Vastu tips: अपराजिता की बेल होती है बेहद खास, विष्णुप्रिया पौधा लगाने से अपनी कृपा बरसाती हैं मां लक्ष्मी

Vastu tips: वास्तु शास्त्र में अपराजिता को शुभ माना गया है. यह एक प्रकार के बेल होता है. मान्यतानुसार, इसे घर में सही दिशा में लगाने से सुख-समृद्धि का वास होता है.

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Vastu tips: अपराजिता की बेल को धन बेल कहा जाता है.

Vastu tips: वास्तु शास्त्र में हर चीज को रखने के लिए उपयुक्त दिशा और स्थान का जिक्र किया गया है. वास्तु (Vastu Shastra) के अनुसार, किसी सामान को उचित और उपयुक्त स्थान पर रखने से घर में सुख-समृद्धि का वास होता है. इसके साथ ही दिशा और कोण का भी ध्यान रखा जाता है. वास्तु के मुताबिक घर में कुछ पौधे रखने से सुख-समृद्धि आती है. वास्तु शास्त्र में अपराजिता को विष्णुप्रिया (Vastu Tips for Aparajita) कहा जाता है. माना जाता है कि इसे घर में लगाने से शुभ परिणाम देखने को मिलते हैं. यह घर के वास्तु को नियंत्रित करने के साथ-साथ सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं. आइए जानते हैं, घर में विष्णुप्रिया अपराजिता की बेल को किस प्रकार लगाया जाता है.

विष्णुप्रिया अपराजिता | Vishnupriya Aparajita

अपराजिता नीला और सफेद दो रंगों में होता है. यह एक प्रकार की बेल होती है. जिसे धन बेल भी कहा जाता है. वास्तु शास्त्र की मान्यता है किक जैसे-जैसे अपराजिता की बेल बढ़ती है वैसे ही धन, खुशहाली और संपन्नता भी बढ़ती है. 

धन आकर्षित करता है सफेद अपराजिता

वास्तु के मुताबिक सफेद रंग का पौधा धनलक्ष्मी को आकर्षित करता है. कहा जाता है कि अपराजिता का पौधा घर में लगाने से किसी संकट को आने की संभावनाएं कम हो जाती है. वास्तु के अनुसार, इसे घर में लगाने से सुख-शांति बनी रहती है और धन-धान्य की कोई कमी महसूस भी नहीं होती. ऐसी मान्यता है.

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किस दिन लगाएं नीली अपराजिता

नीली अपराजिता को विष्णु प्रिया भी कहा जाता है, इसलिए इसको लगाने का सबसे अच्छा दिन गुरुवार या शुक्रवार होता है. वास्तु शास्त्र की मानें तो गुरुवार भगवान विष्णु को समर्पित है. वहीं शुक्रवार माता लक्ष्मी को समर्पित माना जाता है. इस दिन नीली अपराजिता लगाने से घर में सकारात्मक असर दिखता है. 

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किस दिशा में लगाएं नीली अपराजिता

वास्तु शास्त्र के अनुसार नीली अपराजिता लगाने के लिए ईशान कोण यानी उत्तर-पूर्व दिशा सर्वोत्तम मानी गई है. इस दिशा में लगाने से आपको धन संबंधी परेशानी का सामना नहीं पड़ता. साथ ही आमदनी बढ़ती है.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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