Ashadh month 2025 : हिन्दी महीना आषाढ़ भगवान विष्णु और देवी तुलसी की पूजा अर्चना के लिए समर्पित है. इस माह में सच्चे मन से श्री हरि की भक्ति करने से जगत के पालनहार प्रसन्न होते हैं. आपको बता दें कि इस माह की देवशयनी एकादशी के दिन से श्री हरि विष्णु 4 महीने की योगनिद्रा में चले जाते हैं, जिसके कारण मांगलिक कार्य, जैसे-विवाह, मुंडन, जनेऊ आदि करने की मनाही होती है. यह 4 महीने की अवधि चतुर्मास कहलाती है.
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चातुर्मास का समय पूजा-पाठ, व्रत, हवन और जप के लिए बहुत अच्छा माना जाता है. इस दौरान श्री हरि और सूर्य की उपासना करना शुभ फलदायी होता है. आषाढ़ माह में भगवान विष्णु और सूर्य की पूजा करने से आपके रोग दोष दूर होते हैं. साथ ही आप दीर्घायु होते हैं.
वहीं, इस माह में सूर्य को जल चढ़ाने से सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं और शत्रुओं का नाश होता है. क्योंकि आषाढ़ माह के दौरान सूर्य अपने मित्र ग्रहों की राशि में होता है, जिसके कारण उनका प्रभाव और बढ़ जाता है.
स्कंद पुराण के अनुसार इस माह में भगवान विष्णु के वामन अवतार की पूजा करनी चाहिए क्योंकि इस महीने के देवता भगवान वामन ही हैं.
आषाढ़ महीने में सौंफ और हींग का सेवन करना फायदेमंद माना गया है. इस महीने में साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. ये तो बात हो गई आषाढ़ महीने के महत्व की अब आते हैं त्योहार और व्रत की लिस्ट पर...
आषाढ़ मास 2025 व्रत त्यौहार - Ashadh month 2025 fasts and festivals
14 जून - संकष्टी गणेश चतुर्थी
15 जून - मिथुन संक्रांति
21 जून - योगिनी एकादशी
23 जून - प्रदोष व्रत, मास शिवरात्रि
24 जून - रोहिणी व्रत
25 जून - अमावस्या, आषाढ़ अमावस्या
26 जून - गुप्त नवरात्रि आरंभ, चंद्र दर्शन
27 जून - जगन्नाथ रथयात्रा
06 जुलाई - आषाढ़ी एकादशी, देवशयनी एकादशी
08 जुलाई - भौम प्रदेाष व्रत, जया पार्वती व्रत प्रारंभ
10 जुलाई - पूर्णिमा, गुरु पूर्णिमा, व्यास पूजा, सत्य व्रत
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)