. अब इस पेस्ट को दर्द होने वाले दांत और मसूड़ों पर धीरे-धीरे लगाएं. इसको 20 मिनट के लिए लगा रहने दें और फिर गुनगुने पानी से कुल्ला कर लें. इस पेस्ट को निगलना नहीं है. आपको कुछ ही देर में आराम महसूस होगा.
कैसे है फायदेमंद
आपको बता दें को इसमें इस्तेमाल होने वाली लौंग में यूजेनॉल पाया जाता है जो एक एनेस्थेटिक है. यह दर्द वाले हिस्से को सुन्न कर सूजन को कम कर देता है.
वहीं काली मिर्च में पिपेरिन पाया जाता है. ये एक नेचुरल पेनकिलर है. जो मसूड़ों में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाता है, जिससे दर्द के सिग्नल ब्रेन तक कम पहुंचते हैं.
सरसों के तेल में एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं. लौंग और काली मिर्च के गुणों को मसूड़ों की गहराई तक ले जाता है. इसमें मौजूद गुण इंफेक्शन और बैक्टीरिया से लड़कर दर्द को जड़ से कम करते हैं.
History of Samosa- Swaad Ka Safar | समोसे का इतिहास | जानें ईरान से भारत कैसे पहुंचा समोसा
(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)