आम आदमी पार्टी के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने कहा है कि जब से प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी है, यहां पानी और बिजली की व्यवस्था बिल्कुल चरमरा गई है. उन्होंने कहा कि आज स्थिति यह बनी हुई है, कि भाजपा सरकार में जो मंत्री इस विभाग की जिम्मेदारी लेकर बैठे हुए हैं, वह दिल्ली में है ही नहीं. बीते दिनों बारिश की वजह से पूरी दिल्ली पानी पानी हो गई थी, सड़कों पर, गलियों में हर जगह पानी भरा हुआ था और जब भारतीय जनता पार्टी से उनकी व्यवस्थाओं को लेकर प्रश्न पूछा गया तो हमें मिली जानकारी के अनुसार यह पता चला, कि भाजपा शासित दिल्ली सरकार में पीडब्ल्यूडी विभाग के मंत्री प्रवेश वर्मा जिनकी यह जिम्मेदारी थी, वह दिल्ली में थे ही नहीं.
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि इससे भी बड़े आश्चर्य की बात यह है, कि भाजपा की दिल्ली सरकार ने दिल्ली की जनता से इस बात को छुपाया, उन्होंने दिल्ली वालों को पता ही नहीं चलने दिया कि दिल्ली के पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर प्रवेश वर्मा अपनी जिम्मेदारियां को छोड़कर, दिल्ली की जनता को बाढ़ जैसी ही स्थिति में छोड़कर दिल्ली से गायब हैं.
उन्होंने पत्रकारों को दिल्ली के एक निवासी जो कि ग्रेटर कैलाश विधानसभा के अलकनंदा अपार्टमेंट में रहते हैं, उनसे हुई मुलाकात का उदाहरण देते हुए बताया, कि उस व्यक्ति ने मुलाकात के दौरान कहा कि लगभग 25 साल मुझे ग्रेटर कैलाश इलाके में रहते हुए हो गए हैं, लेकिन पानी की व्यवस्था का जो बुरा हाल आज है, पिछले 25 सालों में कभी ऐसा नहीं हुआ.
सौरभ भारद्वाज ने कहा कि दिल्ली में पानी और बिजली की खराब व्यवस्था पर तब मोहर लग जाती है, जब दो दिन पहले उपराज्यपाल महोदय के कार्यालय में काम करने वाले एक कर्मचारी ने ट्वीट करके इस बात को कहा, कि हमारे यहां 2 घंटे से बिजली नहीं आ रही है. इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है, कि जब उपराज्यपाल महोदय के कार्यालय में काम करने वाले कर्मचारी ही खराब बिजली व्यवस्था की मार झेल रहे हैं, तो बाकि दिल्ली का क्या हाल होगा.
आप प्रदेश अध्यक्ष ने भाजपा शासित दिल्ली सरकार में मुख्यमंत्री पद पर आसीन दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता की लापरवाहियों को उजागर करते हुए कहा, कि दिल्ली में इतने बुरे हालात हैं, जगह-जगह बिजली के कट लग रहे हैं, 5-5 घंटे से लेकर 14-14 घंटे बिजली के कट लग रहे हैं, दिल्ली की जनता परेशान है और दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता दिल्ली की जनता की सुध लेने और दिल्ली की बिगड़ी व्यवस्था को सुधारने के बजाय अन्य राज्यों में जाकर चुनाव प्रचार का काम कर रही हैं.