लाजपत नगर में मां-बेटे की खौफनाक हत्या का राज खुला, मालकिन की डांट से नाराज नौकर ने की थी हत्या

मालकिन की डांट और उधार के पैसे मांगे जाने से नाराज नौकर ने महिला और उसके बेटे को मार डाला. लाजपत नगर डबल मर्डर केस की पूरी कहानी जानिए.

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मृतका की फाइल फोटो और गिरफ्तार आरोपी.

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  • दिल्ली के लाजपत नगर में महिला और उसके 14 वर्षीय बेटे की धारदार हथियार से हत्या हुई.
  • हत्या का आरोपी मुकेश कुमार घर के नौकर के रूप में कार्यरत था और बिहार का निवासी है.
  • आरोपी ने मालकिन से पैसे मांगने पर डांटने के बाद गुस्से में हत्या की.
  • पुलिस ने बताया कि घटना बुधवार रात साढ़े सात से साढ़े आठ बजे के बीच हुई.
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Delhi Crime: दिल्ली के लाजपत नगर इलाके से गुरुवार को डबल मर्डर की एक घटना सामने आई. एक महिला और उसके बेटे की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी गई थी. महिला और बेटे की लाश उनके घर में ही मिली. जिसका मेनगेट बाहर से लॉक था. इस घटना की जानकारी सामने आते ही सनसनी फैल गई. हालांकि मामले की जांच में जुटी स्थानीय पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा कर दिया है. इस खौफनाक वारदात को घर के नौकर ने ही अंजाम दिया था. जिसे मुगलसराय से ट्रेन से गिरफ्तार किया गया. आरोपी मालकिन और उसके बेटे की हत्या कर अपने घर बिहार के हाजीपुर भाग रहा था.

आरोपी ने पुलिस की पूछताछ में बताया कारण

इस खौफनाक हत्या के पीछे की जो कहानी सामने आई है, वो हैरान करने वाली है. आरोपी ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि पिछले कुछ दिनों से उसकी तबीयत ठीक नहीं थी. इसलिए वह काम पर नहीं आया था. जब वह वापस लौटा तो उसकी मालकिन ने उसको डांटा. साथ ही मालिक से उधार लिए 40 हजार रुपए भी मांगे.

इसी गुस्से में आकर उसने पहले मालकिन की हत्या की, उसी दौरान उनका बेटा जो बाथरूम में था, उसने शोर मचाया तो उसने उसे भी मार दिया.

कुलदीप सेवानी के कपड़ों की दुकान में काम करता था आरोपी

आरोपी की पहचान मुकेश कुमार के तौर पर हुई है और वह लाजपत नगर बाजार में कुलदीप सेवानी की कपड़ों की दुकान में सहायक के तौर पर काम करता था. कुमार कपड़ों की ढुलाई भी करता था. पुलिस ने बताया कि आरोपी बिहार के हाजीपुर का निवासी है और उसे उत्तर प्रदेश में रेलवे पुलिस ने ट्रेन से उस समय गिरफ्तार कर लिया जब वह भागने की कोशिश कर रहा था.

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महिला और उसके 14 साल के बेटे की हत्या की

दिल दहलाने वाली यह घटना तब प्रकाश में आई जब बुधवार रात 9.43 बजे लाजपत नगर-1 निवासी कुलदीप सेवानी ने पीसीआर को कॉल की. पुलिस के अनुसार, सेवानी ने बताया कि उनकी पत्नी रुचिका (42) और 14 वर्षीय बेटा फोन नहीं उठा रहे हैं और उनके घर की सीढ़ियों पर खून के धब्बे हैं.

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घर की ओर जाने वाली सीढ़ियों पर खून के धब्बे मिले

दक्षिण पूर्वी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) हेमंत तिवारी ने कहा, ‘‘पीसीआर वाहन और जांच दल मौके पर पहुंचे जहां घर का मुख्य दरवाजा बाहर से बंद था. घर की ओर जाने वाली सीढ़ियों पर खून के धब्बे मिले.''

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उन्होंने कहा, ‘‘पुलिस घर का दरवाजा तोड़कर अंदर दाखिल हुई. रुचिका और उसके बेटे के शव घर के अंदर से बरामद किए गए.'' तिवारी ने बताया कि महिला का शव बेडरूम में मिला, उसका गला रेता हुआ था और बेटे का शव बाथरूम से बरामद किया गया. उन्होंने कहा कि दोनों की धारदार हथियार से हत्या की गई थी.

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3-4 साल से सेवानी परिवार के लिए काम कर रहा था मुकेश

पुलिस ने बताया कि मुकेश पिछले तीन-चार साल से परिवार के साथ उनकी दुकान पर काम कर रहा था और उसका उनके घर में आना-जाना था, क्योंकि परिवार अपने उत्पादों को घर के गोदाम में रखता था. लाजपत नगर बाजार की दुकान में वह कुलदीप और रुचिका की सहायता करता था तथा उनके चालक के रूप में भी काम करता था.

10वीं में पढ़ता था बेटा

उन्होंने बताया कि हालांकि वह लाजपत नगर की दुकान में सहायक के रूप में कार्यरत था, लेकिन वह कुलदीप और रुचिका के लिए चालक के तौर पर भी सहायता करता था. डीसीपी ने कहा, ‘‘कुलदीप और रुचिका मिलकर दुकान चलाते थे और उनका बेटा दसवीं कक्षा में पढ़ता था.''

बुधवार रात साढ़े सात से साढ़े 8 के बीच की वारदात

जांच से जुड़े पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने कहा, ‘‘प्रथम दृष्टया वारदात बुधवार शाम साढ़े सात बजे से साढ़े आठ बजे के बीच हुई. दिन के समय महिला ने मुकेश को किसी बात पर डांटा था, जिसका बदला लेने के लिए उसने ऐसा किया. ऐसा प्रतीत होता है कि उसने पहले महिला की गला रेतकर हत्या की और उसके बाद लड़के को भी मार डाला.''

सगाई के लिए 8 दिन की छुट्टी लेकर 25 दिन बाद आया था

मुकेश ने मालकिन से 40,000 रुपये से अधिक उधार लेने तथा ठीक से काम न करने तथा बार-बार छुट्टी लेने के कारण डांट खाने के कारण दबाव में था. मुकेश अपनी सगाई के लिए आठ दिन की छुट्टी लेकर गांव गया था, लेकिन 25 दिन बाद भी वह वापस नहीं लौटा. कुछ दिन पहले वापस आने पर उसने फिर से पैसे और अतिरिक्त छुट्टी की मांग की, जिसके कारण उसके नियोक्ताओं कुलदीप और रुचिका के साथ उसका झगड़ा हो गया.

पुलिस ने बताया कि दम्पति ने उसके अनियमित व्यवहार के लिए उसे डांटा तथा मांग की कि वह उधार लिए गए पैसों के साथ-साथ उसे दिए गए दो मोबाइल फोन भी लौटा दे.

पुलिस के मुताबिक, बुधवार शाम को जब कुलदीप अपनी दुकान पर था, तो मुकेश ने उससे कहा कि वह कपड़ा लेने के लिए घर के गोदाम जा रहा है लेकिन इसके बजाय उसने एक धारदार हथियार हासिल किया और सीधे घर पहुंच गया.

घर में घुसते ही मालकिन पर कर दिया हमला

डीसीपी ने कहा, 'उसने घंटी बजाई और रुचिका से कहा कि उसे गोदाम से सामान लेना है. अंदर घुसते ही उसने कथित तौर पर हथियार से उस पर हमला कर दिया. शोर सुनकर जब उसका 14 वर्षीय बेटा नीचे आया तो बाथरूम के पास छिपे मुकेश ने उस पर भी हमला कर दिया और मौके से भाग गया.'

उत्तर प्रदेश से ट्रेन से गिरफ्तार हुआ आरोपी

स्थानीय पुलिस की सहायता से मुकेश को उत्तर प्रदेश में एक ट्रेन से गिरफ्तार कर लिया गया. अधिकारी ने बताया कि दोहरे हत्याकांड की सूचना मिलने के बाद कई टीम गठित की गईं और आरोपी की तस्वीर अन्य राज्यों की पुलिस व रेलवे पुलिस के साथ साझा की गई.

उन्होंने कहा कि वारदात को अंजाम देने के बाद मुकेश ने घर को बाहर से बंद कर दिया और अपना सामान लेकर भाग गया.

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