श्रद्धा वॉकर मर्डर केस की गंभीरता और क्रूरता को देखते हुए दिल्ली पुलिस आफताब का नार्को टेस्ट करवा सकती है. कोर्ट के आदेश पर नार्को टेस्ट करवाया जा सकता है, लेकिन इसके लिए आरोपी की रजामंदी जरूरी है. दिल्ली पुलिस के सूत्रों का कहना है कि आफताब लगातार अपने बयानों से पुलिस को भटका रहा है. अभी इस मामले में पुलिस कोर्ट नहीं गई है लेकिन इस पर विचार किया जा रहा है.
आपको आफताब कि क्रूरता और हैवानियत का अंदाजा इस बात से लग जाएगा कि आफताब अमीन पूनावाला हत्या के बाद भी श्रद्धा का चेहरा देखा करता था, क्योंकि उसने श्रद्धा का कटा हुआ सिर फ्रिज में रखा हुआ था. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, आफताब उसी कमरे में सोया करता था, जहां उसने श्रद्धा के शव के टुकड़े किए थे.
दक्षिण दिल्ली जिले के अतिरिक्त DCP अंकित चौहान ने बताया था, "आफताब और श्रद्धा एक डेटिंग ऐप के जरिये मुंबई में मिले थे... तीन साल से वे लिव-इन में थे... दिल्ली आने के तुरंत बाद ही श्रद्धा ने आफताब पर शादी के लिए दबाव बनाना शुरू कर दिया था... दोनों का अक्सर झगड़ा होता था, और काबू से बाहर चला जाया करता था... 18 मई को हुई घटना के दौरान आफताब आपा खो बैठा, और श्रद्धा का गला दबा दिया... आरोपी ने हमें बताया कि उसने शव के छोटे-छोटे टुकड़े किए और पास ही मौजूद छतरपुर एन्क्लेव के जंगल वाले इलाके में उन्हें ठिकाने लगाया..." आफताब को गिरफ्तार कर लिया गया है, और तफ्तीश जारी है..."
हालांकि, दिल्ली पुलिस इस पहलू की भी जांच कर रही है क्या आफताब अमीन पूनावाला कत्ल की साजिश बनाने के बाद उसे अंजाम देने के लिए दिल्ली के छतरपुर इलाके में मकान किराये पर लिया था? आफताब को छह महीने पहले अपनी लिव-इन गर्लफ्रेंड श्रद्धा वॉकर का कत्ल करने, उसके शव के 35 छोटे-छोटे टुकड़े करने और उन्हें रात के अंधेरे में ठिकाने लगाने के आरोपों में गिरफ्तार किया गया है.
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अगर रो न पड़ती, तो 10 दिन पहले ही कत्ल हो गई होती श्रद्धा वॉकर : पुलिस सूत्र