Navratri 2022: नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ रूपों की पूजा-अर्चना की जाती है. इसके पश्चात आंठवें या नौवे दिन पर अष्टमी और नवमी (Navami) मनाई जाती है. मान्यतानुसार लोग इस दिन कंजक (Kanjak) बैठाते हैं जिसमें नौ कन्याओं को बुलाया जाता है. कन्याओं को पूड़ी, हलवा, खीर, चना और प्रसाद आदि खिलाने के अलावा उपहार भी दिए जाते हैं. यहां ऐसे ही कुछ उपहार में दी जानी वाली चीजों के बारे में बताया जा रहा है जिन्हें कन्यापूजन (Kanya Pujan) में देना बेहद शुभ माना जाता है. कहा जाता है कि इससे मां दुर्गा की विशेष कृपा मिलती है.
कन्यापूजन में मान्यतानुसार दें ये उपहार
इस वर्ष नवरात्रि की अष्टमी (Ashtami) तिथि 3 अक्टूबर और नवमी तिथि 4 अक्टूबर के दिन पड़ रही है. कन्यापूजन अपनी श्रद्धानुसार किसी भी दिन किया जा सकता है. कुछ भक्त दुर्गाष्टमी के दिन ही कन्याओं को कंजक खिलाते हैं और कुछ नवमी तिथि को ज्यादा शुभ मानते हैं. निम्न उन चीजों की सूची है जिन्हें कन्याओं को देने पर मां दुर्गा (Ma Durga) की विशेष कृपा मानी जाती है.
कन्याओं को फल जैसे केला देना बेहद शुभ माना जाता है. मान्यतानुसार फल देने पर अपने अच्छे कर्मों का फल मिलने की गुंजाइश बढ़ जाती है. साथ ही, केला भगवान विष्णु का मनपसंद फल है जिससे खासतौर से देवी मां को खुशी मिलती है.
कंजक में नारियल देने का अत्यधिक महत्व है. नारियल को श्रीफल भी कहा जाता है जिसका अर्थ होता है लक्ष्मी मां का फल. इसके साथ ही, देवी मां को नारियल पसंद भी है इसलिए नारियल भी कंजक में देना अच्छा मानते हैं.
लाल रंग को माता का रंग माना जाता है. इस चलते कन्याओं को लाल रंग की चुनरी या कपड़े दिए जाते हैं. आप कन्याओं को नारियल पर बांधने वाली पतली लाल रंग की माता की चुनरी दे सकते हैं.
कन्याओं को नवरात्रि पर श्रृंगार की सामग्री देने का विशेष महत्व है. इस सामग्री को पहले मां दुर्गा के समक्ष रखा जाता है उसके पश्चात ही कन्याओं को दी जाती है. इनमें चूड़ियां, बिंदी और कोई साज-श्रृंगार की चीज हो सकती है.
मिठाई को प्रसाद के रूप में भी कन्याओं को दिया जा सकता है. मान्यतानुसार घर में बनी हलवे की मिठाई कन्याओं को देना बेहद शुभ माना जाता है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)