Ganpati Visarjan: आज भगवान गणेश को करने वाले हैं विदा, तो जान लीजिए विसर्जन के सभी शुभ मुहूर्त

Ganesh Visarjan Shubh Muhurt: अगर आप भी आज बप्पा को विदा करना चाहते हैं तो जानिए कौनसा मुहूर्त है गणपति विसर्जन के लिए शुभ.

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गणपति विसर्जन के दिन बप्पा की मूर्ति को पानी में विसर्जित किया जाता है.

Ganpati Visarjan 2024: विघ्नहर्ता श्री गणेश के जन्मोत्सव को लोग गणेश चतुर्थी के रूप में मनाते हैं. यह पर्व गणेश चतुर्थी से प्रारंभ होकर अनंत चतुर्दशी तक चलता है. लगभग 10 दिनों तक यह उत्सव मनाया जाता है. गणेश चतुर्थी वाले दिन सभी भक्त भगवान गणपति बप्पा को श्रद्धाभाव से अपने घर लाते हैं और उनकी पूजा करते हैं. इसके बाद कुछ भक्त बप्पा को डेढ़ दिन, कुछ तीसरे दिन और कुछ भक्त सातवें दिन यानी अनंत चतुर्दशी (Anant Chaturdashi) के दिन खुशी-खुशी विदा करते हैं. अगर आपने भी अपने घर में भगवान श्री गणेश की स्थापना की ही और बप्पा को 13 सितंबर को विदा करने वाले हैं तो जान लीजिए उनके विसर्जन का शुभ मुहूर्त क्या है.

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13 सितंबर को विसर्जन के शुभ मुहूर्त

द्रिक पंचांग के अनुसार, 13 सितंबर दिन शुक्रवार को भगवान श्री गणेश का विसर्जन (Ganesh Visarjan) प्रात: काल 6:04 से प्रारंभ होकर सुबह 10:45 तक रहेगा. यह मुहूर्त दोपहर 12:16 से लेकर 1:49 तक रहेगा. वहीं, शाम के समय शुभ मुहूर्त 4:54 से लेकर 6:27 तक का होगा.

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विसर्जन से पहले पूजा जरूरी

गणेशोत्सव के 11वें दिन यानी अनंत चतुर्दशी को गणपति बप्पा की प्रतिमा को विसर्जित किया जाता है. विसर्जन करने से पहले भगवान श्री गणेश की पूरे विधि-विधान से पूजा की जाती है. फल-फूल आदि चढ़ाए जाते हैं. गणेश चतुर्थी के आखिरी दिन को अनंत चतुर्थी यानी गणेश जी के विसर्जन के नाम से जाना जाता है. विसर्जन वाले दिन बड़ी संख्या में भक्त उपस्थित होकर भगवान श्री गणेश के जयकारे लगाते हैं, ढोल बजाते हैं एवं नाचते-गाते हैं.

आप चाहें तो गणपति बप्पा की प्रतिमा को अपने घर में भी बाल्टी या टब में विसर्जित कर सकते हैं. जब भगवान की मूर्ति पूरी तरीके से पानी में घुल जाए तो आप उसे अपने घर के पेड़ पौधों में या किसी स्वच्छ स्थान पर प्रवाहित कर सकते हैं.

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गणेश चतुर्थी का महत्व

गणेश चतुर्थी का त्योहार बुद्धि और ज्ञान की पूजा के लिए मनाया जाता है. भगवान गणेश को बुद्धि और ज्ञान का देवता माना जाता है और उनकी पूजा करने से लोगों को ज्ञान और बुद्धि प्राप्त होती है. इसके अलावा, गणेश चतुर्थी का त्योहार परिवार और समाज के लिए भी महत्वपूर्ण है. यह त्योहार लोगों को एक साथ लाता है और उन्हें अपने परिवार और समाज के साथ जुड़ने का अवसर देता है.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)\

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