- यमुना नदी का जलस्तर दिल्ली के पुराने रेलवे पुल पर खतरे के निशान से ऊपर पहुंचने से बाढ़ का खतरा बढ़ गया है
- यमुना बाजार इलाके में पानी भरने से घरों का सामान डूब चुका है और लोग शेल्टरों में सुरक्षित स्थान पर जा रहे हैं.
- प्रशासन ने यमुना किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के निर्देश दिए हैं, टेंट की व्यवस्था की है
दिल्ली पर एक बार फिर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. यमुना अपने रौद्र रूप में हैं, जिसकी वजह से लोगों में खौफ का माहौल है. खतरे को पहले से भांप कर प्रशासन ने अलर्ट जारी (Delhi Flood Alert) कर दिया है. जिसके बाद क्या इंसान और क्या जानवर, सभी को सुरक्षित जगहों पर पहुंचाया जा रहा है. हालात का जायजा लेने NDTV की रिपोर्टस जा कौशिक यमुना बाजार इलाके में पहुंची, जहां पर घुटनों तक पानी भरा हुआ है. यमुना में आखिर इतना पानी आया कहां से और क्या हैं तैयारियां, 10 पॉइंट्स में जानें सबकुछ.
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दिल्ली में बाढ़ का खतरा, युमना खतरे के निशान से ऊपर
दिल्ली के पुराने रेलवे पुल पर मंगलवार सुबह यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान 205.33 मीटर को पार कर 205.80 मीटर तक पहुंच गया. नदी के बढ़ते जलस्तर ने दिल्ली के निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है. कई इलाकों में तो पानी घुस भी चुका है. यमुना बाजार इलाके में पानी भर गया है. आईटी छठ घाट डूब गया है. वहीं पुराना लोहे का पुल बंद कर दिया गया है.
यमुना बाजार इलाके में भरा पानी, डूबा सामान
निचले इलाकों में पानी भर गया है, यमुना बाजार इलाके में घर का सामान पानी में डूब चुका है. लोग अपने सामान को पानी से निकालकर घरों की छतों पर और बाहर बने शेल्टरों में जाने को मजबूर हैं. ये वही इलाका है, जहां का दौरा कर खुद सीएम रेखा गुप्ता ने हालात का जायजा लिया था.
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सड़कों पर गंदा पानी भरा, नाव चल रही
यमुना बाजार इलाके के हालात इतने खराब हैं कि सड़कें नदी में तब्दील हो गई हैं. वहां पर नाव चल रही है. पानी में गंदगी और गाद को साफ देखा जा सकता है, जिसके बाद इनफेक्शन का खतरा भी बढ़ गया है. यमुना का जलस्तर 207 मीटर को पार करने की आशंका जताई जा रही है.
दिल्ली पुलिस की ट्रैफिक एडवाइजरी
यमुना में बढ़ते जलस्तर की वजह से ट्रैफिक एडवाइजरी जारी की गई है. जिसमें कहा गया है कि पुराना लोहे का पुल 2 सितंबर को शाम 4 बजे से अगले आदेश तक यातायात और आम जनता की आवाजाही के लिए बंद रहेगा. ट्रैफिक को हनुमान सेतु, राजा राम कोहली मार्ग और गीता कॉलोनी रोड से डायवर्ट किया जाएगा. लोग पुराने लोहे के पुल और आसपास के इलाकों से बचें. सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें और पर्याप्त समय लेकर यात्रा की योजना बनाएं.
शेल्टरों में बच्चों-बूढ़ों को हो रही परेशानी
ताजा हालात को देखते हुए लोगों की मदद के लिए यमुना बाजार के ऊपरी इलाकों में कुछ शेल्टर बनाए गए हैं. यहां पर लोगों के खाने-पीने की भी व्यवस्था की गई है. कुछ लोगों की शिकायत है कि शेल्टर होम में बने टेंट के भीतर तख्त या बेडनुमा कोई चीज नहीं है. बच्चे, बूढ़ों को खास परेशानी हो रही है. दिल्ली के निचले इलाकों की स्थिति बहुत खराब है.
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पुराने लोहा पुल पर नदी का जलस्तर 205.75 मीटर तक पहुंचा
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सोमवार को कहा था कि सरकार स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है. अधिकारियों के अनुसार, सोमवार सुबह छह बजे पुराने यमुना पुल पर नदी का जलस्तर 205.68 मीटर पर था, जो खतरे के निशान 205.33 मीटर से काफी ऊपर है. अब यह ऊपर बढ़कर 205.75 मीटर तक पहुंच चुका है.
कब-कब खतरे के पार पहुंची यमुना?
साल 2023 में यमुना का जलस्तर 208 मीटर को पार कर गया था. तब भी दिल्ली में बाढ़ की स्थिति पैदा हुई थी. तब कई इलाकों में घरों तक 8-8 फुट पानी भर गया था. ये तमाम निचले इलाके डूब क्षेत्र में आ गए थे. दिल्ली में साल 2010 में यमुना का जलस्तर 207.11 मीटर पहुंच गया था. वहीं 2013 में 207.32 मीटर पहुंच गया था.
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हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा गया लाखों क्यूसेक पानी
हथिनीकुंड बैराज से 1.76 लाख क्यूसेक, वजीराबाद बैराज से 69,210 क्यूसेक और ओखला बैराज से 73,619 क्यूसेक पानी छोड़े जाने की वजह से यमुना नादी उफान पर है, जिसकी वजह से दिल्ली में बाढ़ का संकट और गहरा हो गया है. तीनों बैराजों से और अधिक पानी छोड़े जाने की वजह से पानी लगातार बढ़ रहा है.
यमुना किनारे रहने वाले लोग कैंपों की तरफ दौड़ रहे
दिल्ली में बाढ़ के खतरे तो देखते हुए अधिकारी सतर्क हैं. उन्होंने लोगों से नदी से सटे इलाकों को तुरंत खाली करने का निर्देश दिया है. यमुना किनारे रहने वाले लोग अब सुरक्षित जगह की तलाश में पलायन शुरू कर चुके हैं. वह अपनी जरूरी चीजों को पानी से बाहर निकालकर छतों पर लेकर जा रहे हैं. कुछ लोग कैंपों की तरफ दौड़ रहे हैं.
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सड़क के किनारे टेंट की व्यवस्था
बता दें कि दिल्ली में लगातार हो रही बारिश की वजह से यमुना बाजार इलाके में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए थे. जिसके बाद दिल्ली सरकार ने सड़क के किनारे लोगों के लिए टेंट की व्यवस्था की थी.
आगरा में श्मशान घाट पानी में डूबा
यूपी के आगरा में भी यमुना अपना रौद्र रूप दिखा रही है. नदी जलस्तर अलर्ट लेवल से ऊपर पहुंच गया है. घाट से लेकर श्मशान तक सब जलमग्न हो गया है. ताजगंज श्मशान घाट पर मोक्ष धाम स्थल जलमग्न हो गया है. आगरा प्रशासन अलर्ट पर है. बाढ़ चौकियां बना दी गई हैं. यमुना किनारे रहने वाले लोगों को दूर रहने की हिदायत दी गई है.
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