Tirupati Laddoo Raw: भारत में मंदिर, पूजा और भगवान के भोग व प्रसाद की विशेष धार्मिक मान्यता है. यह भक्तों की भक्ति और श्रद्धा ही है कि भारत में ऐसे अनेक मंदिर हैं जहां रोजाना सैंकड़ों लोग दर्शन के लिए पहुंचते हैं. पूजा संपन्न होने पर मिलने वाले प्रसाद से भी भक्तों की आस्था जुड़ी होती है. मंदिर से मिलने वाला प्रसाद भक्त सिर्फ खाते नहीं हैं बल्कि अपने परिवार के अलावा आस-पास के लोगों के लिए, दोस्तों के लिए और नाते रिश्तेदारों के लिए भी लेकर आते हैं. प्रसाद को लेकर भक्तों की यह श्रद्धा आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर (Tirupati Balaji) से भी जुड़ी है जो अपने प्रसाद के लिए विवादों के घेरे में आ गया है.
तिरुपति मंदिर के प्रसाद के लड्डुओं में घी की मिलावट और जानवर की चर्बी होने के आरोप लगे हैं. इसपर आध्यात्मिक गुरु और ईशा फाउंडेशन के फाउंडर सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है. एक्स पर एक पोस्ट शेयर करते हुए सद्गुरु (Sadhguru) ने लिखा, 'भक्तों द्वारा मंदिर के प्रसाद में गोमांस का सेवन करना बेहद घृणित है. इसीलिए मंदिरों का संचालन सरकारी प्रशासन द्वारा नहीं, बल्कि भक्तों द्वारा किया जाना चाहिए. जहां भक्ति नहीं, वहां पवित्रता नहीं. अब समय आ गया है कि हिंदू मंदिर सरकारी प्रशासन द्वारा नहीं बल्कि धर्मनिष्ठ हिंदुओं द्वारा चलाए जाएं."
प्रसाद में बीफ टैलो (Beef Tallow) यानी एनिमल फैट होता क्या है? असल में बीफ टैलो फैटी टिशू होता है जो कई जानवरों जैसे गाय और बैल के ओर्गंस के फैटी टिशू से बनता है. बीफ टैलो ज्यादातर गाय से ही लिया जाता है. इसे डीप फ्राइंग और रोस्टिंग के लिए इस्तेमाल किया जाता है और साथ ही साबुन या मोमबत्ती बनाने में भी इसका इस्तेमाल होता है. मांस से निकाली गई चर्बी से भी इसे बनाया जा सकता है जोकि मक्खन जैसा लगता है.