Chaitra Navratri Nariyal: इस साल चैत्र नवरात्रि का पावन त्योहार 9 अप्रैल से 17 अप्रैल तक मनाया गया. नवरात्रि (Navratri) में पूरे 9 दिन मां की पूजा अर्चना करने के बाद नौवें दिन लोगों ने कन्या भोज (Kanya Bhoj) व्रत को पूरा किया. इस दौरान कई लोग घर में कलश की स्थापना भी करते हैं, जिसे घट स्थापना भी कहा जाता है. इसमें एक कलश के ऊपर नारियल (Nariyal) और आम की पत्तियां रखकर इसकी पूजा अर्चना हर दिन की जाती है, लेकिन नवरात्रि के बाद इस नारियल का क्या करना चाहिए? चलिए हम आपको बताते हैं, पांच ऐसे उपाय जो आप कलश स्थापना में इस्तेमाल किए गए नारियल के साथ कर सकते हैं.
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प्रसाद के रूप में बांटेनवरात्रि में जो कलश स्थापना की जाती है, नवमी की पूजा के बाद इसके ऊपर से नारियल को हटाकर उसे फोड़कर प्रसाद के रूप में सभी कन्याओं को बांट सकते हैं और आप भी इसको ग्रहण कर सकते हैं.
कलश स्थापना के दौरान इस्तेमाल किए गए नारियल को आप लाल रंग के कपड़े में बांधकर पूजा स्थान पर ही रख सकते हैं, इससे माता रानी की विशेष कृपा बनी रहती है.
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, नवरात्रि में स्थापित किए गए कलश के ऊपर रखें नारियल को 9 दिन के बाद विधि-विधान से हटाना चाहिए और इसे आप नदी या बहते पानी में विसर्जित भी कर सकते हैं. इतना ही नहीं कलश स्थापना के दौरान कलश के नीचे जो चावल रखे जाते हैं उसे भी आप एकत्रित करके नदी में प्रवाहित कर सकते हैं, ऐसा करने से दोष नहीं लगता और पूजा का पूरा फल आपको मिलता है.
जी हां, धार्मिक मान्यताओं के अनुसार नवरात्रि के बाद कलश के नारियल को घर के मेन डोर पर लाल कपड़े में बांधकर आप लटका सकते हैं और जब अगली नवरात्रि आए तब इस नारियल को हटाकर जल में प्रवाहित कर दें, ऐसे में घर में सकारात्मक बनी रहती है.
मान्यताओं के अनुसार, नवरात्रि के बाद हटाए गए नारियल को आप अपने वर्कप्लेस, दुकान, ऑफिस या ऐसी जगह अनुष्ठान करके रख सकते हैं, जहां पर आप मां दुर्गा की कृपा चाहते हैं, कहते हैं ऐसा करने से नौकरी और व्यापार में तरक्की होती है.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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