5 Herbs To Fight Arthritis Pain: ठंड के दिनों में गठिया की समस्या काफी देखने को मिलती है. आज देश भर में लाखों लोग इस बीमारी से प्रभावित हैं. इसमें सूजन, जोड़ों में दर्द, अकड़न जैसी समस्या आम है. गठिया (Arthritis)रोग दो प्रकार के होते हैं एक ऑस्टियोआर्थराइटिस और दूसरा रुमेटाइड आर्थराइटिस. दोनों ही प्रकार के गठिया के लक्षणों में जोड़ों में दर्द और सूजन आम है. आपको बता दें कि लंबे समय तक गठिया होने के कारण एनीमिया की समस्या हो सकती है. इसके अलावा, इससे इम्यूनिटी सिस्टम भी कमजोर हो सकता है. कई बार गठिया के मरीजों को बुखार की समस्या भी हो सकती है. इतना ही नहीं गठिया के कारण भूख भी प्रभावित हो सकती है. इस समस्या को कंट्रोल में रखने के लिए आप किचन में मौजूद कुछ हर्ब का सेवन कर सकते हैं. हर्ब को आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर माना जाता है, जो शरीर को कई समस्याओं से बचाने में मदद कर सकते हैं. ये हम नहीं बल्कि, न्यूट्रिशनिस्ट लवनीत बत्रा कह रही हैं उन्होंने जोड़ों के दर्द से राहत दिलाने वाली हर्ब के बारे में इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट साझा किया है. यहां देखें पोस्ट.
Holi 2023 Date: 7 या 8 कब है होली? जानें होलिका दहन का शुभ मुहूर्त, पूजन विधि, महत्व और रेसिपी
न्यूट्रिशनिस्ट लवनीत बत्रा ने ये भी मेंशन किया है कि भारत में 180 मिलियन से अधिक लोग गठिया की समस्या से प्रभावित है. उन्होंने गठिया के दर्द को कम करने के लिए 5 हर्ब को लिस्ट किया है.
गठिया के दर्द को कम कर सकते हैं ये 5 हर्ब- 5 Herbs That Can Help With Arthritis Pain:
1. हल्दी-
हल्दी भारतीय किचन में मौजूद एक ऐसा मसाला है जिसका इस्तेमाल लगभग हर दिन खाने के रंग और स्वाद को बढ़ाने के लिए किया जाता है. हल्दी में मौजूद करक्यूमिन, शरीर की सूजन को कम करने में मदद कर सकता है.
2. एलोवेरा-
एलोवेरा को आमतौर पर सुंदरता को बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. एलोवेरा में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं. जेल एंथ्राक्विनोन से भरा होता है जो गठिया से राहत दिलाने में मदद कर सकता है. गठिया के मरीज एलोवेरा के जूस का सेवन कर सकते हैं.
3. अदरक-
अदरक को सबसे ज्यादा चाय में फ्लेवर के लिए इस्तेमाल किया जाता है. अदरक में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं. जो दर्द और सूजन को कम करने में मदद कर सकते हैं. आप अपनी डाइट में अदरक को कई तरह से शामिल कर सकते हैं.
4. लहसुन-
लहसुन में एक एंटी-इंफ्लेमेटरी कंपाउंड होता है जो प्रो-इंफ्लेमेटरी साइटोकिन्स के प्रभाव को कम कर सकता है. लहसुन को आयुर्वेद में गुणों का भंडार कहा जाता है. रोजाना लहसुन के सेवन से शरीर को कई लाभ मिल सकते हैं.
5.थाइम-
थाइम में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-माइक्रोबियल गुण होते हैं, जो गठिया के दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.