Famous kali mandir : नवरात्रि के सातवें दिन देवी काली की पूजा अर्चना की जाती है. देवी दुर्गा के इस स्वरूप को महिला सशक्तिकरण और मातृ प्रेम का प्रतीक माना जाता है. मान्यता है कि इनकी पूजा करने से साधक के जीवन से जुड़े सभी शत्रु, रोक और शोक का नाश होता है और उसे कभी कोई भय नहीं सताता. आपको बता दें कि देवी काली के देश में ऐसे कई रहस्यमयी मंदिर हैं, जिनसे जुड़ी कहानियां बहुत रोचक हैं. उनमें से 5 मंदिरों के बारे में हम यहां बताने जा रहे हैं जहां इस नवरात्रि में आप यात्रा कर सकते हैं, तो चलिए बिना देर किए जानते हैं...
देवी काली के रहस्य मंदिर
1- आप आगरा के कालीबाड़ी मंदिर (kali badi madir) जा सकते हैं. यह मंदिर लगभग 200 साल पुराना है. इस मंदिर से जुड़ी मान्यता है कि यहां पर स्थित चमत्कारिक घट का पानी कभी खत्म नहीं होता है और न ही इसमें कीड़े पनपते हैं.
2- दूसरा काली मंदिर पश्चिम बंगाल के कोलकाता में है. इसका नाम जॉय मां शामसुंदरी काली मंदिर है. इस मंदिर को लेकर मान्यता है कि यहां पर मां काली टहलती हैं. ऐसा कहा जाता है कि मंदिर के अंदर से चलने और पायल की आवाज आती है. वहीं, सुबह जब मंदिर का पट खोला जाता है, तो देवी मां के पैरों के निशान होते हैं, जिसे रोज साफ किया जाता है.
3- तीसरा काली मंदिर भी पश्चिम बंगाल में ही स्थित है. आपको बता दें कि 51 शक्तिपीठों में से एक कालीघाट का काली मंदिर भी है. इस मंदिर में काली देवी की जीभ जिह्वा सोने की बनी हुई है.
4- चौथा उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में विंध्य पर्वत पर काली खोह मंदिर है. यह तंत्र साधना के लिए प्रचलित है. वहीं, इस मंदिर में आने वाले भक्तों का कहना है कि यहां चढ़ाए जाने वाला प्रसाद कहां जाता है, इस बात का पता आज तक नहीं चल पाया.
5- पांचवां है माता बसैया का मंदिर, जो उत्तर प्रदेश के मुरैना में स्थित है. ये मंदिर करीब 200 साल पुराना है. इसको लेकर मान्यता है कि नवरात्रि में माता को झंडा चढ़ाने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)