Bow before God: हिंदू संस्कृति में मंदिर जाना और प्रभु के दर्शन करने का बहुत महत्व है. अधिकतर लोग नियम से मंदिर जाते हैं. यहां तक कि हर खुशी के मौके से लेकर परेशानियों तक में लोग मंदिर जाते हैं और खुशी के लिए कृतज्ञता जताते हैं जबकि दुख और परेशानियों से मुक्ति मांगते हैं. लाइफ में कोई परेशानी आने पर भी लोग भगवान की शरण में जाते हैं और अपने दुख व परेशानियों से मुक्ति के लिए भगवान के आगे सिर झुकाते (Bhagwan Ke Aage Sar Jhukane Se Kya Hota Hai) हैं. अधिकतर लोगों का मानना है कि भगवान लोगों को परेशानियां से निकालते हैं और मंदिर में भगवान के आगे सिर झुकाने से उन्हें काफी राहत का अहसास भी होता है. हाल ही बिग बॉस फेम पारस छाबरा ने अपने टॉक शो आबरा का डाबरा में इस बारे में एक्टर मनु शर्मा से बात की. इंस्टाग्राम पर paraschhabra अकाउंट पर पोस्ट इस बातचीत में मनु शर्मा दुख और भगवान के संबंधों से लेकर भगवान के आगे सिर झुकाने के संबंध (Dukh Se Bhagwan Ka Kya Rishta Hai) के बारे में बताया. आइए जानते हैं क्या है भगवान और दुख का संबंध (Dhukh Ke Sath Kun Aata Hai) और भगवान के आगे सिर झुकाने से क्या होता है.
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जब हम भगवान के आगे सिर झुकाते हैं तो क्या होता है (What happens when we bow before God)
पारस छाबड़ा से बातचीत करते हुए मनु शर्मा ने बताया कि हम जीवन में आने वाली परेशानियों से मुक्ति पाने के लिए प्रार्थना करते हैं, मंदिरों में जाकर भगवान के आगे सिर झुकाते हैं और उनसे परेशानियों से निकालने की प्रार्थना करते हैं. ये किसी भी तरह की परेशानी हो सकती है. किसी को पैसे की कमी का सामना करना पड़ता है, कोई जीवन में प्रेम की कमी से परेशान होता है तो किसी को जीवन में सफलता चाहिए होती है. परेशानी कैसी भी हो जब हम भगवान के आगे सिर झुकाते हैं तो मन की सारी परेशानियां भगवान के चरणों में गिर जाती हैं और भगवान उसे अपने चरणों से रौंद देते हैं. यही कारण है कि भगवान के आगे सिर झुकाने के बाद हमारे मन को शांति का अनुभव होता है.
मनु शर्मा ने बताया कि जब भी हम दुखी होते हैं भगवान को याद करते हैं. इसीलिए कहा जाता है कि दुख के साथ भगवान आते हैं. ऐसे में जो लोग दुख को छोड़कर भगवान को याद रखते हैं उन्हें दुखों से मुक्ति मिल जाती है लेकिन जो लोग दुख को याद रखते हैं और भगवान को भूल जाते हैं उन्हें दुख से मुक्ति नहीं मिलती है. जीवन में दुख और सुख आते ही रहते हैं. हमें हर स्थिति में भगवान को याद रखना चाहिए और उसके प्रति अपनी कृतज्ञता जताते रहना चाहिए. प्रस्तुति: रोहित कुमार
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)