- दिल्ली के समयपुर बादली में 14 साल के नाबालिग की हत्या में यौन उत्पीड़न और 24 चाकू के वार की पुष्टि हुई है.
- दिल्ली पुलिस ने इस मामले में अब तक 10 लोगों को पकड़ा है. इनमें से छह नाबालिग हैं.
- 14 साल के नाबालिग का शव एक जुलाई को दिल्ली की मुनक नहर में मिला था और उसके गले में स्कार्फ लिपटा हुआ था.
दिल्ली के समयपुर बादली इलाके में 14 साल के एक लड़के की हत्या के मामले में पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने दर्दनाक खुलासा किया है. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में नाबालिग से यौन उत्पीड़न और 24 बार चाकू मारने की पुष्टि हुई है. पुलिस इस मामले में सात आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. वहीं अब तीन और आरोपियों को पकड़ा गया है, जिनमें 19 साल का मोनू और दो नाबालिग शामिल हैं. इन्हें उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक कांवड़ शिविर से पकड़ा गया. पुलिस ने कांवड़ियों के भेष में छापेमारी की और 18 जुलाई की रात को पकड़ा, जिससे शिविर में किसी तरह की अप्रिय घटना से बचा जा सके.
पुलिस के अनुसार, इस जघन्य हत्याकांड में कुल 13 लोग शामिल थे, जिनमें कम से कम छह नाबालिग हैं. पहले गिरफ्तार छह आरोपियों में मुख्य आरोपी कृष्णा उर्फ भोला, उसका भाई सूरज, अश्मित उर्फ चल्लू और चार नाबालिग शामिल हैं. यह हत्या बदला लेने की नीयत से की गई, क्योंकि आरोपियों को संदेह था कि मृतक नाबालिग ने मोनू और सोनू को कृष्णा के खिलाफ जानकारी दी थी, जिन्होंने पिछले साल दीवाली पर कृष्णा को अपमानित कर बुरी तरह पीटा था. मोनू और सोनू दोनों ही वर्तमान में समयपुर बादली पुलिस स्टेशन के MCOCA मामले में गिरफ्तार हैं.
मुनक नहर में मिली थी लाश
1 जुलाई को दोपहर 3:10 बजे समायपुर बादली पुलिस स्टेशन को एक पीसीआर कॉल मिली थी, जिसमें मुनक नहर में एक शव मिलने की सूचना थी. डीसीपी आउटर नॉर्थ हरेश्वर स्वामी ने बताया, “शव पूरी तरह नग्न था, गले में एक स्कार्फ लिपटा हुआ था और शरीर पर कई जगह चाकू के घाव थे.”
पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट ने इस अपराध की क्रूरता को उजागर किया. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, “रिपोर्ट में पाया गया कि मृतक के शरीर पर 24 चाकू के घाव थे. इसके अलावा यौन उत्पीड़न भी हुआ. इसके बाद मामले में POCSO एक्ट की धारा 6 को भी जोड़ा गया.
पुलिस की रणनीति और गिरफ्तारी
पुलिस ने फरार आरोपियों का पता लगाने के लिए उनकी सोशल मीडिया गतिविधियों का सहारा लिया. एक नाबालिग की लोकेशन हरिद्वार में मिली, जहां से तीनों आरोपी मेरठ के कांवड़ शिविर में पहुंचे थे. पुलिस ने कांवड़ियों का वेश बदलकर स्थानीय पुलिस और दिल्ली से भेजी गई टीम की मदद से इन्हें 18 जुलाई की रात को गिरफ्तार किया.
पूछताछ में आरोपियों ने अपराध कबूल किया और तीन अन्य आरोपियों दीपक, चंदन और सचिन के नाम भी उजागर किए. इनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की कार्रवाई जारी है.