Gayatri Jayanti 2024 : गायत्री जयंती हर साल ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है. इस साल गायत्री जयंती 17 जून को है देवी गायत्री को भारतीय संस्कृति की जननी के रूप में जाना जाता है. आपको बता दें कि देवी गायत्री को वेदमाता के नाम से भी जाना जाता है. ऐसा मान्यता है कि सभी वेदों की उत्पत्ति इन्हीं से हुई है. देवी गायत्री को सभी देवताओं की माता और देवी सरस्वती, देवी पार्वती और देवी लक्ष्मी का अवतार भी माना जाता है. देवी गायत्री की जयंती को हर साल गायत्री जयंती के रूप में मनाया जाता है. ऐसे में चलिए जानते हैं इसका मुहूर्त और पूजा विधि.
द्रिक पंचांग के अनुसार, एकादशी तिथि 17 जून को सुबह 4:43 बजे शुरू होगी और 18 जून को सुबह 6:24 बजे समाप्त होगी.
ऐसा माना जाता है कि देवी गायत्री इस धरती पर जीवन के हर रूप में विद्यमान हैं. इसलिए गायत्री जयंती के शुभ दिन देवी गायत्री की पूजा करने से व्यक्ति को बुद्धि, ज्ञान और समृद्ध जीवन की प्राप्ति होती है. देवी गायत्री की पूजा करना वेदों का अध्ययन करने के बराबर है. देवी गायत्री को सभी शक्तियों का आधार माना जाता है. इस शुभ दिन देवी की पूजा करने वाले भक्तों को एकता, समृद्धि और लंबे और खुशहाल जीवन का आशीर्वाद मिलता है.
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गायत्री जयंती का इतिहास - History of Gayatri Jayanti
गायत्री संहिता के अनुसार, ऐसा माना जाता है कि देवी गायत्री देवी सरस्वती, देवी पार्वती और देवी लक्ष्मी का अवतार हैं. अथर्ववेद में उल्लेख है कि जीवन के सात लाभ, लोग, पशु, प्रसिद्धि, धन और ब्रह्मवर्चस देवी गायत्री से प्राप्त होते हैं. इसलिए हर साल गायत्री जयंती पर लंबे, खुशहाल और स्वस्थ जीवन के लिए देवी का आशीर्वाद लेने के लिए पूजा की जाती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.