दिल्ली में अब 11 की जगह होंगे 13 जिले, रेखा सरकार की कैबिनेट ने प्रस्ताव को किया मंजूर

दिल्ली में रेवेन्यू जिलों और एमसीडी जोन के बीच दशकों पुराना ज्यूरिस्डिक्शन का कन्फ्यूजन अब खत्म होगा. इस सुधार के तहत सब-डिवीजन की संख्या 33 से बढ़ाकर 39 कर दी जाएगी और सब-रजिस्ट्रार ऑफिस की संख्या 22 से बढ़ाकर 39 की जाएगी.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
फटाफट पढ़ें
Summary is AI-generated, newsroom-reviewed
  • दिल्ली सरकार ने 11 रेवेन्यू जिलों को 13 नए जिलों में पुनर्गठित करने का प्रस्ताव मंजूर किया है
  • रेवेन्यू जिलों और एमसीडी जोनों के बीच दशकों पुराने सीमा विवाद को खत्म करने के लिए प्रशासनिक सुधार किए जाएंगे
  • सब-डिवीजन की संख्या 33 से बढ़ाकर 39 की जाएगी और सब-रजिस्ट्रार कार्यालयों की संख्या भी 22 से 39 की जाएगी
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
नई दिल्ली:

दिल्ली में अब 11 नहीं बल्कि 13 जिले होंगे. रेखा गुप्ता सरकार ने11 रेवेन्यू जिलों को 13 नए रेवेन्यू जिलों में पुनर्गठित करने के ऐतिहासिक प्रस्ताव को मंजूरी दे दी, जो 12 एमसीडी जोन, एनडीएमसी और दिल्ली कैंटोनमेंट बोर्ड के साथ पूरी तरह मेल खाएंगे. इसके अलावा, बेहतर प्रशासन और पब्लिक सर्विस की आसान डिलीवरी के लिए अलग-अलग विभागों की सीमाओं को रेवेन्यू विभाग के साथ एक जैसा किया जाएगा.

दिल्ली में रेवेन्यू जिलों और एमसीडी जोन के बीच दशकों पुराना ज्यूरिस्डिक्शन का कन्फ्यूजन अब खत्म होगा. इस सुधार के तहत सब-डिवीजन की संख्या 33 से बढ़ाकर 39 कर दी जाएगी और सब-रजिस्ट्रार ऑफिस की संख्या 22 से बढ़ाकर 39 की जाएगी. सभी 13 जिलों में वन-स्टॉप पब्लिक सर्विस प्रदान करने के लिए मिनी सेक्रेटेरिएट बनाए जाएंगे. इसे लागू करने के लिए गजट नोटिफिकेशन 15 दिनों के अंदर जारी किया जाएगा और यह पूरी तरह दिसंबर 2025 तक चालू हो जाएगा. शुरुआती बजट के रूप में 25 करोड़ रुपया मंजूर किया गया है, जो मौजूदा वित्तीय वर्ष में खर्च किया जाएगा.

दिल्ली सरकार की तरफ से बताया गया कि यह सुधार जीवन को आसान बनाएगा, सर्विस डिलीवरी में तेजी लाएगा, और जमीन के रिकॉर्ड, प्रॉपर्टी रजिस्ट्रेशन, सिविक सर्विस, और शिकायत निवारण में आसान समन्वय सुनिश्चित करेगा. इस फैसले को लेकर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि 'एक दिल्ली, एक सीमा, एक विंडो' यह फैसला सरकार को हर नागरिक के लिए करीब और आसान बनाता है. दक्षिण-पूर्व दिल्ली में जंगपुरा, कालकाजी और बदरपुर तहसील शामिल हैं। पुरानी दिल्ली में सदर बाजार और चांदनी चौक शामिल हैं, और उत्तर दिल्ली में बुराड़ी, आदर्श नगर और बादली को शामिल किया गया है। नई दिल्ली में दिल्ली कैंट और नई दिल्ली शामिल हैं, और सेंट्रल दिल्ली में पटेल नगर और करोल बाग को शामिल किया गया है।

मध्य उत्तर दिल्ली में सकुर बस्ती, शालीमार बाग, और मॉडल टाउन और दक्षिण-पश्चिम दिल्ली में नजफगढ़, मटियाला, और द्वारका को रखा गया है. बाहरी उत्तर दिल्ली में मुंडका, नरेला, और बवाना और उत्तर-पश्चिम दिल्ली में किरारी, नांगलोई जाट, और रोहिणी को शामिल किया गया है. उत्तर-पूर्वी दिल्ली में करावल नगर, गोकलपुरी, यमुना विहार, और शाहदरा को रखा गया है, जबकि पूर्वी दिल्ली में गांधी नगर, विश्वास नगर, और पटपड़गंज को रखा गया है.दक्षिण दिल्ली में छतरपुर, मालवीय नगर, देवली और महरौली को रखा गया है, जबकि विकासपुरी, जनकपुरी और राजौरी गार्डन को पश्चिमी दिल्ली में रखा गया है. 

यह भी पढ़ें: AQI टेम्परेचर है... सीएम रेखा गुप्ता के बयान पर केजरीवाल बोले- ये नया विज्ञान कब आया?

Featured Video Of The Day
Nehru पर Modi का हमला VS गांधी परिवार का जवाब! संविधान पर सियासी जंग | Parliament Session 2025