देश की राजधानी दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में कोरोना के मामलों की बढ़ती संख्या ने चिंता बढ़ा दी है. जनपद गौतम बुद्ध नगर यानी नोएडा में कोविड के उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है और मंगलवार को यह आंकड़ा 411 तक पहुंच गया.पिछले 11 दिनों में 18 वर्ष से कम उम्र के संक्रमितों की संख्या 134 हो गई है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा मंगलवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार, गौतम बुद्ध नगर में कोविड के 107 नए मामले सामने आए हैं जिनमें से 33 संक्रमितों की उम्र 18 वर्ष से कम है. इसके साथ ही जिले में अब तक आए कोविड मामलों की कुल संख्या 99,154 हो चुकी है, इनमें 98,253 ठीक हो चुके हैं.
रिपोर्ट के मुताबिक, फिलहाल जिले में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या 411 है. कोरोनावायरस के चलते जनपद में अब तक 490 लोगों की मौत हो चुकी है. कुल 2,03,612 लोगों की कोविड जांच हुई है.एक ओर जहां संक्रमण बढ़ रहा है वहीं जांच का दायरा सीमित होता जा रहा है. मंगलवार को जारी रिपोर्ट अनुसार 24 घंटे में मात्र 850 जांचें हुई हैं. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुनील शर्मा के अनुसार, जांच सिर्फ लक्षण मिलने पर ही की जा रही है. इस मामले में आईसीएमआर के दिशानिर्देशों एवं सरकार के निर्देशों का पालन किया जा रहा है.जिले में व्यस्क टीकाकरण शत प्रतिशत है, वहीं 12 से 17 साल की आयु में टीकाकरण भी 50 प्रतिशत से अधिक है.
उधर, देश की राजधानी दिल्ली में एक बार फिर नये संक्रमणों में वृद्धि देखने को मिल रही है और 11-18 अप्रैल के बीच संक्रमण दर में करीब तीन गुना बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है. यह जानकारी शहर के स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों से सामने आई है.इन आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में 11 अप्रैल को संक्रमण दर 2.70 फीसदी रही थी जो 15 अप्रैल को बढ़कर 3.95 फीसदी जा पहुंची. अगले ही दिन 16 अप्रैल को संक्रमण दर 5.33 फीसदी हो गयी और 18 अप्रैल को यह बढ़कर 7.72 फीसदी तक पहुंच गई.इसके मुताबिक, पिछले सप्ताह दिल्ली में 67,360 नमूनों की जांच की गई, जिनमें से 2,606 में संक्रमण की पुष्टि हुई . इस अवधि में औसत संक्रमण दर 4.79 फीसदी रही.
दिल्ली सरकार के आंकड़ों के मुताबिक, शहर में 11 अप्रैल को 5,079 नमूनों की जांच की गई, जिनमें से 137 संक्रमित पाये गये . यहां 18 अप्रैल को 6,492 नमूनों की जांच की गई, जिनमें 501 से अधिक में संक्रमण की पुष्टि हुई.इस अवधि में राष्ट्रीय राजधानी में कोविड-19 के दो मरीजों की मौत हुई. डॉक्टरों का कहना है कि आने वाले दिनों में संक्रमण के मामलों में और वृद्धि हो सकती है. हालांकि उनका कहना है कि मौजूदा हालात अधिक चिंताजनक नहीं हैं क्योंकि अधिकतर मामले हल्के संक्रमण के हैं और ये वायरस के ओमिकॉन XE वेरिएंट के कारण है.सफदरजंग अस्पताल के कम्युनिटी मेडिसीन के प्रमुख डॉ जुगल किशोर ने कहा, ''यह स्वरूप अधिक तेजी से फैलता है लेकिन इससे हल्का संक्रमण हो रहा है. यह केवल ऊपरी श्वसन प्रणाली के संक्रमण का कारण बन रहा है.''चिकित्सकों ने कहा कि मामले बढ़न पर मृत्युदर थोड़ी बढ़ेगी एवं अस्पतालों में भर्ती की दर में भी इजाफा होगा लेकिन यह नियंत्रण के बाहर नहीं होगा.सर गंगा राम अस्पताल में श्वास रोग विशेषज्ञ डॉ अभिनव गुलियानी ने कहा, ''लोगों को सतर्क रहना चाहिए. मामलों में वृद्धि होगी, हालांकि, यह नियंत्रण से बाहर नहीं जाएगी.''दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण शहर में बढते संक्रमण पर चर्चा करने के लिए बुधवार को बैठक करेगी जहा मास्क लगाने की अनिवार्यता पर चर्चा होने की संभावना है.
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