June fest 2023 : आषाढ़ (जून) महीने के तीसरे सप्ताह में कौन-कौन से व्रत और त्योहार पड़ने वाले हैं, इसके बारे में जानना जरूरी है, ताकि महत्वपूर्ण उपवास और पर्व आपसे ना छूटे. हम इस लेख में आपको 11 जून से 17 जून के बीच कौन कौन से उपवास और पर्व पड़ने वाले हैं उसके बारे में बताने वाले हैं. आर्टिकल में आपको इस सप्ताह मिथुन संक्रांति, योगिनी एकादशी, गुरु प्रदोष, आषाढ़ मासिक शिवरात्रि, आषाढ़ दर्श अमावस्या की तारीख और शुभ मुहूर्त क्या है एक एक करके बताएंगे.
जून के तीसरे सप्ताह के व्रत एवं पर्व
- हिन्दू पंचांग के अनुसार, इस साल सूर्य मिथुन राशि में (Mithun rashi) में 15 जून दिन गुरुवार को प्रवेश करेंगे. आपको बता दें कि इस राशि में जब सूर्य देव प्रवेश करेंगे तो उनका वाहन हाथी हो जाएग. इसमें प्रवेश करते समय सूर्य देव हाथ में धनुष लिए लाल वस्त्र में होंगे. वहीं, उपवाहन गर्दभ होगा. 15 जून को शाम 6:29 पर सूर्य देव मिथुन राशि में प्रवेश करेंगे. इस बार पुण्यकाल का जो समय है वो 06:19 मिनट से लेकर 07:20 तक होगा. कुल मिलाकर यह अवधि एक घंटे की होगी. इसी समय में आपको स्नान और दान दोनों करना होगा.
- पंचांग के अनुसार इस बार गुरु प्रदोष व्रत 15 जून दिन गुरुवार को पड़ रहा है. इस पूजा का शुभ समय शाम 07 : 20 मिनट से रात 09: 21 मिनट तक है.
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- आषाढ़ मासिक शिवरात्रि का उपवास 16 जून को रखा जाएगा. इस दिन भी बाबा भोलेनाथ की पूजा अर्चना की जाती है. इसमें निशिता पूजा का मुहूर्त रात 12:02 मिनट से 12:42 मिनट है.
- वहीं, आषाढ़ दर्श की अमावस्या 17 जून दिन शनिवार को है. इस दिन पितरों को पिंडडान और श्राद्ध करने का दिन होता है. इस दिन यह शुभ कार्य करने का समय 09:11 मिनट से 18 जून को सुबह 10:06 मिनट तक है.
- 14 जून को योगिनी एकादशी को व्रत रखा जाएगा. इस उपवास में भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. इस दिन जो कोई भी व्रत कथा सुनता है उसे पुण्य की प्राप्ति होती है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.