सरकार के शीतकालीन सत्र के दौरान एक नया क्रिप्टोकरंसी विधेयक (Cryptocurrency Bill) प्रस्तुत करने की योजना बनाने के बारे में समाचार मिलने के बाद से, बहुत सी गलत जानकारी सामने आ रही है. इससे शुरुआत में घबराहट में काफी बिकवाली हुई थी, लेकिन ऐसा लग रहा है कि अब स्थिति कुछ संभली है. हालांकि, भारत में कई क्रिप्टोकरंसी ट्रेडर्स और इनवेस्टर्स देश में क्रिप्टो के भविष्य को लेकर चिंतित हैं.
चीजों को आसान बनाने के लिए, कॉइनस्विच ने हाल ही में यूट्यूब पर कुछ बहुत उपयोगी सेशन आयोजित किए थे. इन वीडियो का लक्ष्य जानकारी फैलाना और लोगों को भारत में प्रस्तावित क्रिप्टोकरंसी विधेयक की वर्तमान स्थिति समझाना है. इससे लोगों को क्रिप्टोकरंसीज को लेकर जानकारी के साथ ट्रेडिंग और इनवेस्टमेंट करने में मदद मिलेगी.
कॉइनस्विच के चीफ कम्प्लायंस ऑफिसर, सुंदरा राजन ने प्रस्तावित क्रिप्टो विधेयक और कानून से जुड़े अन्य विवरणों के बारे में जानकारी दी जो भारत में क्रिप्टोकरंसी ट्रेडर्स और इनवेस्टर्स के लिए उपयोगी होगी. हम यहां लाइव यूट्यूब सेशन के दौरान दी गई महत्वपूर्ण जानकारी के बारे में बता रहे हैं.
क्या हम ‘क्रिप्टो पर प्रतिबंध लगाया जाएगा' की आशंका को पीछे छोड़ चुके हैं?
लोगों के दिमाग में सबसे बड़ा प्रश्न अभी यह है कि क्या भारत में क्रिप्टो पर वास्तव में प्रतिबंध लगेगा? अफवाहों पर विराम लगाने के लिए, राजन ने कहा कि हम यह पक्के तौर पर कह सकते हैं कि क्रिप्टो पर भारत पूरी तरह प्रतिबंध नहीं लगाएगा. उन्होंने हाल के घटनाक्रमों और सार्वजनिक तौर पर और संबंधित पक्षों के साथ आंतरिक तौर पर जारी किए गए आधिकारिक बयानों के बारे में बात की. सरकार मुख्यतौर पर क्रिप्टो के गलत इस्तेमाल को लेकर चिंतित है और इससे बचना चाहती है. इसके अलावा, सरकार क्रिप्टो को रेगुलेट करने के तरीकों पर विचार करती दिख रही है.
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इन समाचारों के बीच क्रिप्टो टैक्सेशन
भारत में क्रिप्टो टैक्सेशन पर कुछ महत्वपूर्ण प्रश्नों को स्पष्ट करने के लिए, राजन ने राजस्व सचिव तरुण बजाज के हाल के एक बयान का जिक्र किया जिसमें उन्होंने बताया था कि कैसे लोगों उनके क्रिप्टोकरंसी प्रॉफिट से मिले कैपिटल गेन्स पर टैक्स चुकाना चाहिए. क्रिप्टो से जुड़े कैपिटल गेन्स पर टीडीएस लगाने के लिए टैक्स कानूनों में भी बदलाव हो सकता है. अगर सरकार इन टैक्स को लगाने की योजना बना रही है तो इसका मतलब है कि वह क्रिप्टोकरंसीज की खरीदारी और बिक्री को अनुमति देगी.
लोगों के विधेयक के विवरण का अनुमान लगाने को लेकर क्या स्थिति है?
हमें वास्तव में प्रस्तावित क्रिप्टोकरंसी विधेयक के बारे में अधिक जानकारी नहीं है और केवल इसका मुख्य शीर्षक पता है. हालांकि, लोग इसके बावजूद सार्वजनिक या ऑनलाइन चर्चाओं से अनुमान लगाने की कोशिश कर रहे हैं, जिससे घबराहट की स्थिति बन रही है. चीजों को स्पष्ट करने के लिए, राजन ने कहा कि किसी को भी अभी इस प्रस्ताविक क्रिप्टो विधेयक में क्या है, इसकी जानकारी नहीं है.
उन्होंने कहा कि प्रत्येक चीज अभी भी अटकलों का हिस्सा है. भारत में क्रिप्टो मार्केट में बिना पुष्टि वाले समाचारों के कारण जल्दबाजी में बिकवाली से काफी गिरावट आई थी. देश में कई क्रिप्टो इनवेस्टर्स को इस कारण से काफी नुकसान हुआ है. राजन का यह भी कहना था कि जब तक हमें पुष्टि वाला कोई समाचार और प्रस्तावित विधेयक के बारे में विवरण नहीं मिलते, तब तक इन अटकलों पर विराम लगना चाहिए.राजन ने यह भी कहा कि कॉइनस्विच का मानना है कि क्रिप्टोकरंसीज पर इस प्रस्तावित विधेयक से इंडस्ट्री के लिए कोई सकारात्मक परिणाम निकलेगा. ऐसा नहीं लगता कि सरकार क्रिप्टो पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाएगी. हमें अभी तक यह नहीं पता कि विधेयक में क्या है लेकिन हम उम्मीद कर रहे हैं कि विधेयक सकारात्मक होगा और हमारा बिजनेस सामान्य तौर पर चलेगा. हम इन अटकलों के आधार पर कोई बदलाव नहीं कर रहे.
क्रिप्टो में मनी लॉन्ड्रिंग को कैसे रोका जा सकता है?
आलोचकों का मानना है कि क्रिप्टो से मनी लॉन्ड्रिंग को बढ़ावा मिलता है. सरकार के लिए प्रमुख मुद्दों में से एक यह है कि क्या क्रिप्टो से देश भर में मनी लॉन्ड्रिंग के मामले बढ़ेंगे. स्थिति को स्पष्ट करने के लिए, राजन ने कहा कि मनी लॉन्ड्रिंग विभिन्न जरियों से हुई है और जारी है, लेकिन आप एक एसेट क्लास को इस वजह से नहीं बंद कर सकते कि उसका गलत इस्तेमाल किया जा सकता है. कुछ लोग क्रिप्टो का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग के लिए कर सकते हैं और हमें ऐसा होने से रोकने का तरीका खोजना होगा. हालांकि, मनी लॉन्ड्रिंग कई एसेट्स में हो सकती है. क्रिप्टो को लेकर कानून बनाने से लंबी अवधि में मनी लॉन्ड्रिंग को रोकने में मदद मिलेगी.
राजन ने कहा कि मजबूत KYC, ट्रांजैक्शंस की निगरानी करने और कैश ट्रांजैक्शंस से बचने जैसे तरीकों से क्रिप्टो में मनी लॉन्ड्रिंग से बचा जा सकता है. उन्होंने कहा कि यह कहना गलत होगा कि केवल क्रिप्टोकरंसीज के साथ मनी लॉन्ड्रिंग हो रही है. क्रिप्टो पर प्रतिबंध लगाना इस समस्या का एकमात्र समाधान नहीं है.
इनवेस्टर्स को क्या करना चाहिए?
भारत में कई क्रिप्टोकरंसी इनवेस्टर्स और ट्रेडर्स अपने इनवेस्टमेंट्स को लेकर चिंतित हैं और वे यह जानना चाहते हैं कि उन्हें अपनी ट्रांजैक्शंस को लेकर क्या करना चाहिए. राजन एक चीज को लेकर स्पष्ट हैं – घबराहट में बिकवाली करने से बचें. उन्होंने कहा कि लोगों को बिना पुष्टि वाले समाचारों या रिपोर्टों के आधार पर खरीदारी या बिक्री करना बंद करना चाहिए. विधेयक के सामने आने और सरकार के इंडस्ट्री के लिए कानून बनाने के बाद, आप अपने इनवेस्टमेंट और ट्रेड को जारी रख सकते हैं. उन्होंने कहा कि जल्दबादी में खरीदारी या बिक्री करने से बचें.
कॉइनस्विच का KYC प्रोसेस कैसे विश्वसनीय और सुरक्षित है?
कॉइनस्विच के पास एक मजबूत KYC प्रोसेस है जिसमें आगे चलकर और सुधार किया जाएगा. इसके साथ ही कंपनी स्कैम से बचने के लिए ट्रांजैक्शंस की लगातार निगरानी भी करती है. राजन ने कहा कि यह एक लगातार चलने वाली प्रक्रिया है और हम बिना किसी समझौते के इस पर काम करना जारी रखेंगे. यह कंपनी के साथ ही इसके यूजर्स के लिए भी बेहतर है.
राजन ने लाइव सेशन का अंत अपने इस विश्वास पर दोबारा जोर देकर किया कि सरकार क्रिप्टो पर पूरी तरह प्रतिबंध नहीं लगाएगी. उन्होंने कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि प्रस्तावित विधेयक से सकारात्मक स्थिति बनेगी और विधेयक के बारे में जल्द ही वास्तविक जानकारी हमें मिल जाएगी. ट्रेडर्स और इनवेस्टर्स के लिहाज से, राजन ने प्रत्येक व्यक्ति को विश्वसनीय जानकारी उपलब्ध होने तक जल्दबाजी में बिक्री या खरीदारी से बचने की सलाह दी.